D.A.V कॉलेज के सामने ABVP और छात्रों का प्रदर्शन, ACP को जमीन पर गिराकर की अभद्रता

कानपुर में डीएवी कॉलेज के सामने एबीवीपी और छात्र प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच धक्कामुक्की हो गई। छात्रों ने पुलिस से जमकर अभद्रता की। इस बीच किसी ने एसीपी के साथ धक्का मुक्की की, जिस कारण वह बीच सड़क पर ही गिर गए।

इतना ही नहीं, एबीवीपी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं और छात्रों के हंगामे के बीच पुलिस बैकफुट पर दिखी। छात्रों ने पुलिस को वर्दी उतरवाने तक की धमकी दे डाली। छात्र मुख्य गेट का ताला तोड़कर प्रिंसिपल ऑफिस तक पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। इस बीच पुलिस में लाठियां भी भांजी, जिससे भगदड़ मच गई।

पिंकी और टोनी गैंग के बीच हुआ गैंगवार

गाजियाबाद में दो गैंगस्टर के बीच गैंगवार हुई है। दो गैंगस्टरों के बीच हुई गैंगवार में गोली चलने से दोनों गैंग के तीन लोग घायल हुए हैं। मौके से 5 तमंचे और 18 खाली खोखे बरामद हुए हैं। दिल्ली के सीमापुरी और गाज़ियाबाद के पप्पू कॉलोनी के गैंग में गैंगवार हुई है। 24 नामजद समेत 12 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। ये पूरी घटना सोमवार देर रात की बताई जा रही है।

गाजियाबाद के पिंकी और टोनी गैंग में भिड़ंत हुई है। पिंकी और टोनी गैंग की भिडंत में दोनों गैंग के तीन लोग घायल हुए हैं। मौके से 5 तमंचे और 18 खाली खोखे बरामद हुए हैं। 24 नामजद समेत 12 अज्ञात के खिलाफ शालीमार गार्डन थाने में केस दर्ज हुआ। दिल्ली के सीमापुरी और गाज़ियाबाद के पप्पू कॉलोनी के गैंग में गैंगवार हुई है।

आपको बता दें कि सोमवार देर रात की यह घटना दिल्ली के सीमापुरी और गाजियाबाद के पप्पू कॉलोनी में घटी। यहां गैंगस्टर्स पिंकी और टोनी के गैंग के बीच गोलीबारी हो गई। कई राउंड फायरिंग में तीन बदमाशों को गोली लगी, जिनका अब उपचार चल रहा है। बताया जा रहा है, दोनों गैंग (पिंकी और टोनी गैंग) के सदस्य गांजा और मादक पदार्थों का बेचते हैं। वहीं, दोनों गैंग्स की लीडर्स अपने-अपने पति के जेल जाने के बाद गैंग का संचालन कर रही हैं

कुमार विश्वास के साथ चल रहे सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट, पुलिस में शिकायत

मशहूर कवि कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) ने आरोप लगाया कि उनके साथ चल रहे सुरक्षाकर्मियों के…

यूपी में आईपीएस अधिकारियों के तबादले, डीजी आनंद कुमार की वापसी

उत्तर प्रदेश में आईपीएस अधिकारियों के तबादले किए गए हैं। यूपी 112 के एडीजी हटा दिए गए हैं। उनकी जगह नीरा रावत को जिम्मेदारी मिली है। वहीं, डीजी आनंद कुमार ने वापसी की है। उन्हें सीबीसीआईडी में तैनात किया गया है।

ड्रग्स मामले में बड़े खुलासे के बाद नोएडा के 10 पुलिसकर्मी फंसे

गौतमबुद्ध नगर में 10 पुलिसकर्मी ऐसे हैं, जिनकी संलिप्ता से सैकड़ों करोड़ रुपए का ड्रग्स ग्रेटर नोएडा में बना। दरअसल, बीते 17 मई 2023 को ग्रेटर नोएडा के बीटा-2 कोतवाली क्षेत्र में स्थित एक मकान में ड्रग फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया था। इस मामले में पहले से सवाल खड़े थे कि क्या पुलिसकर्मियों की ड्रग्स फैक्ट्री चलवाने में संलिप्त हैं? इस मामले की जांच गौतमबुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने ग्रेटर नोएडा के डीसीपी को दी। करीब 4 महीने तक इस मामले में गंभीरता जांच की गई और अब हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ है। ड्रग्स फैक्ट्री चलाने में ग्रेटर नोएडा के 10 पुलिसकर्मियों की संलिप्ता पाई गई है। इसकी पूरी रिपोर्ट बनाकर डीसीपी ने पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह को भेज दी। जिसके बाद अब इन 10 पुलिसकर्मियों पर गाज गिर सकती है। माना जा रहा है कि इन पुलिस कर्मियों की वजह से ही गौतमबुद्ध नगर पुलिस की वर्दी पर दाग लगा है।

चौकी और प्रभारी अधिकारियों के नाम शामिल
जानकारी के मुताबिक इसमें कई प्रभारियों की भी संलिप्तता बताई जा रही है। हालांकि इसमें कौन-कौन पुलिसकर्मी शामिल हैं, इसका खुलासा उन्होंने नहीं किया। बीटा दो थाना क्षेत्र में 31 मई को मित्रा सोसाईटी में यह फैक्टरी पकड़ी गई थी। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने कहा कि जांच में जिन पुलिसकर्मियों के नाम आए हैं, उन पर कार्रवाई होगी। जांच के दायरे में आए पुलिसकर्मियों की संख्या 10 से अधिक भी हो सकती है। जांच रिपोर्ट में 2019 में यह फैक्टरी स्थापित होने से लेकर 2023 में पकड़े जाने के दौरान थाना, चौकी और प्रभारी अधिकारियों के नाम हैं।

ड्रग्स की कीमत थी 300 करोड़ रुपए
ग्रेटर नोएडा की ड्रग्स फैक्ट्री तीन साल से चल रही थी। इस ट्रक फैक्ट्री में अब तक कितने मादक पदार्थ बनाए जा चुके हैं? इसका अंदाजा लगाना पुलिस के लिए संभव नहीं है। इस ऑपरेशन में शामिल रहे पुलिस अफसरों का कहना था कि कार्यवाही के दौरान 46 किलोग्राम तैयार एमडीएमए ड्रग्स मिला है। करीब इतनी ही मात्रा में रसायन मिले हैं। इन सब की कीमत 300 करोड़ रुपए है। ऐसे में सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि पिछले 3 वर्षों के दौरान इन लोगों ने कितना ड्रग्स बनाया होगा। उस ड्रग्स की मात्रा और उसकी कीमत का अनुमान लगाना बेहद मुश्किल है। पुलिस का मानना है कि इन लोगों ने हजारों करोड़ रुपए का ड्रग्स बनाकर ना केवल दिल्ली-एनसीआर बल्कि देशभर में खपाया है। अब पुलिस इस गैंग को केमिकल सप्लाई करने वालों और तैयार ड्रग्स को डिस्ट्रीब्यूट करने वालों का पता गाने में जुट गई है।

150 करोड़ की एमडीएमए बरामद की थी
इस मामले में पुलिस ने ड्रग्स फैक्टरी से लगभग 150 करोड़ की एमडीएमए बरामद की थी। मामले में अफ्रीका मूल के साइमन, केसिएना रिमी और इग्वे साइमन को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। स्वाट टीम, बीटा-2 व कासना थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने यह फैक्टरी पकड़ी थी। इसका लिंक 16 मई को सूरजपुर थाना एरिया के थीटा-2 में पकड़ी गई ड्रग्स फैक्ट्री के संचालन में शामिल एक आरोपी से रिमांड पर पूछताछ में पुलिस को मिला था।

इन 5 लाख लोगों को सप्लाई होता ड्रग्स
गौतमबुद्ध नगर उत्तर भारत का सबसे बड़ा एजुकेशन हब है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 10 विश्वविद्यालय हैं। करीब 150 दूसरे शिक्षण संस्थान हैं। इनमें तीन लाख से ज्यादा छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। जिले में 50 से ज्यादा मुल्कों के छात्र हैं। ड्रग्स कार्टेल की नजर इन 3 लाख स्टूडेंट्स पर थी। इसके अलावा पूरे दिल्ली-एनसीआर में युवा पेशेवर इनके सबसे बड़े खरीदार बताए जाते हैं। अकेले गौतमबुद्ध नगर में यूथ प्रोफेसनल्स की संख्या दो लाख है।

कहां पर थी ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री

सारे अभियुक्त अफ्रीकी मूल के निवासी हैं और दिल्ली-एनसीआर रीजन में ड्रग्स सप्लाई सिंडीकेट चलाते थे। यहीं इनका बेस था। हाल में ग्रेटर नोएडा के सेक्टर थीटा-2 स्थित मकान नंबर 279 में इन्होंने एक फैक्ट्री सैट-अप बनाया था। ड्रग्स मैन्यूफैक्चरिंग के बाद ये उसकी सप्लाई दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में करते थे। इनके रॉ मैटेरियल और केमिकल सप्लायर्स थे।

11 देशों में फैले महादेव एप का आखिर क्या है नोएडा कनेक्शन? गौतमबुद्धनगर में बैठकर 400 करोड़ से ज्यादा की ठगी

देशभर में हजारों करोड़ का फर्जीवाड़ा करने वाले महादेव एप का नोएडा से भी संबंध रहा है। भारत सरकार ने महादेव एप को प्रतिबंधित कर दिया है। इस एप से फर्जीवाड़ा करने वाले एक हाईप्रोफाइल गिरोह का नोएडा पुलिस ने फरवरी 2023 में खुलासा किया था। इसमें नोएडा में बैठकर 400 करोड़ रुपये से अधिक की फर्जीवाड़ा करने की बात सामने आई थी

नोएडा पुलिस में अभी भी इस गिरोह के कई आरोपी वांटेड हैं। एक बार फिर महादेव एप चर्चा में है। नोएडा पुलिस ने महादेव एप से जुड़े एक गिरोह के 16 जालसाजों को गिरफ्तार किया था। ये जालसाज सेक्टर-108 में एक मकान किराए पर लेकर जालसाजी कर रहे थे। उस दौरान पूछताछ में 400 करोड़ रुपये से अधिक की फर्जीवाड़ा करने की बात सामने आई थी।
जालसाज सेक्टर-108 में एक मकान किराए पर लेकर जालसाजी कर रहे थे। उस दौरान पूछताछ में 400 करोड़ रुपये से अधिक की फर्जीवाड़ा करने की बात सामने आई थी।

उस दौरान सौरभ नामक एक मास्टरमाइंड का भी नाम सामने आया था। जिसके बारे में बताया गया था कि वह दुबई में बैठकर इस गैंग को ऑपरेट कर रहा है। सौरभ अभी तक पकड़ा नहीं गया है। नोएडा पुलिस ने इस दौरान जालसाजों से डेढ़ करोड़ रुपये भी बरामद किए थे।

11 देशों में नेटवर्क होने की मिली थी जानकारी
जब नोएडा पुलिस ने इस हाईप्रोफाइल जालसाज गिरोह का खुलासा किया, तब 11 देशों में नेटवर्क होने की जानकारी मिली थी। इनमें दुबई, श्रीलंका, मालदीव, सिंगापुर से लेकर अन्य एशियाई व अफ्रीकी देश शामिल हैं। वहीं कई देशों में फ्रेंचाइजी देने की बात भी सामने आई थी। हालांकि इस एप के चलाने वालों का केंद्र छत्तीसगढ़ था।
इस कारण नोएडा पुलिस आगे की कार्रवाई कर नहीं पाई थी। अब ईडी समेत अन्य एजेंसियां इसकी जांच में जुटी हुई हैं। महादेव एप के खुलासे के बाद पता चला था कि सचिन इस फर्जी एप का नोएडा में हेड था। पुलिस ने सचिन समेत उसकी गर्लफ्रेंड व अन्य के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था, लेकिन अब तक दोनों गिरफ्तार नहीं हुए

थानाध्यक्ष राजेश कुमार को मिली सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग, SI योगेंद्र प्रसाद ने पाया सर्वश्रेष्ठ विवेचक का स्थान

मार्च से जनपद में लागू की गई थाना मूल्यांकन प्रणाली की समीक्षा की गई। इस प्रणाली में कुल 30 बिंदुओं का समावेश कर उन पर अंक प्रदान कर थानों की रैंकिंग देने के लिए विकसित की गई है

एसपी अनुराग आर्य द्वारा थानों की मूल्यांकन प्रणाली विकसित की गई। जिसके तहत उनके द्वारा सोमवार को थानाध्यक्षों और विवेचकों की समीक्षा की गई। जिसमें मुबारकपुर थानाध्यक्ष राजेश कुमार को सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग प्रदान की गई। वहीं एसआई योगेंद्र प्रसाद सर्वश्रेष्ठ विवेचक घोषित हुए

मार्च से जनपद में लागू की गई थाना मूल्यांकन प्रणाली की समीक्षा की गई। इस प्रणाली में कुल 30 बिंदुओं का समावेश कर उन पर अंक प्रदान कर थानों की रैंकिंग देने के लिए विकसित की गई है। इसमें प्रार्थना पत्र, आईजीआरएस, एफआईआर पंजीकरण, घटना अनावरण, अपराधियों की गिरफ्तारी, वारंटी गिरफ्तारी, त्रिनेत्र एप में अपराधी का डाटा फीड करना, गुंडा एक्ट में कार्रवाई आदि के धनात्मक अंक प्रदान किए जाते हैं।

इसमें आमजन से दुर्व्यवहार, भ्रष्टाचार की शिकायत, अपराधी के फरार रहने, समन तामील न करने आदि के ऋणात्मक अंक दिए जाते हैं। सोमवार को की गई अक्टूबर माह की समीक्षा में मुबारकपुर थाना प्रभारी राजेश कुमार प्रथम स्थान पर रहे। जबकि सुनील दुबे थानाध्यक्ष अहरौला द्वितीय और थानाध्यक्ष निजामाबाद सच्चिदानंद यादव तीसरे स्थान पर रहे। सर्वश्रेष्ठ विवेचक की समीक्षा में एसआई योगेंद्र प्रसाद को सर्वश्रेष्ठ विवेचक घोषित किया गया। सभी को एसपी अनुराग आर्य द्वारा पुरस्कृत किया गया।

UP POLICE के सामने निकल गई फर्जी पुलिसकर्मी की हैकड़ी, 3 स्टार, खाकी वर्दी

फर्जी पुलिस इंस्पेक्टर बन कर वाहन चालकों से वसूली करने वाले एक व्यक्ति को पुलिस ने मंगलवार की भोर में गिरफ्तार किया। पकड़े गए व्यक्ति के पास से छह स्टार लगी पुलिस की वर्दी, कैप, जूता, दो हजार नकदी व फर्जी आईकार्ड भी बरामद हुआ है। गिट्टी लदी एक ट्रक के चालक की शिकायत पर शुरू हुई जांच में फर्जी इंस्पेक्टर पकड़ में आया है।

निजामाबाद थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव निवासी अजीत यादव ट्रक चालक है। सोमवार को वह अपने ट्रक पर गिट्टी लाद कर आ रहा था। साढ़े चार बजे भोर में मुहम्मदपुर से फरिहां मार्ग पर पुलिस की वर्दी में एक व्यक्तितेन उसे रूकने का इशारा किया। अजीत ने गाड़ी रोका तो उक्त व्यक्ति उसे वर्दी का धौंस देते हुए धमकाने लगा। गाली-गलौज देते हुए उससे पांच हजार रुपये की डिमांड किया। पुलिस के डर से अजीत ने दो हजार उसे दिया तो दो हजार रुपये लेकर वह चलता बना। अजीत के अनुसार वर्दी पर लगे नेम प्लेट पर मुकेश पांडेय लिखा हुआ था। अजीत को कुछ शक हुआ तो उसने एसपी कार्यालय व थाने पर शिकायत किया। थाने पर मुकेश पांडेय नाम के किसी इंस्पेक्टर की तैनाती नहीं थी। जिस पर एसपी ने प्रकरण को गंभीरता से लिया और जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया। मंगलवार की भोर में निजामाबाद थाना व स्वाट टीम फर्जी दरोग की तलाश में जुटी थी। भोर में मुखबिर से सूचना मिली कि मुकेश पांडेय नेम प्लेट लगा कर वर्दी पहना हुआ एक व्यक्ति फरीदाबाद तिराहे पर मौजूद है और आने-जाने वाले वाहनों को रोक कर वसूली कर रहा है। इस सूचना पर पुलिस टीम पहुंची और उसे पकड़ लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम मुकेश पांडेय निवासी कुसमहरा थाना कप्तानगंज बताया। उसके पास से पुलिस ने छह स्टार लगी पुलिस की वदी, एक जोड़ी भूरे रंग का जूता, पुलिस कैप, यूपी पुलिस का बैच व आईकार्ड के साथ ही दो हजार रुपये नकद बरामद किया।

किशोरी की मौत को लेकर बवाल, दुकानों में तोड़फोड़…आगजनी

लखीमपुर खीरी के संपूर्णानगर में आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने से आहत किशोरी की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। परिजनों ने ग्रामीणों को साथ लेकर शनिवार सुबह सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन किया। इस बीच कुछ अराजकतत्वों ने आरोपी की दुकान में तोड़फोड़ कर दी। पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। इसके बाद भड़की भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया। कस्बे की दुकानों में भी तोड़फोड़ की गई। घटना से कस्बे में तनाव के हालात बन गए हैं। पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है।

बृहस्पतिवार की शाम संपूर्णानगर निवासी 17 वर्षीय किशोरी का शव घर में लटका मिला था। किशोरी आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने से आहत थी। मामले में मृतका की मां ने दूसरे समुदाय के युवक पर किशोरी का आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने, धर्म परिवर्तन व आत्महत्या के लिए प्रेरित करने आदि धाराओं में केस दर्ज कराया था। पुलिस ने किशोरी का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा था।

रात में भी जुटने लगी थी भीड़
किशोरी का शव शनिवार रात करीब 10.30 बजे घर लाया गया। इसकी सूचना पर बजरंग दल और भीम आर्मी के कार्यकर्ता हजारा थाने की तरफ से जुटने लगी। रात 11.30 बजे थाना गेट पर एसओ से वार्ता कर फरार चल रहे आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। गिरफ्तारी न होने पर शव का संस्कार न करने की बात कही। इस पर थाना प्रभारी सियाराम वर्मा, गौरीफंटा एसओ अनिल कुमार सैनी ने लोगों को समझाते हुए कहा कि मुख्य आरोपी को पकड़ा जा चुका है। अन्य की गिरफ्तारी को लेकर टीम गठित की गई है।

रातभर मामला शांत रहा। शनिवार सुबह फिर गुस्साई भीड़ ने शव सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। लोगों का कहना था कि एफआईआर में नामजद फरार आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए। आरोपी की दुकान और घर पर बुलडोजर चलाया जाए। दो युवक आरोपी युवक की दुकान में पीछे से तोड़फोड़ करने लगे। पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। इस पर कई लोग उन युवकों को छुड़ाने के लिए पुलिस से भिड़ गए। गुस्साई भीड़ ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी।

पुलिस बल ने थाने में घुसकर पत्थरबाजी से बचाव किया। बाद में पुलिस बल ने भीड़ पर लाठीचार्ज कर दिया। पथराव करने वाले युवकों को पुलिस ने जमकर पीटा। भीड़ ने आरोपी युवक की दुकान का माल निकालकर जला दिया। जबकि दूसरे समुदाय की जितनी दुकानें चौराहे तक थीं, सबमें तोड़फोड़ कर दी। सुबह 11:00 तक एएसपी नैपाल सिंह, एसडीएम कार्तिकेय सिंह, सीओ पलिया आदित्य कुमार, निघासन सीओ राजेश कुमार समेत कई थानों के पुलिस बल भीड़ को समझाने में लगा रहा

आखिर क्यों UP POLICE को दर्ज करनी पड़ी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय पर FIR, जानें- पूरा मामला

उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के खिलाफ वाराणसी के लंका थाने में एफआईआर दर्ज हुई है. यूपी कांग्रेस चीफ अजय राय के दिए गए बयान पर एबीवीपी के छात्रों ने थाने में शिकायत दी थी. कांग्रेस नेता अजय राय ने BHU-IIT छात्रा से छेड़छाड़ मामले में ABVP पर टिप्पणी की थी. अजय राय ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों को इस मामले के लिए जिम्मेदार ठहराया था. इसके साथ ही अजय राय ने कहा था कि RSS की विचारधारा सभी विश्वविद्यालयों पर हावी हो चुकी है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की छात्रा साक्षी सिंह ने अजय राय पर मुकदमा दर्ज होने की जानकारी दी है.

कांग्रेस नेता अजय राय के खिलाफ 505 (2) के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने वाराणसी के लंका थाने में पुलिस को शिकायत देते हुए लिखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है, जो की देश भर के शिक्षण संस्थानों में कार्य करती है. 2 नवंबर 2023 को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर में छेड़खानी की घटना हुई जिसकी अभी पुलिस द्वारा जांच की जा रही है. इसी बीच 3 नवंबर 2023 को कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक अजय राय द्वारा बयान दिया गया है कि इस घटना में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं की संलिप्तता है.

वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कहा कि अजय राय का यह आरोप पूर्ण रूप से निराधार है और यह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की छवि को खराब करने व उक्त गंभीर प्रकरण की जांच को प्रभावित करने की नियत से दिया गया है. इसके साथ ही ABVP सदस्यों द्वारा शिकायत में बताया गया कि कांग्रेस नेता अजय राय द्वारा आजम खान की गिरफ्तारी का जिक्र कर विश्वविद्यालय परिसर में जातीय और पार्थिक वैमनस्यता फैलाने का प्रयास भी किया जा रहा है.