यूपी पुलिस अक्सर सुर्खियों में रहती है। वैसे तो ज्यादातर वक्त पुलिस के सुर्खियों में रहने की वजह उनके द्वारा किए गए अच्छे या बुरे काम ही होते हैं, लेकिन इस बार इसकी वजह कुछ और है। दरअसल, यूपी पुलिस विभाग अपने तीन आईपीएस अफसरों की वजह से चर्चा में है। ये तीनों ही अफसर मेरठ जोन में शामिल अलग-अलग जिलों के कप्तान हैं। इसमें सबसे खास बात ये है कि ये तीनों ही इंजीनियर हैं और तीनों का नाम भी एक की है। हम बात कर रहे हैं, मेरठ जोन में के मुजफ्फरनगर, हापुड़ और शामली जिले के कप्तानों की। इन तीनों जिलों के कप्तानों का नाम अभिषेक है। आइए आपको इन तीनों के बारे में बताते हैं।
मुजफ्फरनगर एसएसपी
सबसे पहले बात करते हैं मुजफ्फरनगर के कप्तान की, तो उनका नाम अभिषेक सिंह है। आईपीएस अभिषेक सिंह मेकेनिकल इंजीनियर हैं। मूल रूप से अम्बेडकरनगर जनपद के निवासी अभिषेक सिंह के पिता स्व. आरबी गौतम पेशे से वकील थे और लखनऊ में वकालत करते थे। उनकी बड़ी बहन भी सरकारी सेवा में है। पिता की वकालत होने के कारण अभिषेक सिंह की पढ़ाई भी लखनऊ में ही हुई। उन्होंने 2009 में बी. टेक करने के बाद विदेश में एक बड़ी कंपनी में 15 लाख रुपये सालाना के पैकेज पर नौकरी की। बाद में वो देश लौटे और कैट व यूपीएससी की परीक्षा दी। इसमें दोनों में उनको सलेक्शन हुआ, लेकिन अभिषेक ने आईपीएस को चुना। वर्तमान समय में वो मुजफ्फरनगर जिले में तैनात हैं।
हापुड़ एसपी
हापुड़ जिले में एसपी के पद पर तैनात आईपीएस अभिषेक वर्मा किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। भारतीय पुलिस सेवा के 2016 बैच के अधिकारी अभिषेक वर्मा को कुछ समय पहले ही जिले का एसपी बनाया गया है। अभिषेक वर्मा ने इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में शिक्षा प्राप्त की है। उन्होंने 2016 में संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। उसके बाद से वो कानून व्यवस्था कंट्रोल करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। एसपी की सफल रणनीति के चलते जिले में अपराध नियंत्रण में है। उनकी कार्यशैली की लोग प्रशंसा कर रहे हैं।
शामली एसपी
आखिर में बात करते हैं शामली जिले के एसपी की, तो बिहार के जिला कटिहार के मूल निवासी 2015 बैच के आईपीएस अधिकारी अभिषेक शामली के पहले करीब डेढ़ वर्ष तक पुलिस उपायुक्त के पद पर रहे। शामली जिले के प्रभार के रूप में उनकी पहली नियुक्ति है। उन्होंने केरल में बीटेक कंप्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। बिना किसी कठिनाई के पीड़ितों की शिकायतों का समयबद्ध निस्तारण और अपराध पर नियंत्रण उनकी प्राथमिकता में है। उनके कार्यकाल में पुलिस बुजुर्गों व महिलाओं का सम्मान और सभी से सदव्यवहार कर रही है।