समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को एक मीडिया वार्ता में डीजीपी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर गंभीर आरोप लगाए। अखिलेश ने कहा कि सपा सांसद रामजी लाल सुमन पर हमले के पीछे सरकार की शह है और हमलावरों को डीजीपी से लेकर शीर्ष स्तर तक का संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने दावा किया कि पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक (पीडीए) वर्ग के लोगों को चुन-चुन कर निशाना बनाया जा रहा है।
सपा प्रमुख ने कहा ये
सपा प्रमुख ने कहा, “हम हमलों से डरने वाले नहीं हैं। कुछ लोगों को खुलेआम कार्रवाई करने की छूट मिली हुई है। सरकार हमलावरों को पूरी तरह सुरक्षा दे रही है।” अखिलेश ने बातचीत के जरिए इस मसले का हल निकालने की इच्छा भी जताई, लेकिन सरकार की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है।
इस मामले के बाद डीजीपी पर उठाए सवाल
रामजी लाल सुमन के काफिले पर रविवार को गभाना टोल प्लाजा (अलीगढ़-दिल्ली मार्ग) पर करणी सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा टायर फेंके गए थे, जिससे काफिले में शामिल वाहन टकरा गए। गनीमत रही कि सुमन बाल-बाल बच गए।
पुलिस ने मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया और घटना में लापरवाही बरतने पर चौकी प्रभारी समेत दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) एमएस पाठक ने बताया कि सपा सांसद को सुरक्षित निकाल लिया गया और अन्य प्रदर्शनकारियों पर भी केस दर्ज किया गया है।
हालांकि, अखिलेश यादव का कहना है कि जब तक डीजीपी स्तर पर संरक्षण मिलता रहेगा, तब तक ऐसी घटनाओं पर रोक नहीं लगाई जा सकती।