संघ लोकसेवा आयोग (यूपीएससी) ने सिविल सेवा परीक्षा 2023 के परिणाम घोषित किए हैं। कानपुर में तैनात हेड कॉन्स्टेबल संजय दुबे के बेटे विशाल ने महज 22 साल की उम्र में 296वीं रैंक लाकर अपने परिवार का नाम रोशन किया है। बेटे के आईपीएस बनने से हेड कॉन्स्टेबल पिता का सीना गदगद है। अब पिता बेटे को सैल्यूट करेंगे, यह क्षण उनकी जिंदगी का सबसे अच्छा पल होगा।
फिरोजाबाद से कानपुर ट्रांसफर
प्रदेश में फर्रुखाबाद के नीम करोरी निवासी संजय दुबे कानपुर के बिल्हौर एसीपी कार्यालय में तैनात हैं। संजय दुबे का इसी साल मार्च में फिरोजाबाद से कानपुर ट्रांसफर हुआ था। परिवार में पत्नी, बेटा विशाल और बेटी है। संजय दुबे का कहना है कि विशाल बचपन से पढ़ाई में तेज था। उसने कभी किसी बात पर जिद नहीं की है। विशाल के छठीं कक्षा में एडमिशन की बारी आई तो उसका सैनिक स्कूल नैनीताल और मिलिट्री स्कूल बेंगलुरु दोनों स्थानों पर चयन हो गया था।
वेतन कम होने की वजह से
यूपी पुलिस में तैनात संजय दुबे बताते हैं कि सैनिक स्कूल नैनीताल की फीस 1.25 लाख रुपये थी। वहीं, मिलिट्री स्कूल बेंगलुरु की फीस 25 हजार थी। वेतन कम होने की वजह से परिवार के सभी सदस्य परेशान थे कि कहां पढ़ाया जाए। ऐसी स्थिति में विशाल ने बेंगलुरु स्कूल में दाखिला लेने का फैसला किया था। विशाल जब 11वीं क्लास में था तो उसने एनडीए की परीक्षा पास कर ली थी।
यूपीएससी परीक्षा की तैयारी में जुट गया
विशाल ने 12वीं की पढ़ाई के दौरान क्लैट और दोबारा एनडीए की परीक्षा पास कर ली थी। इसके बाद आगरा के सेंट जोंस कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। 2022 में स्नातक करने के बाद विशाल दिल्ली चला गया और यूपीएससी परीक्षा की तैयारी में जुट गया। बिना कोचिंग किए बेटे ने सेल्फ स्टडी की और पहले ही प्रयास में 296वीं रैंक लाकर दिखा दिया। 2023 में उसने नेट जेआरएफ भी पास किया था। बेटे की इस सफलता से पूरे परिवार का सिर गर्व से ऊंचा है।