गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट में नई कार्यशैली और व्यवहार में सुधार की पहल अब थानों में जमीन पर नजर आने लगी है। हाल ही में पुलिस कमिश्नर की ओर से लागू की गई *शिष्टाचार संवाद नीति* का सकारात्मक असर पुलिसकर्मियों के रवैये में दिख रहा है। अब थानों में आने वाले फरियादियों को सख्त रवैये की बजाय सौम्यता और सहयोग का अनुभव हो रहा है।
इन थानों में हुए बदलाव
हाल ही में जिले के कई थानों में पुलिसकर्मियों का बदला हुआ व्यवहार देखने को मिला। कविनगर थाने में थाना प्रभारी योगेंद्र मलिक ने अपनी टेबल पर टॉफी का डिब्बा रख दिया। उनका कहना है कि यदि कोई बच्चा फरियादी के साथ आता है तो उसे टॉफी दी जाएगी। साथ ही उन्होंने स्टाफ को सख्त निर्देश दिए हैं कि लोगों से शालीनता से बात करें और सहयोगात्मक व्यवहार अपनाएं।
सिहानी गेट थाने में भी बदलाव देखने को मिला। यहां एक फरियादी के साथ आए बच्चे को पुलिसकर्मियों ने टॉफी और चॉकलेट देकर स्वागत किया। साथ ही पुलिसकर्मी आपस में चर्चा करते नजर आए कि अब संवाद कौशल में भी सुधार करना होगा और इसके लिए अभ्यास जरूरी है।
हापुड़ रोड स्थित पुलिस कार्यालय में भी दोपहर करीब 12 बजे फरियादी कुर्सियों पर आराम से बैठे नजर आए। उनके लिए पंखे की सुविधा भी उपलब्ध थी। डेस्क पर मौजूद पुलिसकर्मी उनकी शिकायतें सुनकर अधिकारियों से मुलाकात की व्यवस्था कराते दिखे।
इसलिए उठाए जा रहे कदम
गौरतलब है कि नए पुलिस कमिश्नर के आने के बाद से पुलिसिंग में लगातार सकारात्मक बदलाव लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। संवाद, संवेदनशीलता और सम्मान को प्राथमिकता दी जा रही है ताकि पुलिस और जनता के बीच विश्वास की डोर और मजबूत हो।