महाकुंभ एक भव्य धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजन है, जिसे हिंदू धर्म में पवित्रता, शुद्धि और मोक्ष प्राप्ति का प्रतीक माना जाता है। यह आयोजन हर 12 साल में देश के चार प्रमुख स्थानों पर आयोजित किया जाता है। इस साल प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में शामिल होने के लिए करोड़ों लोग प्रयागराज पहुंचेंगे। ऐसे में यूपी पुलिस ने यहां के सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी ली है। इसी के चलते महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए पुलिस प्रशासन ने पुलिसकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया। यह प्रशिक्षण अस्थाई पुलिस लाइन में आयोजित किया गया, जिसमें पुलिसकर्मियों को सॉफ्ट कम्युनिकेशन और व्यवहार कौशल पर जोर दिया गया।
पुलिसकर्मियों के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी
जानकारी के मुताबिक, प्रयागराज पुलिस लाइन में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य पुलिसकर्मियों को उन सभी संभावित परिस्थितियों के लिए तैयार करना है, जो महाकुंभ जैसे भव्य आयोजन के दौरान उत्पन्न हो सकती हैं। इस प्रशिक्षण आयोजन की सफलता और श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने में सहायक होगा। इस प्रशिक्षण में पुलिसकर्मियों को सिखाया गया कि महाकुंभ में देश-विदेश से आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं और पर्यटकों के साथ पुलिस का व्यवहार सकारात्मक और विनम्र हो। वो किसी भी चुनौतीपूर्ण स्थिति में शांति और संयम के साथ समाधान करें।
जनता के बीच बेहतर संवाद स्थापित किया जाए
इसके साथ-साथ पुलिसकर्मियों को ये संदेश दिया गया कि वो श्रद्धालुओं को सही और सटीक जानकारी प्रदान करें ताकि कोई कहीं भटके नहीं। वहीं भीड़भाड़ वाली जगहों पर पुलिस और जनता के बीच बेहतर संवाद स्थापित किया जाए। इस ट्रेनिंग में पुलिसकर्मियों को भारी भीड़ को सुव्यवस्थित तरीके से नियंत्रित करने की तकनीकों का अभ्यास भी कराया गया। खोए हुए व्यक्तियों को उनके परिवार से मिलाने और अन्य सहायता प्रदान करने के तरीके भी पुलिसकर्मियों को बताए गए।
इसलिए दी गई ट्रेनिंग
आपको बता दें कि महाकुंभ में पुलिस का काम श्रद्धालुओं की सुरक्षा और भीड़ को नियंत्रित करना होगा। कुंभ मेले के क्षेत्र में वाहनों और पैदल यात्री यातायात को सुचारु रखना भी पुलिस की जिम्मेदारी होगी। यदि कहीं कोई विवाद होगा, तो पुलिसकर्मियों की जिम्मेदारी होगी कि वो वहां समय से पहुंचकर मामला सुलझाएं। प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य पुलिसकर्मियों को उन सभी संभावित परिस्थितियों के लिए तैयार करना है, जो महाकुंभ जैसे भव्य आयोजन के दौरान उत्पन्न हो सकती हैं।