उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में महिला पुलिसकर्मियों के हित में एक सराहनीय कदम उठाया गया है। अब उन महिला कर्मियों को अपने छोटे बच्चों की देखभाल की चिंता से मुक्ति मिलेगी, जो कार्यस्थल पर तैनात रहते हुए भी अपने बच्चों को संभालने को लेकर असहज महसूस करती थीं।
डीजीपी ने कहा ये
डीजीपी प्रशांत कुमार के निर्देश पर अब प्रदेश के सभी थानों, पुलिस लाइनों और पुलिस कार्यालयों में शिशु वाटिका (क्रेच) और नारी विश्रामगृह बनाए जाएंगे। इसका सीधा लाभ उन महिला पुलिसकर्मियों को मिलेगा, जिनके छोटे बच्चे हैं और उन्हें कार्य के दौरान किसी देखभालकर्ता की कमी महसूस होती है।
इस पहल की शुरुआत हो चुकी है। बीते सोमवार को पुलिस मुख्यालय में शिशु वाटिका और नारी विश्रामगृह का उद्घाटन वामा सारथी की अध्यक्षा और रिटायर्ड IAS डिंपल वर्मा ने किया। इस अवसर पर डीजीपी प्रशांत कुमार भी मौजूद रहे और उन्होंने पूरे राज्य में ऐसी सुविधाएं शुरू करने के निर्देश दिए।
पुलिस मुख्यालय से मिले निर्देशों के अनुसार अब न केवल महिलाओं के बच्चों के लिए सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराया जाएगा, बल्कि महिला स्टाफ के आराम और मानसिक स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान रखा जाएगा। यह व्यवस्था कार्यस्थल को और अधिक सहयोगात्मक और मानवीय बनाने की दिशा में अहम मानी जा रही है।
इसलिए उठाए जा रहा कदम
यह कदम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा नीति की दिशा में एक और ठोस प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। पिछले कुछ वर्षों में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या में इजाफा हुआ है, और उनकी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए यह सुविधा अब प्राथमिकता बन चुकी है।