प्रयागराज जिले में महाकुंभ की शुरुआत हो गई है। ऐसे में दो दिन में अभी तक तकरीबन 5 करोड़ से ज्यादा लोगों संगम में डुबकी लगाई। अगर बात करें सिर्फ 14 जनवरी की तो मकर संक्रांति के दिन साढ़े तीन करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाी। खासबात ये है कि जिस जिले में हर त्योहार पर जाम लग जाता था, और लोग परेशान हो जाते थे, वहां करोड़ों लोगों के पहुंचने के बाद भी व्यवस्था सुचारू रूप से चलती रही। इसकी वजह है कि सीएम योगी के आदेश के बाद प्रयागराज की कानून व्यवस्था के साथ-साथ ट्रैफिक व्यवस्था पर भी डीजीपी प्रशांत कुमार और पुलिस कमिश्नर तरुण गाबा खुद पल-पल पर नजर रख रहे थे।
सीएम योगी ने दिया था आदेश
जानकारी के मुुताबिक, महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी के दिन से हुई थी। जबकि 14 जनवरी को शाही स्नान था। प्रशासन को पहले से ही जानकारी थी कि शाही स्नान के दिन करोड़ों लोग संगम स्नान को पहुंचेंगे। ऐसे में महाकुंभ पुलिस पहले से ही व्यवस्था संभालने को तैयार थी। सीएम योगी के आदेशानुसार कुंभ को लेकर सभी व्यवस्थाओं पर लगातार पुलिस कमिश्नर तरुण गाबा की नजर नही। इतना ही नहीं प्रदेश पुलिस के मुखिया DGP प्रशांत कुमार भी पल-पल की खबर लेते रहे। पुलिस अफसरों की मेहनत का ही ये नतीजा है कि प्रयागराज में साढ़े तीन करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने के बाद भी ट्रैफिक व्यवस्था में किसी तरह की कोई गड़बड़ी देखने को नहीं मिली। ज्वॉइंट सीपी अजय पाल शर्मा ने AI तकनीक की मदद से शहर के मुख्य चौराहों से लेकर अस्थाई पार्किंग की व्यवस्था की मॉनिटरिंग खुद कर रहे थे। पुलिस विभाग ये जो पहले से प्लान तैयार किया था, वो भी काफी कारगर रहा।
ज्वॉइंट सीपी ने दी जानकारी
मामला में जानकारी देते हुए प्रयागराज के ज्वॉइंट सीपी अजय पाल शर्मा ने बताया कि ट्रैफिक जाम और सुरक्षा को लेकर खास ब्लू प्रिंट तैयार कर रखा है, जिससे महाकुंभ पर्व शांतिपूर्ण तरीके से निपटे और जाम की वजह से शहर के लोगों की रूटीन लाइफ डिस्टर्ब न हो। इसके अलावा शहर में तमाम स्थानों पर बड़ी-बड़ी अस्थाई पार्किंग बनाई गयी थी, ताकि बाहर से आने वाली गाड़ियां एक ही जगह पर जमा न हों। कई जगह डायवर्जन लागू किया गया, वो भी काफी काम आया। ट्रैफिक व्यवस्था के लिए एआई तकनीक की भी मदद ली गयी है। यही वजह रही है कि छोटे मोटे त्योहारों में जाम लगने वाले शहर में इतनी भारी संख्या में लोगों के आने के बाद भी जाम नहीं लगा।