झांसी में सीबीआई की टीम ने हाल ही में दो अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की। हड़कंप तब मच गया, जब पुलिसकर्मियों ने उन्हें नकली सीबीआई अफसर समझ लिया। जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने उन्हें हिरासत में लेकर थाने में बैठा लिया। काफी देर के बाद जब पुलिसकर्मियों की जांच पूरी हुई, तब जाकर उन्हें छोड़ा गया।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, जिले के प्रेम नगर थाना क्षेत्र के पुरविया टोला में छापेमारी की कार्रवाई धर्मेंद्र और दिनेश नामक व्यक्तियों के घरों पर की गई, जहां टीम ने दस्तावेज खंगाले और उनसे गहन पूछताछ की। बताया जा रहा है कि इस छापेमारी का संबंध बिटकॉइन और ऑनलाइन सट्टेबाजी से जुड़े एक बड़े मामले से है। सीबीआई की अलग-अलग टीमें जांच में जुटी थीं और साक्ष्य एकत्र कर रही थीं।
इसी दौरान, स्थानीय थाना पुलिस को एक फोन कॉल प्राप्त हुआ, जिसमें कहा गया कि छापेमारी करने वाली टीमें नकली हो सकती हैं। इस सूचना के बाद पुलिस सक्रिय हो गई और मौके की जांच शुरू कर दी। शक के आधार पर झांसी के एएसपी ने छापा मार रही टीमों के अधिकारियों को प्रेम नगर थाने बुलाया और उनसे गहन पूछताछ की।
एएसपी ने उनके आईडी कार्ड और अन्य दस्तावेजों की जांच की, जिसमें पुष्टि हुई कि वे वास्तव में सीबीआई के अधिकारी ही हैं। इसके बाद, पुलिस ने उन्हें सम्मानपूर्वक छोड़ दिया और थाने की गाड़ी में बैठाकर छापेमारी स्थल पर वापस भेज दिया। इस घटना के बाद सीबीआई टीम ने पुनः अपनी जांच शुरू कर दी।
एसपी सिटी ने दी जानकारी
इस पूरे घटनाक्रम पर झांसी के एसपी सिटी ने स्पष्ट किया कि यह केवल एक भ्रम (कन्फ्यूजन) की स्थिति थी, जिसके कारण सीबीआई टीम को थाने लाया गया था। दस्तावेजों की जांच के बाद जब सबकुछ सही पाया गया, तो उन्हें सम्मानपूर्वक वापस जाने दिया गया। वर्तमान में सीबीआई की छापेमारी जारी है, और बिटकॉइन तथा ऑनलाइन सट्टेबाजी से जुड़े मामले में अहम साक्ष्य जुटाने की कोशिश की जा रही है।