हिमाचल प्रदेश पुलिस महकमे में एक नए अध्याय की शुरुआत का समय आ गया है। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक डॉ. अतुल वर्मा शनिवार को औपचारिक रूप से अपने पद से सेवानिवृत्त हो रहे हैं। पुलिस मुख्यालय में उनके विदाई समारोह की तैयारी पूरी कर ली गई है। हालांकि, उनके उत्तराधिकारी को लेकर अब भी स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं है।
इनको मिलेगी जिम्मेदारी
माना जा रहा है कि 1990 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी श्याम भगत नेगी को नया डीजीपी नियुक्त किया जा सकता है। नेगी का नाम पहले भेजे गए पैनल में शामिल था और उनकी वरिष्ठता तथा अनुभव के आधार पर वे प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। मगर यह भी संभव है कि जब तक स्थायी नियुक्ति नहीं होती, तब तक एडीजीपी रैंक के किसी अधिकारी को डीजीपी का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा जाए।
ये बातें भी चर्चा में
वर्तमान में डीजी विजिलेंस अशोक तिवारी को यह अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। चर्चा यह भी है कि यदि सरकार यूपीएससी को नया पैनल नहीं भेजती है, तो तिवारी को ही स्थायी डीजीपी बनाया जा सकता है। लेकिन यह निर्णय पूरी तरह से सरकार की प्राथमिकता और प्रक्रिया पर निर्भर करेगा।
डॉ. वर्मा ने अभी तक चार्ज लीविंग फॉर्म पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं और उनके पेंशन दस्तावेज भी प्रक्रियाधीन हैं। सुप्रीम कोर्ट के 2006 के प्रकाश सिंह बनाम भारत सरकार मामले में दिए गए आदेश और उसके 2019 के संशोधन के तहत राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करना होता है कि डीजीपी को कम से कम दो वर्षों का निश्चित कार्यकाल मिले — यह मुद्दा भी चर्चा में है।