उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में यातायात नियमों की अनदेखी कर पर्सनल कार में हूटर और पदनाम का स्टीकर लगाना डुमरियागंज के एसडीएम को भारी पड़ गया. कैंट पुलिस ने इनकी कार को सीज कर दिया है. गोरखपुर पुलिस ने कार के ड्राइवर से जब गाड़ी के बारे में पूछा तो ड्राइवर ने बताया कि गाड़ी एसडीएम संजीव कुमार की है. बता दें कि एसडीएम संजीव कुमार दीक्षित गोरखपुर में तहसीलदार भी रह चुके हैं.
चेकिंग के दौरान पकड़ी गई
उत्तर प्रदेश की गोरखपुर पुलिस एक्शन मोड में है. गोरखपुर पुलिस एसएसपी के आदेश पर गलत तरीके से हूटर लगाने, फर्जी पास लगाकर चलने वालों आदि पर कार्रवाई कर रही है. इससे पहले फर्जी पास के मामले में हाल ही में पूर्व मंत्री के बेटे पर कैंट थाने में केस दर्ज किया गया था. इसी कड़ी में एसडीएम की कार भी चेकिंग के दौरान पकड़ी गई है. खबरों के मुताबिक, जब एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई रेलवे जीएम ऑफिस के पास से जा रहे थे, इस दौरान रास्ते में उनकी नजर एक प्राइवेट कार पर पड़ी. इस कार पर हूटर लगा हुआ था, जिसके बाद उन्होंने तुरंत कार को रुकवा लिया था और कैंट पुलिस को वहां बुला लिया. कैंट पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई. इस दौरान पुलिस ने कार के ड्राइवर से पूछताछ की तो ड्राइवर ने बताया कि यह गाड़ी डुमरियागंज के एसडीएम संजीव कुमार दीक्षित की है, जो कि पहले गोरखपुर के सदर तहसीलदार भी रह चुके हैं.
एसडीएम ने संपर्क भी किया
गोखपुर पुलिस की ओर से इस कार को नियमानुसार न चलाने पर सीज कर दिया गया है. हालांकि, पुलिस की कार्रवाई होने के बाद एसडीएम ने संपर्क भी किया था लेकिन तब तक कार्रवाई हो चुकी थी. एसएसपी के निर्देश पर पुलिस हूटर और पदनाम का गलत स्टीकर लगे वाहनों के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्रवाई कर रही है.