जनता से ‘आप’ कहकर पुलिसकर्मी करें बात, गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर का नया निर्देश

Share This

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में अब पुलिसकर्मियों को जनता से बात करते समय ‘तू’ या ‘तुम’ जैसे अपमानजनक शब्दों के प्रयोग की अनुमति नहीं होगी। नए पुलिस आयुक्त जे. रविंदर गौड़ ने इस दिशा में एक अहम पहल की है, जिसका उद्देश्य पुलिस और जनता के रिश्तों को विश्वास और सम्मान की नींव पर दोबारा खड़ा करना है। यह पहल गाजियाबाद पुलिस को संवेदनशील, जिम्मेदार और जनोन्मुखी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

जारी हुआ ये आदेश

पुलिस आयुक्त के आदेश के अनुसार, अब हर पुलिसकर्मी को ‘आप’ और ‘जी’ जैसे आदरसूचक शब्दों का उपयोग करना अनिवार्य होगा। थानों में आने वाले नागरिकों के लिए बैठने की व्यवस्था, पेयजल सुविधा और बच्चों को चॉकलेट देने जैसे छोटे लेकिन मानवीय प्रयासों को भी शुरू किया जा रहा है।

इस बदलाव की पृष्ठभूमि में एचएमएल कॉलेज के डायरेक्टर धीरज शर्मा के साथ हुई एक कथित बदसलूकी की घटना रही, जिसके बाद नंदग्राम थाने के एसआई लेखराज और दो हेड कांस्टेबलों को निलंबित कर दिया गया।

पुलिस आयुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि यह सुधार केवल थानों तक सीमित नहीं रहेगा। फोन कॉल्स पर भी पुलिसकर्मियों को सौम्य भाषा का प्रयोग करना होगा। वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं, बच्चों और दिव्यांगजनों के साथ विशेष सम्मान और संवेदनशीलता से व्यवहार करने के निर्देश दिए गए हैं। महिलाओं को सूर्यास्त के बाद थाने नहीं बुलाया जाएगा; वे महिला हेल्प डेस्क के माध्यम से अपनी शिकायतें दर्ज करवा सकती हैं।

ड्यूटी के दौरान इन चीजों पर रोक

ड्यूटी के दौरान मोबाइल फोन, ईयरफोन या ब्लूटूथ जैसे उपकरणों के इस्तेमाल पर भी रोक लगा दी गई है। ये चेतावनी उन पुलुसकर्मियों के लिए जो ड्यूटी के दौरान रील बनाते हैं। यदि कोई पुलिसकर्मी दुर्व्यवहार करता है, तो उसकी ऑडियो या वीडियो रिकॉर्डिंग डीसीपी कार्यालय को भेजी जा सकती है, जिस पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *