मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद प्रदेश में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर उन्हें वापस भेजने की कार्रवाई जिस तेजी से हुई, उसका संचालन प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार की निगरानी में किया गया। डीजीपी के सख्त आदेशों और त्वरित समन्वय के चलते अब तक सभी पाकिस्तानी नागरिकों को भारत से निष्कासित कर दिया गया है। अब सिर्फ एक नागरिक प्रदेश में बचा है, जिसे 30 अप्रैल को वापस पाकिस्तान भेजा जाएगा।
डीजीपी ने दी जानकारी
जानकारी देते हुए डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश मिलते ही राज्य पुलिस हरकत में आ गई थी। सभी जिलों में विशेष निगरानी बढ़ा दी गई और इंटेलिजेंस यूनिट्स के साथ मिलकर तेजी से सत्यापन और कार्रवाई की गई। उन्होंने स्वयं इस पूरी प्रक्रिया पर नजर रखी और ज़िलों के पुलिस प्रमुखों को नियमित दिशा-निर्देश दिए।
हालिया पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द किए जाने के फैसले के बाद यूपी पुलिस ने इसे प्राथमिकता के आधार पर लिया। डीजीपी ने यह सुनिश्चित किया कि वापसी प्रक्रिया में किसी तरह की चूक न हो। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जरूरत पड़ने पर संबंधित व्यक्तियों के साथ सुरक्षा बल भेजे जाएंगे ताकि वे सीधे पाकिस्तान ही पहुंचे।
अपनाई जाएगी ये नीति
प्रशांत कुमार ने कहा कि राज्य की सुरक्षा सर्वोपरि है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। पुलिस और खुफिया एजेंसियां इस पूरे अभियान पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और भविष्य में भी ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।