भाजपा के पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान ने अपनी सुरक्षा हटाए जाने पर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि उनकी सुरक्षा बिना सूचना के हटा ली गई, जो पूरी तरह से गलत है. मुजफ्फरनगर के पूर्व सांसद बालियान ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर इस फैसले का विरोध किया और कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने की वजह से यह कदम उठाया गया है. उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर उनके साथ कोई घटना होती है, तो इसके लिए राज्य सरकार के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा.
सुरक्षा हटाए जाने की बताई वजह
पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के सुरक्षा से UP पुलिस के जवान हटाए जाने के मामले को लेकर विवाद जारी है. इस बीच यह बात सामने आई है कि संजीव बालियान को केंद्र सरकार की तरफ से अब भी Y कैटेगिरी की VIP सुरक्षा मिली हुई है. यलो बुक के आधार पर ये सुरक्षा गृह मंत्रालय की तरफ से दी गई है, जिसमें दिल्ली पुलिस के जवान संजीव बालियान की सुरक्षा में तैनात हैं. इसमें कुल 8 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं. जिसमें पांच आर्म्ड स्टैटिक गार्ड घर पर लगाए जाते हैं. साथ ही 3 शिफ्ट में 3 पीएसओ सुरक्षा करते हैं. बालियान ने बताया कि वह मंदिर और धर्मशाला से जुड़े एक विवाद को लेकर ग्रामीणों के साथ मंसूरपुर थाने पहुंचे थे. उनका आरोप है कि डिस्टलरी ने पुलिस की मदद से गांव की जमीन पर कब्जा कर लिया और ग्रामीणों पर फर्जी मुकदमे दर्ज कराए. जब अधिकारियों ने उनकी बात नहीं सुनी, तो उन्होंने धरना दिया. इसके बाद रातों रात उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई.
पुलिस का बयान
एसएसपी अभिषेक सिंह ने कहा कि नियमों के तहत बालियान को एक गनर दिया जाएगा, लेकिन पूर्व मंत्री का कहना है कि एक केंद्रीय मंत्री के साथ ऐसा व्यवहार भाजपा के अन्य कार्यकर्ताओं के लिए चिंता का विषय है. उन्होंने कहा, “मेरी सुरक्षा की जिम्मेदारी जनता के हाथ में है. लेकिन पुलिस का ऐसा रवैया भाजपा कार्यकर्ताओं के मनोबल को कमजोर कर सकता है.”