ASG राजू ने कहा कि श्रीनिवासुलु रेड्डी के कविता के आवास पर उनसे मिलने गए थे. कविता ने श्रीनिवासुलु रेड्डी से कहा था कि उन्हें बताए कि अरविंद केजरीवाल ने उनसे 100 रुपये देने के लिए कहा था. रेड्डी को रुपये की व्यवस्था करने के लिए कहा गया था. उसी के लिए 50 करोड़ का अरेंज करने के लिए कहा गया था. ईडी ने कहा अपराध की आय सिर्फ 100 करोड़ नहीं है, बल्कि कंपनियों द्वारा प्राप्त अतिरिक्त मुनाफा है. ईडी के वकील ने कहा कि आम आदमी पार्टी शराब नीति की लाभार्थी है, लेकिन इसका व्यक्तिगत अस्तित्व नहीं है. यह एक कंपनी है. कंपनी के कामकाज में शामिल प्रत्येक व्यक्ति जिम्मेदार है और उसे दोषी माना जाएगा.
आम आदमी पार्टी को 45 करोड़ रुपये मिले
ईडी ने कोर्ट को बताया कि शराब घोटाले में आरोपी कविता के बयान भी लिए गए हैं. दर्ज बयानों के मुताबिक केजरीवाल ने कविता से मुलाकात की और उनसे कहा कि उन्हें दिल्ली शराब नीति पर मिलकर एक साथ काम करना चाहिए. एएसजी राजू ने कहा कि मनीष सिसोदिया ने भी मामले में मुख्य भूमिका निभाई है. सिसोदिया की जमानत सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था. साउथ ग्रुप के जरिए आम आदमी पार्टी को 45 करोड़ रुपये मिले, जिसका इस्तेमाल गोवा विधानसभा चुनाव के दौरान हुआ. मनीष सिसोदिया ने विजय नायर को केजरीवाल के घर बुलाया और शराब नीति से जुड़े दस्तावेज दिया. विजय नायर केजरीवाल और के कविता के लिए काम कर रहा था, साउथ ग्रुप में मिडिल मैन की भूमिका में था. ईडी ने कोर्ट को बताया कि शराब घोटाले में आरोपी कविता के बयान भी लिए गए हैं. दर्ज बयानों के मुताबिक केजरीवाल ने कविता से मुलाकात की और उनसे कहा कि उन्हें दिल्ली शराब नीति पर मिलकर एक साथ काम करना चाहिए.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मुख्य साजिशकर्ता
ईडी ने कहा कि दो बार कैश का ट्रांसफर हुआ था. शराब घोटाले का आरोपी विजय नायर केजरीवाल के लिए काम कर रहा था. नायरर दरअसल केजरीवाल के घर के पास ही रह रहा था. वह केजरीवाल का करीबी था. वह दरअसल बिचौलिये की तरह काम कर रहा था. केजरीवाल ने दक्षिण लॉबी से रिश्वत मांगी थी. हमारे पास उनके खिलाफ रिश्वत मांगने के पुख्ता सबूत हैं. ईडी ने कोर्ट से कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मुख्य साजिशकर्ता हैं, केजरीवाल ने दूसरे नेताओं के साथ मिलकर साजिश रची, शराब नीति की किर्यान्वय में केजरीवाल सीधे रूप से शामिल थे. पीएमएलए के तहत इस पूरे मामले में कई आरोप हैं. एक्सपर्ट कमेटी जिसका काम नीति के लिए राय इकट्ठी करना था, उसने कोई काम नहीं किया. सुनवाई के दौरान एएसजी एस वी राजू ने रिमांड पेपर में शराब नीति का जिक्र किया. उन्होंने बताया कि इसे लेकर जो कमिटी बनाई गई थी, वो दिखावा थी. ऐसी नीति बनाई गई, जिससे की घूस ली जा सके. घूस का पैसा आम आदमी पार्टी को भी गया, जिसके अरविंद केजरीवाल संयोजक हैं. मनीष सिसोदिया को घर पर बुलाया गया और उनको ड्राफ्ट पालिसी दी गयी, जिसको बाद में लागू किया गया.
28 पेजों की दलीलें पेश की
राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई के दौरान ईडी ने अदालत को बताया कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली शराब घोटाले के किंगपिन (सरगना) हैं. ईडी ने कहा कि केजरीवाल दिल्ली शराब नीति के गठन में सीधे तौर पर शामिल थे. केजरीवाल ने रिश्वत लेने के लिए कुछ खासों लोगों का पक्ष लिया. अपराध की आय का इस्तेमाल आम आदमी पार्टी के गोवा चुनावों के लिए किया गया था. ईडी ने राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई शुरू होते ही केजरीवाल की गिरफ्तारी का आधार बताते हुए कोर्ट में 28 पेजों की दलीलें पेश की हैं. ईडी के वकील एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने कोर्ट को बताया कि आरोपी (केजरीवाल) को गुरुवार रात नौ बजकर पांच मिनट पर गिरफ्तार किया गया था. उसे 24 घंटों के भीतर कोर्ट के सामने पेश किया गया है. हमने उनकी 10 दिनों की रिमांड की याचिका दी है. हमने सभी प्रावधानों का पालन किया है. उनके परिवार को भी इसके बारे सूचित किया गया था. ईडी ने कोर्ट को केजरीवाल की गिरफ्तारी और घर पर छापेमारी की फाइल भी दिखाई. राउज एवेन्यू कोर्ट में शराब घोटाले मामले की सुनवाई जारी है. इस दौरान ईडी ने केजरीवाल को लेकर कई दावे किए हैं. ईडी ने दो लोगों की चैट का हवाला दिया, जिसमें कैश को लेकर बातचीत हो रही है. ईडी ने बताया कि हवाला के जरिए गोवा 45 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए. अलग-अलग लोगों को बड़ी धनराशि दी गई. हमने इन लोगों की सीडीआर डिटेल हासिल की है. इनके फोन रिकॉर्ड भी हमारे पास हैं. विजय नायर की एक कंपनी से भी सबूत मिले हैं. चार रूट के जरिए पैसा गोवा ट्रांसफर किया गया.
AAP के तीन नेता पहले ही काट रहे सजा
आसान भाषा में समझें तो गैर-कानूनी तरीकों से कमाए गए पैसों को छिपाने को मनी लॉन्ड्रिंग कहते है। यह एक अवैध प्रक्रिया है जो काले धन को सफेद धन में बदलती है। इसी धन की हेरा-फेरी करने वाले को लाउन्डर कहा जाता है। आम आदमी पार्टी सरकार के तीन मंत्री पहले ही इस कानून के तहत सजा काट रहे है। इसमें पूर्व मंत्री मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन का नाम शामिल है। यह दोनों पीएमएलए के तहत जेल में हैं। वहीं, आप नेता संजय सिंह भी पीएमएलए में गिरफ्तार हुआ और जेल में बंद हैं। पीएमएलए की धारा 45 का जिक्र दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पहले भी किया था। इस धारा के तहत जमानत मिलना बहुत मुश्किल होता है। आरोपी व्यक्ति के लिए अपनी रिहाई कराना चुनौतीपूर्ण हो जाता है। पीएमएलए के तहत सभी अपराध संज्ञेय और गैर-जमानती हैं, जिनमें अग्रिम जमानत का कोई प्रावधान नहीं है। आसान भाषा में समझें तो PMLA के तहत गिरफ्तार व्यक्ति को अपनी बेगुनाही साबित करनी होगी कि उनके खिलाफ लगे सभी आरोप निराधार हैं। हालांकि, यब साबित करना बेहद मुश्किल हो सकता है।
अपने पिता को बनाना चाहते थे शराब कारोबार का चेहरा
मुंगटा का बयान पढ़ते हुए ईडी ने कहा कि केजरीवाल चाहते थे कि उनके पिता दिल्ली में शराब कारोबार का चेहरा बनें. अरविंद केजरीवाल ने एहसान के बदले साउथ ग्रुप से रिश्वत की मांग की. इस बात की पुष्टि बयानों से होती है. वह सीधे तौर पर नीति निर्माण में शामिल थे. वह गोवा चुनाव अभियान के साथ-साथ अपराध की आय के प्रबंधन में भी शामिल थे. केजरीवाल पार्टी के मुखिया हैं. एएसजी राजू ने राघव मुगंटा के बयान का हवाला दिया कि केजरीवाल चुनाव कर लिए 100 करोड़ की फंडिंग चाहते थे. मुंगटा पिता पुत्र दोनों ने इस बयान की तस्दीक की है.
धारा 45 के तहत जमानत के लिए दो सख्त शर्तें
वर्तमान सरकार ने 2018 में पीएमएलए में संशोधन किया था, जिसके मद्देनजर धारा 45 के तहत जमानत के लिए दो सख्त शर्तें है। पहला यह कि कोर्ट को यह मानना होगा कि आरोपी दोषी नहीं है और दूसरा यह कि जमानत के दौरान आरोपी का अपराध करने की कोई भी मंशा नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में ईडी की शक्तियों और पीएमएलए अधिनियम में संशोधन को बरकरार रखते हुए कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग एक जघन्य अपराध है, जो देश के सामाजिक और आर्थिक मामले को प्रभावित करता है। पीएमएलए में जमानत मिलना मुश्किल होता है। यह कानून 2002 में बनाया गया था और 1 जुलाई 2005 को लागू किया गया था। इस कानून का मुख्य उद्देश्य मनी लॉन्ड्रिंग को रोकना है। इसके दायरे में बैंक, म्यूचुअल फंड और बीमा कंपनियां को भी 2012 में शामिल किया गया। इस एक्ट के अंतर्गत अपराधों की जांच की जिम्मेदारी प्रवर्तन निदेशालय के पास होती है।