प्रदेश के चित्रकूट में रेलवे स्टेशन के सामने संचालित एक गेस्ट हाउस के कमरे में कर्वी कोतवाली के कारखास रहे सिपाही वीरेंद्र सिंह (Constable Virendra Singh) का शव फांसी के फंदे से लटकता मिलने से हड़कंप मच गया। गेस्ट हाउस कर्मचारी की सूचना पर पहुंची पुलिस ने सिपाही के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर छानबीन शुरू कर दी। फिलहाल, आत्महत्या की वजह का पता नहीं चल सका है। वहीं, सूचना पाकर बेटे के साथ पहुंची पत्नी ने गंभीर आरोप लगाए हैं।
सिपाही के तौर पर जिले में तैनाती थी
यूपी पुलिस में तैनात मृतक सिपाही की पत्नी ने रोते-बिलखते हुए कहा कि मेरे पति को उनके अधिकारी लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। उनके खिलाफ लेट पहुंचने पर रिपोर्ट दर्ज कर ली जाती थी। इसी की वजह से वह डिप्रेशन में थे और आज उन्होंने सुसाइड कर लिया। बता दें कि मूल रूप से गाजीपुर जिले के थाना कंटेडा के धरम्मपुर निवासी 35 वर्षीय वीरेंद्र यादव की सिपाही के तौर पर जिले में तैनाती थी। वह करीब 2 साल से कर्वी कोतवाली में तैनात रहे। कारखास के तौर पर कोतवाली में काम करने के दौरान उनकी शिकायत मिली थी। उस दौरान तत्कालीन एसपी ने उन्हें पुलिस लाइन से संबंद्ध कर दिया था। इसके बाद वह अपने बच्चों के साथ प्रयागराज रोड स्थित ईंटा मंडी के पास किराए का कमरा लेकर रह रहे थे।
पत्नी के पहुंचने पर कमरे का दरवाज तोड़ा
हालांकि, करीब तीन दिन से वीरेंद्र यादव अपने बच्चों के पास न जाकर रेलवे स्टेशन रोड स्थित एक गेस्ट हाउस के कमरे में रुकता था। उसने यहा कमरा बुक कराया था। मंगलवार की दोपहर अपने दोस्त कालूपुर पाही निवासी वीरेंद्र शुक्ला के साथ वह गेस्ट हाउस पहुंचा। दोस्त को नीचे मैनेजर कक्ष के पास बैठाने के बाद दूसरे खंड में बुक कमरे पर सिपाही चला गया। कापी देर बाद गेस्ट हाउस के एक कर्मचारी ने कमरे में आवाज लगाई, लेकिन उधर से कोई जवाब नहीं मिला। ऐसे में दोस्त वीरेंद्र शुक्ला ने सिपाही की पत्नी सोनी देवी को सूचित किया। पत्नी के पहुंचने पर कमरे का दरवाज तोड़ा गया, तो सिपाही का शव फंदे से लटका मिला। इसकी सूचना पाकर सीओ सिटी हर्ष पांडेय और कोतवाली प्रभारी अजीत पांडेय मौके पर पहुंचे और शव को फंदे से नीचे उतरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक सिपाही के एक बेटा और तीन बेटियां हैं। उधर, मौके पर पहुंचे एसपी अरुण कुमार सिंह ने कहा कि सिपाही ऑन ड्यूटी था। गेस्ट हाउस के रजिस्टर को देखा गया है। इसमें चार दिन पहले की एंट्री रजिस्टर्ड है। वह यहां चार दिनों से रह रहा था। पूछताछ के क्रम में पता चला है कि वह अपनी पत्नी और बच्चे के साथ यहीं किराए के मकान पर रहता था। मौके से किसी तरह का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। सिपाही के मोबाइल को कब्जे में लेकर सर्विलांस पर लगाया गया है, जिसके जरिए छानबीन की जाएगी।