उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले के गांव नरैनामऊ से ताल्लुक रखने वाली देवांशी सक्सेना ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 में 124वीं रैंक हासिल कर मिसाल कायम की है। खास बात यह है कि देवांशी एक आईपीएस अधिकारी की बेटी हैं। उनके पिता अखिलेश चंद्र सक्सेना वर्तमान में बरेली में आईपीएस पद पर तैनात हैं। बेटी की इस उपलब्धि ने एक अफसर पिता के चेहरे पर गर्व और संतोष दोनों ला दिए हैं।
बांटी जा रही मिठाई
देवांशी की पढ़ाई-लिखाई शुरू से ही उच्च स्तर की रही है। उन्होंने दिल्ली के श्रीराम लेडी कॉलेज से स्नातक और आईआईटी अहमदाबाद से परास्नातक की डिग्री प्राप्त की।
पढ़ाई में शुरू से ही मेधावी रही देवांशी का सपना था कि वह भी अपने पिता की तरह देश की सेवा करें, लेकिन प्रशासनिक भूमिका में। इसी लक्ष्य को लेकर उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की और अपने पहले ही प्रयास में शानदार सफलता हासिल की।
देवांशी की इस सफलता से उनका पूरा परिवार गर्वित है। मां सुजाता सक्सेना, भाई अक्षत, जो बीटेक कर रहे हैं, और दादा कौशल किशोर सक्सेना (सेवानिवृत्त शिक्षक) ने मिठाइयां बांटकर खुशियां मनाईं।
बचपन से दिए गए संस्कार
कौशल किशोर कहते हैं, “मेरी पोती ने हमारे पूरे परिवार का सपना पूरा कर दिया।” देवांशी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार, विशेषकर पिता की प्रेरणा और अनुशासन को दिया है। उनका कहना है कि एक पुलिस अधिकारी की बेटी होने के नाते उन्होंने बचपन से ही कर्तव्य, ईमानदारी और राष्ट्रसेवा के संस्कार सीखे हैं, जिन्हें अब वह एक आईएएस अधिकारी के रूप में आगे बढ़ाना चाहती हैं।