मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी त्योहारों को देखते हुए रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि ईद सहित किसी भी पर्व पर कोई नई परंपरा शुरू करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस संबंध में उन्होंने अपने सरकारी आवास से प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक की और देर रात सख्त निर्देश जारी किए।
सीएम ने कहा ये
मुख्यमंत्री ने कहा कि चैत्र नवरात्र, रामनवमी और ईद-उल-फितर जैसे प्रमुख पर्व नजदीक हैं, ऐसे में कानून-व्यवस्था बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को हिदायत दी कि परंपराओं के विपरीत कोई गतिविधि न हो और उपद्रव फैलाने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाए। पर्वों के दौरान शोभायात्राएं और मेले आयोजित किए जाएंगे, जिससे भीड़ प्रबंधन बेहद आवश्यक होगा। उल्लास और आस्था के इस माहौल में किसी भी तरह की अशांति न हो, इसके लिए प्रशासन को चौकस रहना होगा।
मुख्यमंत्री ने खासतौर पर अलविदा की नमाज के दौरान सतर्कता बढ़ाने का निर्देश दिया और ईद पर स्वच्छता, पेयजल एवं सफाई की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। रामनवमी के अवसर पर अयोध्या और चैत्र नवरात्र में विंध्यवासिनी धाम, देवीपाटन धाम, मां शाकुंभरी धाम और सीतापुर जैसे स्थानों पर भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। उन्होंने इन धार्मिक स्थलों पर सुव्यवस्था बनाए रखने और महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए विशेष महिला पुलिस बल तैनात करने के निर्देश दिए।
वाहन चालकों का हो सत्यापन
सीएम योगी ने कहा कि टेंपो और ई-रिक्शा चालकों का प्राथमिकता के आधार पर सत्यापन कराया जाए, नाबालिग वाहन न चलाएं और किराएदारों की भी जांच हो। महिला अपराधों पर कठोर कार्रवाई करने का आदेश देते हुए उन्होंने ओवरलोडिंग रोकने और परिवहन विभाग को इस कार्य में शामिल करने की बात कही।