यूपी के बुलंदशहर में साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस पूरी तरह तैयार हो गई है. इसके लिए एसएसपी ने साइबर क्राइम थाने का गठन किया है. जहां ऑनलाइन ठगी से लेकर साइबर अपराधों पर लगाम लगाई जाएगी. साथ ही 48 घंटे में ऐसे मामलों का निस्तारण करने का प्रयास किया जाएगा. इसमें सीओ क्राइम और एसपी क्राइम पर्यवेक्षण अधिकारी होंगे.
पुलिस ने साइबर क्राइम थाने का गठन किया
देशभर पिछले कुछ सालों से में साइबर क्राइम के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं. ऑनलाइन ठगी, क्लोन एटीएम, हैकिंग और फर्जी स्कीम के जरिए ठगी करने वालों की फेहरिस्त काफी लंबी है. ऐसे में प्रदेशभर में ऑनलाइन ठगी के कारनामों को अंजाम देने वालों अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजने के लिए बुलंदशहर पुलिस ने साइबर क्राइम थाने का गठन किया है. ताकि, साइबर अपराध पर रोकथाम हो सके. दावा किया जा रहा है कि अगर कोई 24 घंटे से पहले साइबर थाने को सूचना देता है तो निश्चित रूप से 48 घंटों में उसका निस्तारण हो सकता है.
48 घंटे में साइबर अपराधों का निस्तारण
साइबर क्राइम थाने की जानकारी देते हुए बुलंदशहर के एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि जनपद में साइबर थाने का गठन किया गया है. पिछले कुछ दिनों से साइबर फ्रॉड के मामले बढ़ते जा रहे थे, जिसको लेकर साइबर थाना बनाया गया है. इस थाने में ऑनलाइन ठगी, साइबर फ्रॉड और सोशल मीडिया के माध्यम से जो लोग फ्रॉड कर रहे हैं उन सभी मामलों को 48 घंटे में निस्तारण किया जा रहा है. अगर कोई साइबर अपराध करता है तो निश्चित रूप से उसे जेल भेजा जा रहा है. इस थाने के अंदर सर्विलांस से संबंधित जानकारी रखने वाले पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.
साइबर थाने ने 48 घंटे में किए कई खुलासे
बुलंदशहर साइबर थाना पुलिस अब इतनी सक्रिय हो गई है कि कुछ लोगों से ऑनलाइन ठगी के माध्यम से बैंक खाते से पैसे उड़ा लिए थे. इस गैंग का 48 घंटे के अंदर खुलासा कर दर्जनों लोगों के पैसे वापस कराए गए. कहा जा सकता है कि अब यदि अगर कोई ऑनलाइन ठगी का प्रयास करता है तो वह निश्चित रूप से 48 घंटों में सलाखों के पीछे होगा. जबकि ऑनलाइन गैंग को चलाने वालों में सबसे ज्यादा दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, बिहार और गुजरात के युवा सक्रिय हैं, जो ऑनलाइन फ्रॉड कर लोगों को लाखों रुपए का चूना लगा रहे हैं.