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Lucknow: विवाद सुलझाने पहुंची पुलिस टीम पर जानलेवा हमला, वर्दी फाड़ने के बाद सिपाही को जमकर पीटा

जो पुलिस लोगों की सुरक्षा में सदैव तत्पर रहती है, आज के समय में उन्हीं पर कई जगहें हमलों की खबरें सामने आती रहती हैं। ताजा मामला लखनऊ जिले का है, जहां मकान मालिक और किरायदारों के बीच हुए झगड़े को सुलझाने के लिए पहुंची पुलिस पर ही लोगों ने हमला कर दिया। इस दौरान उन्होंने पुलिसकर्मियों की वर्दी फाड़ दी और सिपाही को मजकर पीटा। खबर मिलते ही अतिरिक्त पुलिस फोर्स वहां पहुंची, तब जाकर मामले को शांत कराते हुए आरोपी को पकड़ लिया गया। अभी कई आरोपी फरार है।

ये था मामला

जानकारी के मुताबिक, लखनऊ में शिवम, विजय ने देवपुर पारा निवासी राजकुमार के मकान में दुकान किराए पर ली थी। इस दुकान का तीन साल का एग्रीमेंट था। यह अक्तूबर 2024 में पूरा होना है। इसके बाद भी राजकुमार के लड़के करन दुकान खाली करने का दबाव बना रहे थे। इसी बीच पीड़ितों ने कोर्ट की भी मदद लेने की कोशिश की। इसी मामले में कुछ दिन पहले मलिहाबाद निवासी मोबाइल कारीगर शिवम गौतम, पारा निवासी डेयरी संचालक विजय सिंह ने आईजीआरएस में शिकायत की थी। इस शिकायत में कहा गया था कि देवपुर पारा निवासी राजकुमार रावत का बेटा करण उनकी दुकान को जबरन खाली करा रहा है।

पुलिसकर्मियों की हुई पिटाई

इसी शिकायत की वजह से पुलिस टीम विवादस्थल पर पहुंची। इस दौरान वहां शिवम, विजय संग करन, परिवार वाले झगड़ा कर रहे थे। उन्हें दरोगा और सिपाही ने रोकने का प्रयास किया तो करन रावत ने दरोगा पर हमला कर दिया। भाई अर्जुन ने झपटकर दरोगा राज की वर्दी फाड़ दी। सिपाही मोहित ने आरोपियों को रोकने का प्रयास किया। इसके साथ ही करन की बहन कंचन, बहनोई अनिल ने सिपाही से मारपीट की। फिलहाल पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जबकि अन्य आरोपी वहां से फरार हो गए। ऐसे में बाकियों की तलाश जारी है।

UP POLICE में शुरू हुई SI और ASI पदों के लिए भर्ती, इस तरह करें आवेदन

नए साल के साथ ही यूपी पुलिस में एसआई और एएसआई की भर्ती के लिए आवेदन शुरू हो गए हैं। रविवार को इस भर्ती का नोटिफिकेशन भी जारी हो गया। जो भी युवा इस भर्ती के लिए आवेदन करना चाहते हैं वो उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट uppbpb.gov.in के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने की आखिरी तारीख 28 जनवरी 2024 है।

मांगी गई ये योग्यता

जानकारी के मतुबाकि, नोटिफिकेशन में साफ कहा गया है कि जो भी व्यक्ति पुलिस उप निरीक्षक (गोपनीय) और पुलिस सहायक उप निरीक्षक (लिपिक ) के लिए आवेदन करना चाहता है, उसके पास किसी भी स्ट्रीम स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। वहीं पुलिस सहायक उप निरीक्षक (लेखा) पदों के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थी का काॅर्मस से ग्रेजुएट होना अनिवार्य है। इन पदों के लिए टाइपिंग की स्पीड भी पहले से निर्धारित है। आवेदन करने वाले अभ्यर्थी की उम्र 21 वर्ष से 28 वर्ष के बीच होनी चाहिए। ओबीसी, एससी व एसटी वर्ग के अभ्यर्थी को अधिकतम उम्र सीमा में सरकार के नियमानुसार छूट भी दी गई है।

ऐसे करें अप्लाई

सबसे पहले UPPBPB की आधिकारिक वेबसाइट uppbpb.gov.in पर जाएं। इसके बाद होम पेज पर उपलब्ध सब इंस्पेक्टर और सहायक सब इंस्पेक्टर आवेदन लिंक पर क्लिक करें। इसके बाद यहां एक नया पेज खुलेगा जहां अपना पंजीकरण करें। रजिस्ट्रेशन के बाद अकाउंट में लॉगइन करें और आवेदन शुरू करें। सभी आवश्यक जानकारी दर्ज करें और डाक्यूमेंट अपलोड करें। फीस जमा करें और सबमिट करें। यहां सभी जानकारियां सही तरह से भरें, ताकि कोई गलती ना होने पाए।

इतनी है फीस

आपको बता दें कि सभी वर्ग के संबंधित अभ्यर्थियों के आवेदन शुल्क 400 रुपए निर्धारित है। शुल्क का भुगतान ऑनलाइन मोड के माध्यम से किया जाना है। ऐसे में फीस भरकर फिर परीक्षा की तैयारी शुरू कर दें।

गाजियाबाद: सड़क हादसे में दो सिपाहियों की मौत, चालक की हालत गंभीर

यूपी के गाजियाबाद जिले में हुए सड़क हादसे में यूपी और दिल्ली के दो सिपाहियों की दर्दनाक मौत हो गई। हादसे के वक्त ये गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई थी। इसी के चलते ये दर्दनाक हादसा हो गया। हादसे के बाद अन्य पुलिसकर्मी घायल पुलिसकर्मियों को पास के अस्पताल में ले गए, जहां दो सिपाहियों को मृत घोषित कर दिया गया। फिलहाल खबरों की मानें तो गाड़ी चलाने वाला चालक भी घायल है लेकिन उसकी हालत खतरे से बाहर है। मृतक सिपाहियों में से एक के पिता ने इसे हादसा नहीं बल्कि साजिश का नाम दिया है।

ये है मामला

जानकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस में सिपाही जय ओम शर्मा और उत्तर प्रदेश पुलिस के सिपाही जयवीर सिंह राघव बिल्डर निखिल चौधरी की सुरक्षा में तैनात थे। बीती रात कार में दोनों सिपाही और एक चालक इंदिरापुरम से वसुंधरा के बुद्ध चौक की ओर जा रहे थे। देर रात इनकी कार एलिवेडेट रोड के नीचे कार डिवाइडर से टकरा कर पलटती हुई दूसरी तरफ पहुंच गई।

जैसे ही पास में स्थित पुलिस चौकी पर हादसे की खबर पहुंची तो मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने सिपाहियों को तत्काल ही अस्पताल में भर्ती कराया, जहां दोनों सिपाहियों को मृत घोषित कर दिया गया। फिलहाल अभी चालक भी घायल है।

हो रही है मामले की जांच

हादसे के बाद दोनों सिपाहियों के परिजनों को हादसे की सूचना दे दी गई है। दोनों सिपाहियों का शव हिंडन मोर्चरी पर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मृतक सिपाही जयवीर सिंह के पिता घनश्याम सिंह का कहना है कि दोनों पुलिसकर्मियों की मौत गले नहीं उतर रही। उनका कहना है कि ये हादसा नहीं बल्कि हत्या है। इसी के चलते अब अफसरों ने मामले में जांच बैठाई है।

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान कड़ी रहेगी सुरक्षा व्यवस्था, चप्पे-चप्पे पर अभी से पुलिस तैनात

22 जनवरी का दिन हर किसी के लिए बेहद खास होने वाला है। दरअसल, इस दिन अयोध्या के में तैयार हो रहे विशाल राममंदिर में रामलला की मूर्ति विराजमान की जाएगी। ऐसे में लोग इस कार्यक्रम के लिए पीएम मोदी से लेकर तमाम दिग्गज नेता और अभिनेता वहां पहुंचेगे। हजारों-लाखों की तादाद में मंदिर में लोगों के पहुंचने की उम्मीद लगाई जा रही है। ऐसे में जिले की सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी की जा रही है।

किए गए कड़े इंतेजाम

जानकारी के मुताबिक, अयोध्या में राम लला (शिशु भगवान राम) के प्राण-प्रतिष्ठा (अभिषेक) समारोह के लिए वैदिक अनुष्ठान मुख्य समारोह से एक सप्ताह पहले 16 जनवरी को शुरू होंगे। वाराणसी के एक पुजारी, लक्ष्मी कांत दीक्षित, 22 जनवरी को राम लला के अभिषेक समारोह का मुख्य अनुष्ठान करेंगे। 14 जनवरी से 22 जनवरी तक, अयोध्या में अमृत महोत्सव मनाया जाएगा। इसके लिए जिले में कड़ी सुरक्षा के इंतेजाम किए जा रहे हैं।

हर जगह पर होगी फोर्स तैनात

हाल ही में अयोध्या पुलिस ने आगामी ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के संबंध में श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के अधिकारियों के साथ एक बैठक की, जिसमें सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई। इसमें ये साफ तौर पर कहा गया कि जिले में अभी से भारी तादाद में पुलिस की तैनाती कर दी गई है और पूरे जिले में राम मंदिर के आसपास के इलाकों और टेंट सिटी में आर्टिफिशिय इंटेलिजेंस से संचालित सीसीटीवी लगाए गए हैं।

पुलिस ने ये भरोसा दिलाया है कि इस भव्य समारोह के लिए शहर आने वाले तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा। पुलिस को हर जगह इस तरह से तैनाती की जाएगी कि किसी को भी किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े। इसके लिए अतिरिक्त पुलिसबल को भी तैयार कर दिया गया है।

मेधज शौर्य सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि बनकर पहुंचे DG लॉ एंड आर्डर और ADG STF, शहीदों के परिजनों को दी आर्थिक सहायता

लखनऊ में आयोजित मेधज शौर्य सम्मान समारोह में DG लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार और ADG एसटीएफ अमिताभ यश भी शामिल होने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने शहीद पुलिसकर्मियों के परिवार आर्थिक मदद दी। फाउंडेशन की तरफ से शहीदों को परिवारों को 5-5 लाख की आर्थिक सहायता फाउंडेशन से की गई। इस कार्यक्रम के दौरान DG लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने पुलिसकर्मियों के काम की काफी सराहना की।

DG लॉ एंड आर्डर ने काहा धन्यवाद

जानकारी के मुताबिक, लखनऊ में मेधज शौर्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था। इस दौरान DG लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार और ADG एसटीएफ अमिताभ यश मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में पहुंचे थे। शहीदों के परिवारों को आर्थिक मदद देने के बाद डीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि, अभी तक जिन लोगों ने देश के लिए अपना बलिदान दिया, मैं उन सभी का बेहद स्वागत करता हूं। ये मेरा सौभाग्य की इस पुनीत कार्य के मुझे यहां आमंत्रित किया गया। देश मे बाह्य सुरक्षा की जिम्मेदारी सेना की है और आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस की होती है। ऐसे में अब यूपी की कानून व्यवस्था को लेकर पिछले काफी समय से यूपी पुलिस ने बेहतर काम कर रही है। अब तो हालात ऐसे हो गए हैं कि अब  कानून व्यवस्था में ज्यादा सुधार की जरूरत नहीं है।

डीजी ने आगे कहा कि यूपी ऐसे राज्य में शामिल है जहां कोई पुलिस कर्मी शाहिद होता है उसको सरकारी सहायता के रूप में 50 लाख दी जाती है जो देश मे सबसे ज्यादा है। अब कई अन्य संस्थाएं इस श्रखंला में आगे आईं हैं। मैं इस तरह के कार्यक्रमों को प्रशंसा करता हूं।

एडीजी एसटीएफ ने बधाई

इसके अलावा एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने कहा कि मेधज फाउंडेशन के अध्यक्ष समीर त्रिपाठी से मेरा पुराना नाता है। देश की 12 ज्योतिर्लिंग पर इनके  द्वारा गाए हुए गाने बजते दिखाई देंते हैं। समीर त्रिपाठी ने एक और बीड़ा उठाया है। आज उन्होंने पुलिस सेवा काल के समय शहीद हुए पुलिसकर्मियों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने का काम किया है। इस कंपनी को दो बार एमएसएमई अवार्ड मिला है जो कि प्रधानमंत्री द्वारा दिया गया है। मैं शुभकामना देता हूं इस कंपनी के लोगों को फाउंडर को, कि आगे भी ये संस्था ऐसे ही काम करती रहे।

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UP Police की तैयारी कर रही छात्रा ने दो मंजिल से लगाई छलांग, गैंगरेप से बचने के लिए उठाया कदम

यूपी में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने एक बार फिर से महिला सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। दरअसल, मामला हरदोई का है, जहां एक छात्रा ने खुद को गैंगरेप से बचाने के लिए दो मंजिल बिल्डिंग से छलांग लगा दीh। घायल अवस्था में पड़ी छात्रा को आनन-फानन उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया जहां उसका उपचार किया जा रहा है। आरोपी अभी फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है।

ये है मामला

जानकारी के मुताबिक, यूपी के हरदोई में बीए की छात्रा से दरिंदगी का मामला सामने आया है। दरअसल, हरपालपुर थाने के एक गांव की रहने वाली 15 वर्षीय छात्रा शनिवार की सुबह घर से कोचिंग जा रही थी। वो यूपी पुलिस की तैयारी कर रही है। उसी बीच हरपालपुर में पुराना नखासा वाले गेट के पास बरनई चतरखा निवासी विशाल राठौर बाइक से पहुंचा और छात्रा को बहाने से बाइक पर बैठा कर बिल्हौर-कटरा हाई-वे पर अपने बंद पड़े मकान में ले गया। उसने वहां छात्रा को बंद करके रखा हुआ था। आरोप है कि रेप से बचने के लिए छात्रा ने दो मंजिल से छलांग लगा दी।

इस मामले में छात्रा के भाई ने पुलिस को जो तहरीर दी है, उसमें भी ये कहा गया है कि युवक ने छात्रा के साथ रेप करने की कोशिश की और शोर मचाने पर वह उसे उसी मकान में बंद कर फरार हो गया। बचाव का रास्ता ढूंढ रही छात्रा ने मकान की दूसरी मंज़िल से छलांग लगा दी, जिससे वह बुरी तरह ज़ख्मी हो गई। घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया।

एसपी ने की पूछताछ

मामले की जानकारी होते ही एसपी केशव चन्द्र गोस्वामी मेडिकल कालेज पहुंचे, उन्होंने छात्रा से जरूरी पूछताछ की। उन्होंने बताया कि तहरीर के मुताबिक सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की टीमें आरोपी विशाल राठौर को सरगर्मी से तलाश कर रहीं हैं। जल्दी ही आरोपियों को अरेस्ट किया जाएगा।

अलीगढ़ के नए SSP ने देर रात संभाला कार्यभार, IG से भी की मुलाकात

हाल ही में उत्तर प्रदेश में कई आईपीएस अफसरों के कार्यक्षेत्र में बदलाव किया गया। इस लिस्ट में कई सीनियर आईपीएस अफसरों के नाम शामिल थे। जिसमे आईपीएस संजीव सुमन का नाम भी शामिल है। इसी क्रम में मुजफ्फरनगर से स्थानांतरित होकर आए वर्ष 2014 बैच के आईपीएस संजीव सुमन 6 जनवरी देर रात अलीगढ़ पहुंचे। उन्हें यहां आईपीएस कलानिधि नैथानी की जगह भेजा गया है। देर शाम उन्होंने यहां पहुंचकर एसपी सिटी, एसपी ग्रामीण व एसपी यातायात के अलावा शहर के तीनों सीओ के साथ बैठक कर जानकारी ली।

देर रात लिया चार्ज

जानकारी के मुताबिक, आईपीएस कलानिधि नैथानी को मेरठ का आईजी बनाया गया है। उनकी जगह पर आईपीएस संजीव सुमन को अलीगढ़ में एसएसपी पद की जिम्मेदारी सौंपी गई। इसी के चलते शनिवार की देर रात 2014 बैच के आईपीएस संजीव सुमन कैंप कार्यालय पहुंचे। उन्होंने एसपी सिटी, एसपी ग्रामीण व एसपी यातायात के अलावा शहर के तीनों सीओ के साथ बैठक कर जानकारी ली। इसके बाद वे आईजी से मिलने चले गए। खबरों की मानें तो वो आज यानी कि 7 जनवरी को मीडिया से मुलाकात करेंगे।

अफसरों के सामने रखी अपनी बात

इस दौरान दौरान उन्होंने सर्किल वार जिले की समस्याओं और जरूरतों पर चर्चा की। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिये संदेश दिया है कि अपराध नियंत्रण, यातायात व्यवस्था, कानून व्यवस्था सुदृढ़ रखी जाएगी। माडर्न पुलिसिंग, वैज्ञानिक तरीके से जांच पर जोर रहेगा। इसके साथ ही उन्होंने पुलिसकर्मियों को जनसंवाद करने के भी आदेश जारी किए।

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Gorakhpur: दबिश के दौरान दरोगा ने की महिला सिपाही से बदसलूकी, हुआ सस्पेंड

जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश पुलिस महिलाओं की सुरक्षा के लिए दिन-रात मेहनत करके कई अभियान चला रही है वहीं कुछ पुलिसकर्मी उनकी मेहनत पर पलीता लगा रहे हैं। मामला गोरखपुर जिले का है जहां एक दरोगा ने दबिश के दौरान महिला सिपाही से ही बदसलूकी कर दी। जब मामला अफसरों तक पहुंचा तो दरोगा को निलंबित कर दिया गया। इसके साथ ही दरोगा के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई। एसएसपी का कहना है कि जांच रिपोर्ट के आधार पर सख्त से सख्त कार्रवाई भी की जाएगी।

ये है मामला

जानकारी के मुताबिक, ये पूरा मामला गोरखपुर जिले के सिकरीगंज थाने का है। जहां सिकरीगंज इलाके में महिला अपराध से जुड़े एक मामले में पिछले दिनों थाने पर तैनात दरोगा सरवर आलम दो महिला कांस्टेबल के साथ दबिश देने दूसरे जिले में गए थे। महिला सिपाही का आरोप है कि इसी दबिश के दौरान दरोगा ने उन के साथ बदसलूकी की। महिला कांस्टेबल ने इसकी शिकायत थानेदार से की थी। थानेदार के बाद मामला सीओ तक पहुंचा और फिर एसएसपी तक।

शुरू हुई विभागीय जांच

जिसके बाद एसएसपी ने सीओ की रिपोर्ट के आधार पर दरोगा सरवर आलम को सस्पेंड कर दिया। दरोगा के निलंबन के बाद उसके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू हो गई है। अधिकारियों का कहना है कि यदि मामला सही पाया जाता है तो दरोगा के खिलाफ आगे और सख्त कार्रवाई हो सकती है।