बरेली के फतेहगंज पश्चिमी कस्बे में एक बार फिर पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में है। स्मैक तस्करी के लिए बदनाम इस क्षेत्र में इस बार वसूली के मामले ने पुलिस की साख पर बट्टा लगा दिया है। भिटौरा गांव के निवासी बलवीर, जो कि एक सम्पन्न किसान हैं, उन्हें बृहस्पतिवार रात पुलिसकर्मियों द्वारा जबरन घर से उठाकर ले जाया गया।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, फतेहगंज पश्चिमी चौकी प्रभारी बलवीर सिंह, सिपाही मोहित चौधरी और हिमांशु बलपूर्वक उनके घर घुसे और तलाशी के नाम पर घर का सामान अस्त-व्यस्त कर दिया। इसके बाद बिना किसी कानूनी आधार के बलवीर को एक निजी मकान में ले जाकर बंधक बना लिया गया। पुलिसकर्मियों ने उनके परिवार से कहा कि बलवीर स्मैक की तस्करी में शामिल हैं और उन्हें छोड़ने के लिए दो लाख रुपये की मांग की गई।
परिवार को यह बात नागवार गुज़री क्योंकि बलवीर न सिर्फ सामाजिक रूप से प्रतिष्ठित किसान हैं, बल्कि उनके खिलाफ किसी भी तरह की कानूनी कार्यवाही पहले नहीं हुई थी। परेशान परिवार ने तत्काल उच्चाधिकारियों से संपर्क किया। आईजी और एसएसपी को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया गया।
एसएसपी के निर्देश पर सीओ हाईवे मौके पर पहुंचे। जब उन्होंने स्थिति की गंभीरता देखी, तो उन्होंने बलवीर को मुक्त कराया। इस दौरान आरोपी पुलिसकर्मी मौके से फरार हो गए।
केस दर्ज करने का आदेश जारी
मामले की पुष्टि के बाद एसएसपी अनुराग आर्य ने चौकी प्रभारी सहित तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया और तत्काल प्रभाव से उन्हें निलंबित कर दिया। एसपी उत्तरी मुकेश मिश्रा ने विभागीय जांच की संस्तुति भी दी है। पुलिस अब इन फरार पुलिसकर्मियों की तलाश में जुटी है।