वैसे तो सीएम योगी के आदेशानुसार यूपी पुलिस लगातार लोगों की मदद के लिए ही काम कर रही है। इसके लिए पुलिसकर्मी रात-दिन एक करके लोगों की मदद कर रहे हैं लेकिन इन्हीं में कुछ ऐसी पुलिसकर्मी भी हैं, जिनकी वजह से विभाग का नाम खराब हो रहा है। मामला मुजफ्फनगर का है, जहां एंटी करप्शन टीम ने एक ऐसे दारोगा को गिरफ्तार किया है, जो रिश्वत ले रहा था। एंटी करप्शन टीम के इस अभियान और दरोगा की गिरफ्तारी की जानकारी पुलिस अफसरों को नहीं लगी। फिलहाल एंटी करप्शन टीम दारोगा को गिरफ्तार करके अपने साथ ले गई।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, मुजफ्फरनगर जिले में भोपा थाना क्षेत्र में हल्का-2 ग्रामीण इंचार्ज उप निरीक्षक सुभाष चंद एक मामले में विवेचना कर रहे हैं। उसी में पीड़ित से उनके द्वारा कार्यवाही के नाम पर रिश्वत की मांग की जा रही थी। रिश्वत देने का लगातार दबाव बनने से परेशान होकर पीड़ित ने मामले की शिकायत एंटी करप्शन में की। जिसके बाद टीम ने दारोगा को रंगे हाथ पकड़ने का प्लान बनाया।
पुलिस को नहीं लगी भनक
एंटी करप्शन की टीम भोपा थाना क्षेत्र में पहुंची और घने कोहरे के बीच दरोगा को पीड़ित ने रिश्वत देने के लिए भोपा नहर पटरी पर बुलाया। यहां आये दरोगा ने पीड़ित से रिश्वत के तौर पर दस हजार रुपये की राशि अपने हाथों में थामी, उसी वक्त एंटी करप्शन टीम में शामिल अधिकारियां ने दरोगा को रिश्वत के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। एंटी करप्शन टीम दारोगा को अपने साथ ले गई। इन सभी में सबसे खास बात ये है कि दारोगा की गिरफ्तारी की खबर लंबे समय तक पुलिस टीम को नहीं थीं।