आगरा के पुलिस कमिश्नर पुलिस आयुक्त जे. रविन्दर गौड़ ने वर्दी में रील बनाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के आदेश जारी किए हैं। यह निर्देश सोशल मीडिया पर वर्दी पहनकर वीडियो बनाने और शेयर करने की बढ़ती घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से दिया गया है। इसके साथ-साथ थाने में संतरी, की ड्यूटी के दौरान मोबाइल,इयर फोन, ब्लूटूथ आदि का इस्तेमाल करते पाए जाने पर भी दोषी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की जाएगी।
होगी कड़ी कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक, आगरा के पुलिस कमिश्नर पुलिस आयुक्त जे. रविन्दर गौड़ का कहना है कि वर्दी का इस्तेमाल मनोरंजन के लिए करना अनुशासनहीनता माना जाएगा। वर्दी पुलिस की गरिमा और कर्तव्य का प्रतीक है, और इसका उपयोग केवल आधिकारिक कार्यों के लिए किया जाना चाहिए। इसी के चलते पुलिसकर्मियों को वर्दी में किसी भी प्रकार के रील्स, वीडियो, या अन्य सोशल मीडिया सामग्री बनाने से सख्ती से मना किया गया है।
थाना प्रभारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश
आदेश का उल्लंघन करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी विभागीय कार्रवाई की जाएगी। इसमें निलंबन या अन्य अनुशासनात्मक कदम शामिल हो सकते हैं। इसके लिए सभी थाना प्रभारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि उनके अधीनस्थ इस आदेश का पालन करें। वर्तमान में आगरा की कई महिला पुलिसकर्मियों के काफी संख्या में फॉलोअर्स हैं। इसलिए ये आदेश खासतौर पर महिला पुलिसकर्मियों के लिए जारी किया गया है। ताकि भविष्य में दोबारा इस तरह के मामले सामने न आएं।
इसलिए लिया गया फैसला
आपको बता दें कि यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि पुलिस बल की छवि जनता के बीच सकारात्मक और अनुशासनिक बनी रहे। वर्दी में बनाए गए रील्स अक्सर पुलिस की गंभीरता और विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हैं। सोशल मीडिया का इस्तेमाल व्यक्तिगत स्तर पर करना गलत नहीं है, लेकिन वर्दी का उपयोग केवल कर्तव्यों के लिए ही होना चाहिए।