प्रदेश में आगरा के थाना सैंया में तैनात सिपाही रविकांत पर गंभीर आरोप लगे हैं। पुलिस लाइन आवासीय परिसर में 3 महीने की गर्भवती पत्नी को कार से कुचलने का प्रयास किया। लोगों के आने पर सिपाही कार से टक्कर मारकर भाग गया। महिला घायल हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। मामले में सिपाही के खिलाफ थाना शाहगंज में जानलेवा हमला, दहेज उत्पीड़न, मारपीट का मुकदमा दर्ज हुआ है। सिपाही फरार हो गया है।
दामाद बेटी का उत्पीड़न करता है
मैनपुरी निवासी बसंत कुमार ने बताया कि वह पूर्व सैन्यकर्मी हैं। बेटी पूजा की शादी फरवरी 2018 में फिरोजाबाद निवासी रविकांत से की थी। वह वर्ष 2016 बैच का सिपाही है और 3 साल से आगरा के थाना सैंया में तैनात है। 3.5 साल की धेवती है। बसंत कुमार ने आरोप लगाया कि दामाद बेटी का उत्पीड़न करता है और 10 लाख रुपये की मांग कर रहा है इतना ही नहीं बेटी के ससुर रामवीर सिंह नोएडा में दरोगा हैं और वह भी उसका साथ देते हैं। मंगलवार तड़के 5 बजे रविकांत मासूम बेटी को कहीं छोड़ आया।
मुकदमा दर्ज
एसीपी लोहामंडी मयंक तिवारी ने बताया कि पूजा की तहरीर पर दहेज उत्पीड़न, जानलेवा हमला, मारपीट, जान से मारने की धमकी की धारा में मुकदमा दर्ज किया है। सिपाही के अलावा सास अलका, ससुर रामवीर और देवर सचिन को भी नामजद किया है। सिपाही फरार हो गया है। उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। पूजा ने मुकदमे में लिखा कि वह गर्भवती है। मगर, पति इलाज तक नहीं कराता है। 6 मार्च को देवर की शादी थी। इसमें पिता बसंत कुमार 60 हजार रुपये का भात लेकर आए थे। पति ने 5 लाख रुपये का भात मांगा। मना करने पर ससुरालियों ने पिता की पिटाई लगाई। इसके बाद भगा दिया। अब दहेज में 10 लाख रुपये की मांग कर रहे हैं। 16 अप्रैल को अपर पुलिस आयुक्त से शिकायत की थी। मगर, कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे पहले भी रविकांत ने पूजा का उत्पीड़न किया था।