UP POLICE की वर्दी में रील बनाकर चर्चा में आईं प्रियंका मिश्रा को दोबारा मिली नौकरी 48 घंटे में फिर चली गई। इस मामले में पुलिस आयुक्त ने एक लिपिक को भी निलंबित किया है। साथ ही प्रियंका की सेवा में पुन: आदेश को भी निरस्त कर दिया है। प्रियंका मिश्रा कानपुर की रहने वाली है। 2020 में प्रियंका पुलिस कॉन्स्टेबल बनी थीं। झांसी में प्रशिक्षण के बाद 2021 में आगरा के एमएम गेट में तैनाती मिली थी। प्रियंका मिश्रा ने सितंबर 2021 में पुलिस की वर्दी पहनकर रील बनाई थी। वीडियो वायरल होने के तत्कालीन एसएसपी मुनिराज जी ने उन्हें लाइन हाजिर कर दिया था। रील वायरल होने के बाद प्रियंका मिश्रा को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया था। इससे आहत होकर प्रियंका ने अपना त्याग पत्र दे दिया था, जिसे स्वीकार कर लिया गया था। प्रशिक्षण में आए खर्च की धनराशि जमा करा ली गई थी।
प्रियंका ने दोबारा किया था आवेदन
प्रियंका मिश्रा ने नौकरी पाने के लिए दोबारा से आवेदन किया था। दो दिन पहले ही प्रियंका को नौकरी मिली थी। नौकरी में वापसी आने पर उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था, लेकिन ज्वाइनिंग से पहले ही मामला खुल गया। दरअसल, प्रियंका की नौकरी में लिपिक ने तथ्य छिपाए थे। इसकी जानकारी होते ही पुलिस आयुक्त डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने लिपिक को सस्पेंड कर दिया और नियुक्ति के आदेश को भी निरस्त कर दिया। पुलिस आयुक्त ने बताया कि प्रियंका ने आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने से जीवनयापन करने में कठिनाई का हवाला देते हुए नौकरी में वापसी का आवेदन किया था। इस मामले में संयुक्त निदेशक अभियोजन से विधिक राय ली गई। मामले में त्यागपत्र के बाद सेवा में लेने से संबधित नियमावली आदेशों की पत्रावली को पुलिस मुख्यालय भेजा जाना था, लेकिन लिपिक जितेंद्र ने ऐसा नहीं किया। तथ्यों को संज्ञान में लाए बिना ही महिला सिपाही को फिर से सेवा में लाने का आदेश 18 अक्टूबर को पारित करा लिया था।
रंगबाजी क्या होती है कभी उत्तर प्रदेश आओ
हरियाणा-पंजाब तो बेकार की बदनाम है, आओ कभी उत्तर प्रदेश रंगबाजी क्या होती है, इस थीम पर प्रियंका मिश्रा ने रील बनाई थी, जोकि वायरल हो गई। प्रियंका मिश्रा ने इस रील को इंस्टाग्राम पर अपलोड किया था। प्रियंका के 60 हजार से अधिक फॉलोअर की संख्या थी। इस वीडियो के सामने आने के बाद प्रियंका मिश्रा खासी चर्चा में रही थी।