अयोध्या पहुंचे CM योगी ने श्रद्धालुओं के लिए की गई व्यवस्था का लिया जायजा, पुलिस अफसरों को दिए निर्देश

अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए हर रोज लाखों लोग पहुंच रहे हैं। ऐसे में पुलिस प्रशासन ने वहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हुए हैं। पुलिस प्रशासन के हर कदम पर खुद प्रदेश के मुखिया सीएम योगी और प्रदेश के बड़े अफसर नजर बनाए हुए हैं। इसी क्रम में आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंचे। राम मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था के साथ निर्माण कार्यों का जायजा भी लिया। इस दौरान वहीं यूपी पुलिस के स्पेशल डीजी भी मौजूद रहे।

सीएम ने लिया जायजा

जानकारी के मुताबिक, आज अयोध्या पहुंचकर सबसे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हनुमानगढ़ी मंदिर में पूजा-अर्चना की। उन्होंने पुष्प अर्जित किए और साथ ही आरती करके भगवान का आशीर्वाद लिया। सीएम योगी इसके बाद अयोध्या में राम मंदिर पहुंचे।

अपने दौरे के दौरान सीएम योगी ने रामलला के दर्शन के लिए आ रहे श्रद्धालुओं के लिए की गई व्यवस्था का जायजा लिया। राम मंदिर में भक्तों के लिए की गई व्यवस्थाओं का सीएम योगी ने निरीक्षण किया।

स्पेशल डीजी रहे मौजूद

इस दौरान उन्होंने यूपी पुलिस के स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार को पुलिस व्यवस्था और कड़ी बनाए रखने के आदेश जारी किए। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि किसी भी भक्त को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए।

क्या एक बार फिर UP Police को मिलेगा कार्यवाहक DGP ? कयासों का दौर जारी

आगामी 31 जनवरी को यूपी के कार्यवाहक डीजीपी विजय कुमार रिटायर हो रहे हैं। ऐसे में एक बार फिर से लोगों के जहन में ये सवाल चलने लगा है कि इस बार यूपी पुलिस की कमान किसके हाथ में जाएगी। लोगों ने तो अपने -अपने हिसाब से कयास भी लगाना शुरू कर दिए हैं। बड़ी बात ये ही कि शायद इस बार भी यूपी को कार्यवाहक डीजीपी ही मिलेगा।

फिर मिलेगा कार्यवाहक मुखिया

सुत्रों से ये खबर सामने आ रही है कि, राज्य सरकार ने संघ लोक सेवा आयोग को पूर्णकालिक डीजीपी के चयन का प्रस्ताव नहीं भेजा है, जिसकी वजह से एक बार फिर कार्यवाहक डीजीपी बनाए जाने के आसार हैं। ऐसे में एक बार फिर से मुकुल गोयल के बाद आनंद कुमार सबसे वरिष्ठ होने की वजह से दावेदार माने जा रहे हैं। हालांकि वरिष्ठता सूची में 19वें स्थान पर आने वाले डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का पलड़ा भारी माना जा रहा है।

इनका नाम भी रेस में

खबरों की मानें डीजीपी का पद आनंद कुमार को दिया जा सकता है क्योंकि आनंद कुमार इसी साल 30 अप्रैल को रिटायर हो रहे हैं। इसके साथ ही योगी सरकार में उन्होंने लंबे समय तक एडीजी एलओ का कार्यभार बेहतर ढंग से संभाला था। इसके साथ ही दूसरे नंबर पर 1989 बैच के पीवी रामा शास्त्री और तीसरे नंबर पर 1990 बैच के आईपीएस एसएन साबत हैं।

वर्तमान समय में आईपीएस रामा शास्त्री इस समय प्रतिनियुक्ति पर डीजीपी पीएसएफ हैं। वह एडीजी लॉ एंड ऑर्डर रह चुके हैं। वहीं एसएन साबत इस समय डीजी जेल के पद पर कार्यरत हैं। इनमे से भी शासन किसी एक आईपीएस का चयन डीजीपी के पद के लिए कर सकता है।

Meerut: पीछा कर रहे दारोगा को चोरों ने सीने में मारी गोली, बदमाशों की गिरफ्तारी में जुटी कई टीमें

यूपी में बदमाशों के हौसलें अब इस कदर बुलंद हो गए हैं, कि वो पुलिसकर्मियों पर भी हमला करने के बाज नहीं आ रहे। मामला मेरठ जिले का है, आज सुबह बदमाशों और पुलिस टीम के बीच जमकर गोलीबारी हो गई। इस गोलीबारी में एक दारोगा घायल हुए हैं, जिन्हें तत्काल इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं दारोगा को गोली मारने वाले बदमाशों से तीन की पहचान हो भी गई है। पुलिस का कहना है बदमाशों को जल्द से जल्द पकड़ा जाएगा।

ये है मामला

जानकारी के मुताबिक, मेरठ जिले में कंकरखेड़ा थाना स्थित हाईवे पर आज सुबह पुलिस और बदमाशों के बीच फायरिंग हुई। इस दौरान बदमाशों की गोली कंकरखेड़ा हाईवे चौकी इंचार्ज मुनेश के सीने में जा लगी। दारोगा को गोली मारकर बदमाश मौके से फरार हो गए। वहीं मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने गंभीर हालत में घायल दरोगा को गाजियाबाद अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।

एसएसपी ने दी जानकारी

मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी रोहित सजवाण मेरठ ने बताया कि एक मंडप के बाहर से कुछ बदमाश गाड़ी चुराकर भाग निकले। सूचना मिलने पर कंकरखेड़ा पुलिस ने पीछा शुरू किया। लिसाड़ी गेट से आगे पुलिस और बदमाशों की गाड़ियों में टकराव भा हुआ। इस दौरान फायरिंग की गई, जिसमें बदमाशों की गोली चौकी इंचार्ज को जा लगी। इस घटना में शामिल 3 बदमाशों की पहचान की गई है, जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस की 4 टीमें लगाई गई हैं।

रामलला के स्वागत में सजाया गया गाजियाबाद ACP का दफ्तर, एसीपी ने साझा की वीडियो

आज का दिन हर किसी के लिए बेहद ही खास और अहम है। दरअसल, आज अयोध्या में प्रभु श्रीराम आज भव्य और दिव्य मंदिर में विराजमान हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी समेत संत समाज और अति विशिष्ट लोगों की उपस्थिति में रामलला के श्रीविग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का ऐतिहासिक अनुष्ठान आज संपन्न होने जा रहा है। इस भव्य आयोजन की वजह से हर जगह दिवाली जैसा माहोल है। इसी क्रम में गाजियाबाद जिले की सरकारी दफ्तरों, पुलिस थानों, चौकियों, मंदिरों और घरों को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया है।

सजाया गया हर दफ्तर

जानकारी के मुताबिक, आज की तारीख में हर जिले के मंदिरों को भी रंगीन लाइटिंग के साथ फूलों से सजाया गया है। मंदिरों में रामधुन बज रही है। इसी क्रम में गाजियाबाद में रात का नजारा अद्भुत लग रहा है। चारों तरफ लाइटिंग की गई है। कुछ सड़कों के डिवाइडर पर लगे बिजली के खंभों पर लाइटिंग की गई है।

एसीपी ने साझा की वीडियो

इसके साथ ही साथ ही शहर के थानों पर रंग-बिरंगी झालर लगाई गई है। गाजियाबाद के थाने और चौकियों को भी बिजली की रंगीन झालरों से सजाया गया है। इनकी तस्वीरें जमकर वायरल हो रही हैं। गाजियाबाद के सहायक पुलिस आयुक्त दिनेश कुमार पी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपने दफ्तर की वीडियो भी साझा की है, जिसे लोग काफी पसंद कर रहे हैँ।

UP: पूर्व इंस्पेक्टर पर आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज, जांच में 63.9 प्रतिशत सम्पत्ति ज्यादा

यूपी के सीतापुर में तैनात 112 प्रभारी इंस्पेक्टर राकेश सिंह के खिलाफ गाजीपुर कोतवाली में आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने का मुकदमा दर्ज हुआ है। खबरों की मानें तो जांच में ये बात सामने आई है कि, इंस्पेक्टर राकेश सिंह की आय करीब एक करोड़ 17 हजार रुपये थी। इसके साथ ही इंस्पेक्टर ने एक करेाड़ 63 लाख 37 हजार रुपये व्यय किए हैं। ऐसे में आय से अधिक 63.9 प्रतिशत सम्पत्ति अर्जित की गई है। जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद इंस्पेक्टर के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

ये है मामला

जानकारी के मुताबिक, गाजीपुर थाने के पूर्व इंस्पेक्टर राकेश सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संगठन संगठन ने शनिवार को थाने में आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज कराया है। वो मूल रूप से गोण्डा के निवासी हैं, वर्तमान समय में इंदिरानगर फरीदीनगर रवींद्र नगर में रहते हैं।

एक दिसंबर 2020 को आय से अधिक सम्पत्ति की जांच निरीक्षक संजय सिंह को सौंपी गई थी। 13 मई 2021 को विवेचना इंस्पेक्टर मृत्युंजय को मिली। जांच अवधि के दौरान राकेश सिंह के अर्जित आय स्त्रोतों के बारे में जानकारी की गई।

इस जांच में करीब एक करोड़ 17 हजार रुपये घोषित आय स्त्रोत से प्राप्त होना पाया गया। वहीं, इस अवधि में इंस्पेक्टर ने एक करोड़ 63 लाख 37 हजार रुपये खर्च किए थे। राकेश ने करीब 63.9 प्रतिशत आय अन्य स्त्रोतों से प्राप्त की। इस रुपये के बारे में उनके पास कोई हिसाब भी नहीं था।

हो सकती है कार्रवाई

मृत्युंजय कुमार की तहरीर पर शनिवार को वर्तमान में सीतापुर डॉयल 112 में तैनात राकेश सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। अभी आगे की जांच भी जारी है। खबर है कि इंस्पेक्टर पर आगे की कार्रवाई हो सकती है।

26 जनवरी के बाद फिर होगा UP Police में बड़ा फेरबदल, इन पदों के लिए हो रही अफसरों की रेस

26 जनवरी की तैयारी पूरे देश में शुरू हो गई है। इस तैयारी के साथ-साथ अब यूपी पुलिस में एक बार फिर से बड़े फेरबदल की तैयारी को भी पूरा कर लिया है। सुत्रों की मानें तो इस तबादला लिस्ट में विभाग के मुखिया डीजीपी और एडीजी एलओ के अलावा कुछ जोन के एडीजी, कमिश्रर और पुलिस कप्तानों के कार्यक्षेत्र में फेरबदल किए जाएंगे। होने वाले बदलावों में सबसे अहम डीजीपी और एडीजी एलओ के पदों पर तैनाती के लिए दावेदार अफसरों ने लामबंदी तेज कर दी है।

नहीं लगी किसी के नाम पर मुहर

जानकारी के मुताबिक, खबर ये भी आ रही है कि जिस तरह से लंबे समय से विभाग को कार्यवाहक मुखिया मिला है, ठीक उसी प्रकार से इस बार भी कार्यवाहक डीजीपी की तैनाती करने का मन बनाए हुए है। अब कार्यवाहक के लिए कौन अफसर उनके लिए सबसे मुफीद होगा इस पर मंथन जारी है।

इस पद के लिए इस बार पीवी रामाशास्त्री, रेणुका मिश्रा, एसएन साबत और प्रशांत कुमार के नाम रेस में शामिल हैं।। इसके अलावा डीजी आनंद कुमार को भी तीन माह के लिए कार्यवाहक डीजीपी बनाए जाने की चर्चा है। फिलहाल अभी किसी नाम पर मुहर नहीं लगी है।

एडीजी एलओ की कुर्सी के लिए रेस में ये अफसर

वहीं अगर बात करें एडीजी एलओ की कुर्सी की, बहुत से आईपीएस ऐसे हैं, जो इस पद के लिए रेस में हैं। इस लिस्ट में लखनऊ के पुर्व पुलिस कमिश्रर एस.बी शिरडकर, एडीजी स्थापना संजय सिंघल, कानपुर जोन के एडीजी आलोक सिंह, एडीजी रेलवे जेएन सिंह, एडीजी प्रयागराज जोन भानु भास्कर और एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश शामिल हैं।

एटा: फांसी से लटका मिला सिपाही का शव, मौके से सुसाइड नोट भी बरामद

यूपी के एटा जिले में तैनात एक सिपाही का शव सरकारी आास पर फांसी के फंदे से लटका मिला। पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस की छानबीन में ये बात सामने आई है कि, सिपाही के कमरे से लैपटॉप और रुपये भी गायब हैं। जिसके बाद अब पुलिस सख्ती से मामले की जांच में जुट गई है। सिपाही के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है।

ये है मामला

जानकारी के मुताबिक, मुजफ्फरनगर के गांव बोर्राखुर्द निवासी आरक्षी अंकित कुमार को 31 मई 2021 को थाना जलेसर में नियुक्ति मिली थी। शुरूआत में कस्बा में किराए के मकान में रहा था। करीब एक वर्ष पहले थाना परिसर में सरकारी आवास मिलने के बाद आरक्षी सुरेंद्र सिंह के साथ रहने लगा था।

हाल ही में सुरेंद्र का ट्रांसफर हो गया था। तबादले के बाद जब शनिवार की दोपहर वो अपने दफ्तर आया तो उसने दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया। करने के अंदर झांकने पर अंकित फंदे पर लटका मिला। मौके के पुलिस को एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। इसमें लिखा गया है कि किसी को परेशान नहीं किया जाए। पुलिस ने सुसाइड नोट को कब्जे में ले लिया है।

बरामद हुआ सुसाइड नोट

एसएसपी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि आरक्षी ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है। इसमें किसी को परेशान नहीं करने की बात लिखी है। परिजन शाम को आ गए हैं और पोस्टमार्टम के लिए शव को भेजा गया है। पीएम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने की बात कही जा रही है। जल्दी ही सिपाही की मौत का पर्दाफाश हो जाएगा।

हापुड़: रेस्टोरेंट के कर्मचारी पर थप्पड़ बरसाते हुए दारोगा का वीडियो वायरल, SP ने किया सस्पेंड

यूपी पुलिस के कर्मचारी लगातार लोगों की मदद को आगे आते रहते हैं, लेकिन कुुछ पुलिसकर्मी बाकियों की मेहनत पर पलीता लगा रहे हैं। मामला हापुड़ जिले का है, जहां एक दारोगा ने एक पिज्जा कैफे में घुस कर दुकान के कर्मचारियों को चांटा जड़ दिया। ये पूरा मामला रेस्टोरेंट में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जब मामला अफसरों के संज्ञान में आया तो पुलिस की फजीहत को देखते हुए एसपी ने दरोगा को निलंबित कर दिया।

युवस पर बरसाए थप्पड़

जानकारी के मुताबिक, हापुड़ जिले में नगर के मोहल्ला लज्जापुरी निवासी अमित कुमार का मोदीनगर रोड पर रेस्टोरेंट है। सोशल वीडियो पर वायरल वीडियो में केशव नगर चौकी पर तैनात उपनिरीक्षक नसीम अहमद रेस्टोरेंट में दाखिल होते हैं।

यहां दरोगा पर्दे हटाने की बात करते हुए कर्मचारियों के साथ गाली गलौज करते हुए थप्पड़ बरसाने शुरू कर देते है। रेस्तरां में लगे सीसीटीवी कैमरे में दरोगा की यह हरकत कैद हो जाती है। पीड़ित ने दरोगा पर महीना मांगने का भी आरोप लगाया है।

एसपी ने किया सस्पेंड

देर शाम मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिस पर जिले के एसपी ने मामले की जांच डीएसपी को सौंपी। वीडियो को लेकर एसपी ने तत्काल प्रभाव से आरोपी दारोगा को सस्पेंड कर दिया। इसके साथ ही एसपी ने पुलिस कर्मचारियों और अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ऐसा कोई कृत्य न करें जो विधि के प्रतिकूल हो।

Chandauli Police को मिली बड़ी सफलता, एनकाउंटर में बावरिया गिरोह के 8 बदमाश घायल

 

 

यूपी की चंदौली पुलिस को आज एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। इसके अंतर्गत दो अलग-अलग मुठभेड़ों में पुलिस ने 8 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। सभी बदमाशों को पैर में गोली लगी है। घयालों को इलाज के लिए पंडित कमलापति त्रिपाठी संयुक्त अस्पताल में भर्ती कराया गया है। खबरों की मानें तो इन्हीं बदमाशों ने कुछ दिनों पूर्व पचफेड़वां में व्यापारी के घर में घुसकर लूट का प्रयास किया था। तभी से पुलिस इनसी तलाश में थी। ये सभी बावरिया गिरोह के सदस्य हैं।

ऐसे हुई मुठभेड़

जानकारी के मुताबिक, पुलिस को ये खबर मिली थी कि बावरिया गिरोह के बदमाश भोजापुर रेलवे क्रासिंग से सकलडीहा रेलवे स्टेशन जाने वाले मार्ग पर देशी शराब की दुकान के पास स्थित बगीचे में मौजूद हैं। इस पर सकलडीहा इंस्पेक्टर ने एसपी को खबर दी। इसके पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने सभी की घेराबंदी के लिए सदर व सैयदराजा पुलिस को मदद के लिए लगा दिया। जब टीम बगीचे के पास पहुंचकर सड़क से बगीचे के लिए अलग- अलग दिशा से पहुंचने के उतर रही थी।

पुलिस की टीम देखकर उसमें से कुछ ने असलहे से हवाई फायरिंग शुरू कर कर दी। जिसके बाद पुलिस को भी जबाबी कार्रवाई में फायरिंग करनी पड़ी, जिसमें चार बदमाशों को गोली लगी, और वो वहीं गिर पड़े। अंधेरे का फायदा उठाकर वहां से कई बदमाश फरार हो गए। घायल होने वाले बदमाशों में बाबू सिंह काकू, बिजेंद्र, महेंद्र, लालू सभी थाना मिलकिया शाहजहांपुर के रहने वाले थे।

सकलडीहा इलाके में हुई मुठभेड़ की घटना के बाद पुलिस टीम फरार अन्य बदमाशों की तलाश में जुट गई। इस मुठभेड़ के दौरान पुलिस लगातार तलाशी अभियान चला रही थी। जिसके अंतर्गत मुगलसराय-अलीनगर पुलिस की काम्बिंग के दौरान कैली रिंग रोड पर भी पुलिस और बदमाशों की मुठभेड़ हुई। इस दौरान फिर से बदमाशों ने पुलिस से बचने व भागने की फिराक में फायरिंग झोंक दी। ऐसे में पुलिस को भी अपने बचाव के लिए फायरिंग की। इस मुठभेड़ में भी चार बदमाश घायल हो गए। जबकि दो बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब रहे। घायलों में पर्वत गोसाई, बाबू गोसाई, मोहनपाल, महिपाल सभी शाहजहां निवासी है।

एसपी ने दी जानकारी

एसपी डॉ अनिल कुमार ने बताया कि चंदौली पुलिस के थाना सकलडीहा और थाना अलीनगर क्षेत्रों में अलग-अलग हुई मुठभेड़ में आठ अपराधी पुलिस की गोली लगने से घायल हुए हैं। ये लोग दिन में रेकी करते थे और रात में दुकानों और घरों में सेंध लगाकर चोरी किया करते थे। हाल ही में इन्होंने अलीपुर के पचपेड़वा में एक घर में सेंध लगाई थी। इन अपराधियों के द्वारा कई अन्य गंभीर वारदातों को अंजाम दिया गया है। अभी इनके विस्तृत आपराधिक इतिहास की जांच की जा रही है। इसके साथ ही जो भी बदमाश फरार हैं, उनको भी जल्द से जल्द गिरफ्तार किया गया।

कासगंज SP के दफ्तर में रोते हुए पहुंची दारोगा की पत्नी, खोल दी अपने पति की पोल

यूपी के कासगंज एसपी के दफ्तर में उस वक्त हंगामा मच गया, जब एक दारोगा की पत्नी रोते हुए वहां पहुंची। इस दौरान पीड़िता ने एक ऐसा सच बताया जिसे सुनकर सभी हैरान रह गए। दरअसल, पीड़िता ने बताया कि वो दरोगा की पत्नी है। दरोगा ने पहली पत्नी को तलाक दिए बिना ही उससे मंदिर में शादी की। पीड़िता द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद मामले की जांच सीओ को सौंपी गई है। अफसरों का कहना है कि यदि दारोगा सच में दोषी पाया जाएगा, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

झूठ बोलकर की शादी

जानकारी के मुताबिक, आगरा के लोहामंडी इलाके की रहने वाली महिला प्रियंका ने एसपी ऑफिस पहुंचकर दरोगा की धोखाधड़ी की व्यथा सुनाई। एसपी के सामने रोते हुए महिला ने कहा कि उसने वर्ष 2020 में 26 नवंबर को हिंदू रीति रिवाज से मथुरा के एक मंदिर में दरोगा विक्रम सिंह से शादी की। महिला का कहना है कि दरोगा विक्रम सिंह ने पहली पत्नी के साथ होने की कोई बात नहीं बताई।

मंदिर में शादी करते वक्त दारोगा ने उससे ये कहा था कि, उसकी पहली पत्नी के कोई संतान नहीं है, जिसकी वजह से पहली पत्नी को तलाक दे दिया है। इसी के बाद महिला दारोगा के साथ शादी करके रहने लगी। अब उनके पास दो साल का एक बेटा भी है, लेकिन अब दरोगा विक्रम सिंह पहली पत्नी के साथ रह रहा है और उसे अपने साथ नहीं रख रहा। इसके साथ ही जब पीड़िता इस बात का विरोध करती है दो दारोगा उसे धमकी देता है। ऐसे में अब पीड़िता ने न्याय ना मिलने पर आत्महत्या करने की धमकी दी है।

दारोगा ने की दो शादी

मामले की जानकारी देते हुए जिले की एसपी अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि दरोगा के खिलाफ महिला ने शिकायत की है। दरोगा ने दो शादी की हैं। महिला के आरोपों और साक्ष्यों की जांच करने की जिम्मेदारी सहावर सीओ शाहिदानसरीन को सौंपी गई है। अगर दारोगा दोषी पाया गया तो निश्चित ही उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।