आगामी 31 जनवरी को यूपी के कार्यवाहक डीजीपी विजय कुमार रिटायर हो रहे हैं। ऐसे में एक बार फिर से लोगों के जहन में ये सवाल चलने लगा है कि इस बार यूपी पुलिस की कमान किसके हाथ में जाएगी। लोगों ने तो अपने -अपने हिसाब से कयास भी लगाना शुरू कर दिए हैं। बड़ी बात ये ही कि शायद इस बार भी यूपी को कार्यवाहक डीजीपी ही मिलेगा।
फिर मिलेगा कार्यवाहक मुखिया
सुत्रों से ये खबर सामने आ रही है कि, राज्य सरकार ने संघ लोक सेवा आयोग को पूर्णकालिक डीजीपी के चयन का प्रस्ताव नहीं भेजा है, जिसकी वजह से एक बार फिर कार्यवाहक डीजीपी बनाए जाने के आसार हैं। ऐसे में एक बार फिर से मुकुल गोयल के बाद आनंद कुमार सबसे वरिष्ठ होने की वजह से दावेदार माने जा रहे हैं। हालांकि वरिष्ठता सूची में 19वें स्थान पर आने वाले डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का पलड़ा भारी माना जा रहा है।
इनका नाम भी रेस में
खबरों की मानें डीजीपी का पद आनंद कुमार को दिया जा सकता है क्योंकि आनंद कुमार इसी साल 30 अप्रैल को रिटायर हो रहे हैं। इसके साथ ही योगी सरकार में उन्होंने लंबे समय तक एडीजी एलओ का कार्यभार बेहतर ढंग से संभाला था। इसके साथ ही दूसरे नंबर पर 1989 बैच के पीवी रामा शास्त्री और तीसरे नंबर पर 1990 बैच के आईपीएस एसएन साबत हैं।
वर्तमान समय में आईपीएस रामा शास्त्री इस समय प्रतिनियुक्ति पर डीजीपी पीएसएफ हैं। वह एडीजी लॉ एंड ऑर्डर रह चुके हैं। वहीं एसएन साबत इस समय डीजी जेल के पद पर कार्यरत हैं। इनमे से भी शासन किसी एक आईपीएस का चयन डीजीपी के पद के लिए कर सकता है।