आज यानी कि 18 फरवरी 2025 से प्रारंभ होने वाले विधान मंडल के प्रथम सत्र को…
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DG स्पेशल IPS प्रशांत कुमार को चौथी बार मिला गैलेंट्री अवॉर्ड
यूपी के डीजी स्पेशल आईपीएस प्रशांत कुमार ने अपने स्तर पर पुलिस विभाग को बेहद अच्छी तरह से संभाल रखा है। चाहे बात बदमाशों को उनकी सही जगह दिखाने की हो, या फिर पुलिसकर्मियों की परेशानियों को दूर करने की, आईपीएस प्रशांत कुमार हर काम में एकदम परफेक्ट हैं। यही वजह है कि उन्हें एक बार फिर से गैलेंट्री अवॉर्ड से सम्मानित किया जा रहा है। उनका काम हमेशा ही ऐसा होता है, कि कोई उसपर उंगली ना उठा पाए। आइए आपको भी डीजी स्पेशल आईपीएस प्रशांत कुमार के बारे में बताते हैं।
तीन बार पहले भी मिल चुका है गैलेंट्री अवॉर्ड
जानकारी के मुताबिक, 26 जनवरी को हमारा संविधान लागू हुआ था, इसलिए हर साल इस तारीख को देश का गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। भारत में इस साल 75वां गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा। इस दिन पुलिस अफसरों को सम्मानित भी किया जाता है। ऐसे में इस साल एक बार फिर से DG स्पेशल IPS प्रशांत कुमार को गैलेंट्री अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। ये उनका चौथा गैलेंट्री अवॉर्ड होगा। इससे पहले उन्हें 2020, 2021 और 2022 में भी इस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
आपको बता दें कि 2022 में उन्हें ये यह सम्मान 2020 में मेरठ में हुई एक मुठभेड़ के लिए दिया गया है। तब उन्होंने एक लाख रुपये के इनामी अपराधी शिव शक्ति नायडू को पुलिस एनकाउंटर में मार गिराया था। इससे पहले 2020 और 2021 में उन्हें राष्ट्रपति की ओर से वीरता का पुलिस पदक दिया जा चुका है।
कौन हैं आईपीएस प्रशांत कुमार
प्रशांत कुमार 1990 बैच के अधिकारी हैं। उनका जन्म बिहार के सीवान में हुआ था। आईपीएस अफसर बनने से पहले प्रशांत कुमार ने एमएससी, एमफिल और एमबीए भी किया था। वर्तमान समय में एडीजी प्रशांत कुमार प्रदेश कानून व्यवस्था की कमान संभाल रहे हैं। आईपीएस प्रशांत कुमार को कई बार राष्ट्रपति पदक और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जा चुका है। प्रदेश के कई जिलों और जोन की कमान संभाल चुके प्रशांत कुमार ने अपराध पर नकेल कसने में काफी सफलता हासिल की है। वर्तमान समय में वो यूपी पुलिस में लॉ एंड ऑर्डर की कमान भी संभाल रहे हैं। उन्हें हाल ही में प्रमोशन देकर डीजी बनाया गया है।
राम मंदिर में भक्तों की भीड़ देखते हुए कमान संभालने गर्भगृह में पहुंचे DG स्पेशल और प्रमुख सचिव गृह
22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद आज यानि कि 23 जनवरी के दिन ही अयोध्या में भारी भीड़ जमा हो गई है। लोग दूर-दूर से रामलला के दर्शन को अयोध्या पहुंच रहे हैं। ऐसे में पुलिस को हालात संभालने की काफी कोशिश करनी पड़ रही है। रिपोर्ट्स की मानें तो अयोध्या में अब तक 3 लाख लोग रामलला के दर्शन कर चुके हैं। ऐसे में कानून व्यवस्था को संभालने के लिए यूपी के प्रमुख गृह सचिव संजय प्रसाद और डीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार गर्भ गृह व्यवस्था देख रहे हैं।
गर्भगृह में मौजूद प्रमुख सचिव-गृह और स्पेशल डीजी-लॉ एंड ऑर्डर
जानकारी के मुताबिक, प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद पहली सुबह अयोध्या के राम मंदिर में रामलला भक्तों को दर्शन दे रहे हैं। ऐसे में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद बड़ी संख्या में भगवान राम भक्त यूपी के अयोध्या स्थित राम जन्मभूमि पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं को लगातार दर्शन सुनिश्चित कराने के लिए पुलिस और प्रशासन अलर्ट पर है। प्रमुख सचिव-गृह संजय प्रसाद और स्पेशल डीजी-लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार राम मंदिर के गर्भगृह में मौजूद हैं। स्पेशल डीजी खुद हर चीज पर बारीकी से नजर बनाए हैं।
एडीजी ने की अपील
इसी के साथ भक्तों की भीड़ को देखते हुए लखनऊ जोन एडीजी पीयूष मोर्डिया ने कहा कि बड़ी संख्या में भक्त यहां एकत्र हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना हमारा प्राथमिक कर्तव्य है कि किसी भी भक्त को असुविधा न हो। मैं भक्तों से अपील करता हूं कि वे मंदिर परिसर के अंदर मोबाइल फोन का उपयोग न करें। भक्तों से धैर्य रखने की अपील है।
बाराबंकी पुलिस कर चुकी अपील
इससे पहले आज सुबह से ही वहां इतनी भीड़ है, कि पुलिस को हालात संभालना काफी मुश्किल पड़ रहा है। लखनऊ की और से वाहनों की कतार अयोध्या की तरफ जा रही है। ऐसे में आज सुबह ही बाराबंकी पुलिस ने मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ का हवाला देते हुए उन्हें थोड़ा रुक कर जाने को कहा है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वो अभी अयोध्या ना जाएं।