महिला सुरक्षा का दावा करने वाली यूपी पुलिस के एक कर्मचारी ने कुछ ऐसा कर दिया कि फिर से एक बार पूरे विभाग पर ही सवाल उठने लगा। दरअसल, मुजफ्फरनगर में तैनात एक दारोगा पर एक छात्रा ने लंबे समय तक दुष्कर्म करने व ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है। युवती का आरोप है कि पीड़िता को विवाद में मदद करने व झूठे मामले में परिजनों को जेल भेजने की धमकी देकर ब्लैकमेल किया गया। मामला सामने आने के बाद महकमे में हड़कंप मच गया। तत्काल प्रभाव से मामले की जांच के आदेश जारी किया गया है।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, मुजफ्फरनगर जिले के भोपा थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती सोमवार को एसएसपी अभिषेक सिंह से मिली थी। उसने एसएसपी को शिकायत पत्र देते हुए बताया कि उसके पिता और चाचा के बीच वर्ष 2019 में जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इसी दौरान भोपा थाना क्षेत्र की सीकरी चौकी पर तैनात दारोगा उनके संपर्क में आया और पिता की मदद करने के बहाने से घर आने-जाने लगा।
इसी दौराान आरोपित दारोगा ने खुद को अविवाहित बताकर उसे प्रेम जाल में फंसा लिया। आरोप है कि आरोपित दारोगा ने उसका अश्लील वीडियो और फोटो ले लिए। आरोप है कि दारोगा ने खुद को अविवाहित बता कर उसे प्रेम जाल में फंसा कर शादी का झांसा दिया और दुष्कर्म किया।
एसएसपी ने दिए जांच के आदेश
अब तबादला होने पर वह मेरठ चला गया और वर्तमान में ईओडब्ल्यू शाखा में है। तबादलते के बाद ही दारोगा के शादीशुदा और दो बच्चों का पिता होने की बात सामने आई। जब युवती ने दारोगा से बात करनी चाही तो वो उसे फोटो वायरल करने की धमकी देने लगा। इसके बाद पीड़िता ने दारोगा के खिलाफ व्हाट्सएप चेटिंग के साथ ही फोटो भी एसएसपी को दिए हैं। फिलहाल एसएसपी के आदेश के बाद मामले में जांच शुरू हो गई है।