उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की कार्डियक अरेस्ट से 28 मार्च की रात को मौत हो गई। उसे उल्टी की शिकायत और बेहोशी की हालत में रात 8:25 बजे जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। 9 डॉक्टरों ने इलाज किया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। बताया जा रहा है कि वह बैरक में बेहोश होकर गिर गया था। पोस्टमॉर्टम के बाद शव सड़क के रास्ते उसके पुश्तैनी घर गाजीपुर लाया जाएगा। वहीँ बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की मौत पर सियासी बयानबाजी तेज हो गई।
उनकी मौत का सच सामने
मायावती ने X पर लिखा- मुख्तार के परिवार द्वारा जो गंभीर आरोप लगाए गए हैं, उनकी उच्च-स्तरीय जांच जरूरी है, ताकि उनकी मौत का सच सामने आ सके। ऐसे में उनके परिवार का दुखी होना स्वाभाविक है। कुदरत उन्हें इस दुख को सहन करने की शक्ति दे।
वो गैर कानूनी है
वो गैर कानूनी है
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने X पर लिखा- सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में जांच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है, वो गैर कानूनी है। अखिलेश ने लिखा- हर हाल में और हर जगह पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का पहला दायित्व होता है।
अपने चहेते बेटे और भाई को खो दिया
मुख्तार की मौत के बाद AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया पर लिखा- अल्लाह से दुआ है कि वो मुख्तार अंसारी को मगफिरत फरमाए। उनके खानदान और उनके चाहने वालों को सब्र-ए-जमील अदा करें। गाजीपुर की आवाम ने अपने चहेते बेटे और भाई को खो दिया। मुख्तार ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए थे कि उन्हें जहर दिया गया था। बावजूद इसके, सरकार ने उनके इलाज पर तवज्जो नहीं दिया… निंदनीय और अफसोसजनक।
प्रकृति उन्हें यह असीम दुख सहने की
आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर ने सोशल मीडिया पर लिखा- पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी का असामायिक निधन बेहद दुखद है। मैं विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और समर्थकों के प्रति हैं। प्रकृति उन्हें यह असीम दुख सहने की शक्ति प्रदान करे। पहले ही उन्होंने अपनी हत्या की आशंका व्यक्त की थी। मैं हाईकोर्ट से उनकी मौत की CBI जांच की मांग करता हूं।
कई दिन से वह आरोप लगा रहे थे
पप्पू यादव बोले- सुप्रीम कोर्ट खुद संज्ञान लें मुख्तार की मौत पर कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा- सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (CJI) इसका स्वतः संज्ञान लें। उनके दिशा-निर्देश में निष्पक्ष जांच हो। कई दिन से वह आरोप लगा रहे थे कि उन्हें धीमा जहर दिया जा रहा है। उनके सांसद भाई ने भी यह आरोप लगाया गया था। देश की संवैधानिक व्यवस्था के लिए अमिट कलंक!
परिवार से हमारे पुराने रिश्ते
सपा विधायक शिवपाल सिंह यादव ने X पर लिखा- पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी का निधन दुखद है। ईश्वर दिवंगत की आत्मा को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिजनों को इस असीम दुख को सहन करने की शक्ति दें। वहीं, शिवपाल ने मीडिया से बातचीत में कहा- मुख्तार के परिवार से हमारे पुराने रिश्ते रहे हैं। आजादी की लड़ाई में परिवार का योगदान रहा। मुख्तार अंसारी की मौत संदेह के घेरे में है। कोर्ट को स्वतः संज्ञान लेना चाहिए। जेल में मौत होती है तो सरकार की जिम्मेदारी होती है।
परिजनों को दुख सहने की शक्ति प्रदान करें
RJD नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा- यूपी से पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के इंतकाल का दुखद समाचार मिला। परवरदिगार से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति और शोकाकुल परिजनों को दुख सहने की शक्ति प्रदान करें। कुछ दिन पहले उन्होंने शिकायत की थी कि उन्हें जेल में जहर दिया गया है, फिर भी गंभीरता से नहीं लिया गया। प्रथम दृष्टया ये न्याय के हिसाब से उचित और मानवीय नहीं लगता। संवैधानिक संस्थाओं को ऐसी घटनाओं पर स्वत: संज्ञान लेना चाहिए।
जेल में कभी भी ठोक दिया जा रहा
कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि जिस तरीके से मुख्तार अंसारी ने कुछ दिन पहले हत्या की आशंका जताई थी कि उन्हें धीमा जहर दिया जा रहा है। आज उनकी मौत हो गई और उनकी यह बात पुष्ट होती दिखाई दे रही है। प्रशासन कह रहा है कि हार्ट अटैक से मौत हुई है। उत्तर प्रदेश की जेल में कभी मुन्ना बजरंगी को ठोक दिया जा रहा है। कभी खुलेआम पुलिस की अभिरक्षा में बदमाशों को गोली मार दी जा रही है। कभी कचहरी में कत्ल हो रहा है। उत्तर प्रदेश में पुलिस और भाजपा सरकार का शासन पंगु है। क्या इस घटना की उच्च स्तरीय जांच नहीं होनी चाहिए?