मथुरा जिले की पुलिसिंग में सुस्ती, गंदगी और लापरवाही अब नहीं चलेगी—यह संदेश स्पष्ट था जब एसएसपी श्लोक कुमार ने बिना किसी पूर्व सूचना के जमुनापार और राया थानों का दौरा किया। न थानेदारों को भनक लगी, न स्टाफ को मौका मिला। जैसे ही एसएसपी की गाड़ी थानों में दाखिल हुई, हर कोई सन्न रह गया।
‘फाइलों से लेकर फरियाद तक सब देखा’
शुरुआत जमुनापार थाने से हुई। यहां अभिलेखों की पड़ताल से लेकर महिला हेल्पडेस्क की स्थिति तक, हर चीज एसएसपी की नजरों से गुज़री। फिर वह खुद लक्ष्मी नगर इलाके की गलियों में पैदल निकल पड़े। सड़कों पर खड़े होकर लोगों से पूछा—”पुलिस आती है क्या? कोई शिकायत हो तो बताओ।”
राया थाने में हालत कुछ खास नहीं मिले। जहां-जहां गंदगी मिली, वहीं-वहीं एसएसपी का मूड बिगड़ा। हवालात, मालखाना, बैरक—कहीं भी सफाई दुरुस्त नहीं थी। उन्होंने साफ कह दिया—”हर दिन सफाई हो, कोई बहाना नहीं चलेगा।”
उन्होंने थाना प्रभारी को हिदायत दी “महिला संबंधी शिकायतों को प्राथमिकता दी जाए। कोई भी मामला हल्के में न लिया जाए।” साथ ही फरियादियों से सीधे संवाद करते हुए बोले “अगर आपकी बात नहीं सुनी जाती, तो सीधा मुझे बताएं।”
‘पुराने वाहन कब तक सड़ते रहेंगे?’
एसएसपी ने थानों में पड़े जब्त वाहनों को लेकर भी नाराज़गी जताई और जल्द से जल्द नीलामी की प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया। निरीक्षण के अंत में श्लोक कुमार ने स्थानीय लोगों से खुलकर बातचीत की। उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि पुलिस हर स्तर पर सक्रिय है और शिकायतों का समयबद्ध निस्तारण होगा।