झांसी में सस्पेंड इंस्पेक्टर थाने में जमीन पर बैठकर बच्चों की तरह खूब रोया। इंस्पेक्टर मोहित यादव ने आरोप लगाया कि पुलिस लाइन में प्रतिसार निरीक्षक (RI) से छुट्टी मांगने गए थे। RI ने उनके प्राईवेट पार्ट पर लात मारकर भगा दिया। इस उन्होंने पुलिस बुला ली। पुलिस उनको ही नवाबाद थाने ले गई। थाने में शिकायत लिखते वक्त जोर-जोर से रोने लगे। मामला बुधवार रात का है। इधर, एसपी सिटी ने इंस्पेक्टर के आरोपों को बेबुनियाद बताया। कहा- इंस्पेक्टर ने ही RI के साथ अभद्रता कर मारपीट की। उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, दोनों पक्षों ने थाने में तहरीर दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
दोनों के बीच हो गया विवाद
मैनपुरी के रहने वाले मोहित यादव यूपी पुलिस में इंस्पेक्टर हैं। 2012 में उनको मृतक आश्रित कोटे से सब-इंस्पेक्टर बने थे। अभी उनकी पोस्टिंग झांसी में हैं। निलंबित होने की वजह से वे पुलिस लाइन में कार्यरत हैं। मोहित ने का आरोप है कि उनको जानबूझकर परेशान किया जा रहा। उन्होंने कहा- मैंने छुट्टी के लिए एक आवेदन दिया था, जो RI सुभाष सिंह के पास से होते हुए SSP के पास जाना था। बुधवार शाम को पता चला कि RI ने आवेदन आगे नहीं भेजा। वह आवेदन लेकर RI के पास गए। वहां दोनों के बीच विवाद हो गया। RI ने अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर मेरे प्राइवेट पार्ट पर लात मारी। तब मैंने डायल 112 पर कॉल लगाई और पुलिस को सूचना दी। पुलिस मुझे ही नवाबाद थाने ले गई। यहां लिखित शिकायत दी। मैं पहले भी इस्तीफा दे चुका हूं, लेकिन उसे स्वीकार नहीं किया।
अनुशासनहीनता और विवेचना में लापरवाही
SP सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने कहा- मोहित 3 नवंबर, 2021 को ललितपुर से प्रशासनिक आधार पर ट्रांसफर होकर झांसी आए थे। वर्तमान में अनुशासनहीनता और विवेचना में लापरवाही बरतने पर निलंबित हैं। उनके खिलाफ 4 जांचें चल रही हैं। बुधवार रात को पुलिस लाइन के गणना कार्यालय में उन्होंने RI के साथ बदतमीजी कर मारपीट की। इस संबंध में RI ने तहरीर दी। इस पर केस दर्ज किया जाएगा। इंस्पेक्टर ने जो आरोप लगाए हैं। वो बिल्कुल झूठे और बेबुनियाद हैं।