कई पुलिसकर्मी खुद को जिले के एसपी से भी ऊपर मानने लगे हैं। इसका ताजा उदाहरण फर्रुखाबाद के जहानगंज थाने में देखने को मिल रहा है, जहां थानाध्यक्ष ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) के आदेश को नजरअंदाज कर दिया है। जिसकी वजह से हर तरफ एसपी के आदेश की अवहेलना करने की चर्चा होने लगी है। आइए बताते हैं क्या है मामला
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक 10 फरवरी को फतेहगढ़ पुलिस अधीक्षक द्वारा सिपाही आशीष वर्मा का तबादला जहानगंज थाने से अमृतपुर के लिए किया गया था, लेकिन पचास दिन बीत जाने के बावजूद सिपाही को नए स्थान पर रवाना नहीं किया गया है। आमतौर पर तबादले का आदेश आते ही पुलिसकर्मी को जल्द से जल्द नई तैनाती के लिए रिलीव कर दिया जाता है, लेकिन इस मामले में स्थिति पूरी तरह उलट है।
इस देरी को लेकर पुलिस विभाग में चर्चाएं हो रही हैं कि एसपी के आदेश को उनके मातहत ही हल्के में ले रहे हैं। सवाल उठ रहा है कि क्या थानाध्यक्ष को एसपी के आदेशों की परवाह नहीं, या फिर इसके पीछे कोई और वजह है?
स्थानीय स्तर पर भी यह चर्चा है कि आखिर सिपाही को अब तक रिलीव क्यों नहीं किया गया? क्या यह किसी प्रभावशाली व्यक्ति के दबाव में किया जा रहा है, या फिर थाना स्तर पर कुछ स्वार्थ निहित कारण हैं?
उठने लगेगा सवाल
यदि पुलिस विभाग में इसी तरह से नियमों की अनदेखी होती रही तो प्रशासनिक व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न खड़ा हो जाएगा। एसपी को इस मामले में सख्त कदम उठाते हुए अपने आदेश का पालन सुनिश्चित कराना चाहिए, ताकि विभागीय अनुशासन बरकरार रहे।