गाजियाबाद। नवरात्रि के पावन अवसर पर गाजियाबाद पुलिस ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में ऐसा कदम उठाया है, जिसने त्योहार की रौनक के बीच नारी शक्ति की नई मिसाल पेश की है। उत्तर प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति 5.0 अभियान के तहत पहली बार महिला पुलिसकर्मियों को त्योहारों की सुरक्षा व्यवस्था की कमान दी गई है। वेव सिटी सर्किल से शुरू हुई इस अनोखी पहल में महिला पुलिस जवान शॉर्ट रेंज और लॉन्ग रेंज हथियारों से लैस होकर रामलीला मैदान, पूजा पंडालों और व्यस्त बाजारों में ड्यूटी दे रही हैं।
महिला पुलिसकर्मियों की ज्यादा तैनाती
अब तक सुरक्षा का जिम्मा ज्यादातर पुरुष पुलिसकर्मी संभालते थे, लेकिन इस बार गेट से लेकर झूलों और स्टॉलों तक महिला पुलिसकर्मी तैनात हैं।
उनका आत्मविश्वास और हथियारबंद उपस्थिति न केवल अपराधियों को चेतावनी दे रही है बल्कि आम महिलाओं को भरोसा और सुरक्षा का अहसास भी करा रही है। यह व्यवस्था इस संदेश को मजबूत करती है कि महिलाएं केवल संरक्षित रहने की जरूरत नहीं, बल्कि सुरक्षा की जिम्मेदारी खुद भी उठा सकती हैं।
महिलाओं की सुविधा के लिए रामलीला मैदानों और बाजारों में विशेष पिंक बूथ बनाए गए हैं, जहां जरूरत पड़ने पर तुरंत सहायता और शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। साथ ही सिविल ड्रेस में महिला पुलिसकर्मी भीड़ पर पैनी नजर रख रही हैं।
एसीपी ने दी जानकारी
एसीपी प्रियाश्री पाल ने बताया कि कई बार महिलाएं पुरुष पुलिसकर्मियों से खुलकर बात नहीं कर पातीं, इसलिए महिला पुलिस की तैनाती उन्हें सहज माहौल देती है। उन्होंने महिलाओं से 112 हेल्पलाइन नंबर स्पीड डायल में सेव करने की अपील की।
नवरात्रि की इस नई पहल ने नारी शक्ति को सुरक्षा का नहीं, बल्कि शक्ति और आत्मनिर्भरता का प्रतीक बना दिया है, जो समाज में महिला सशक्तिकरण का मजबूत संदेश देता है।