चौकी इंचार्ज की कैप पहनकर युवक ने बनाई रील, गाजियाबाद पुलिस ने किया गिरफ्तार

यूपी पुलिस की वर्दी की अपनी अलग अहमियत है। जब कोई इस वर्दी से खिलवाड़ करता है, तो विभाग उसे सजा अवश्य देता है। मामला गाजियाबाद जिले का है, जहां एक युवक ने चौकी इंचार्ज की टोपी के साथ खिलवाड़ किया। दरअसल, उसने चौकी इंचार्ज की टोपी के साथ एक रील बनाई और उसे सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। वीडियो वायरल होते ही मामले का संज्ञान पुलिस ने लिया। पुलिस ने तत्काल प्रभाव से युवक को गिरफ्तार कर लिया।

ये है मामला

गाजियाबाद के लोनी थाना क्षेत्र स्थित रूपनगर चौकी में आए युवक ने इंस्पेक्टर की टोपी लगाकर इंस्टाग्राम रील बनाई और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। जैसे ही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई, वैसे ही लोगों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाना शुरू कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने इस वीडियो का संज्ञान लेते हुए युवक को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने किया गिरफ्तार

जानकारी देते हुए एसीपी लोनी सूर्यबली मौर्य ने बताया कि आरोपी की पहचान लोनी कोतवाली क्षेत्र स्थित प्रकाश विहार कॉलोनी निवासी नितिन सागर के रूप में हुई है। आरोपी युवक रूप नगर चौकी के अंदर गया था। इस दौरान उसने सोशल मीडिया के लिए चौकी इंचार्ज की टोपी लगाकर रील बनाई थी, जिसके बाद पुलिस ने तत्काल उसे गिरफ्तार कर लिया।

UP में हाईटेक पुलिस के नाम से मशहूर Noida Police को महीनों से नहीं मिल पा रहा रवि काना….

भले ही यूपी की नोएडा पुलिस कितनी ही तेजतर्रार है और बहुत ही फुर्ती के साथ काम करती है। इसके बावजूद आज के समय में एक बदमाश, जो युवती के साथ गैंगरेप का मुख्य आरोपी भी है, वो बीते कई महीनों से पुलिस की गिरफ्त से फरार है। पुलिस लाख कोशिशों के बाजवूद उसे पकड़ नहीं पा रही। हम बात कर रहे हैं, स्क्रैप माफिया और सरिया तस्करी करने वाले रवि काना की, जिसने अपने साथियों के साथ मिलकर 19 जुलाई 2023 को एक युवती के साथ दुष्कर्म किया था। इस वारदात के बाद से वो फरार चल रहा है। अब तक रवि काना और उसके साथियों की करीब 260 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी को नोएडा पुलिस के द्वारा जब्त किया गया है, लेकिन अभी तक उसका पता नहीं लग पाया है। उसकी गिरफ्तारी के मामले में अभी तक पुलिस के हाथ खाली ही हैं।

कौन है रवि काना

सबसे पहले आपको बताते हैं कि आखिर रवि काना है कौन ? दरअसल, रवि काना हरेंद्र प्रधान दादुपुर का छोटा भाई है। हरेंद्र प्रधान की हत्या वर्ष 2015 में सुंदर भाटी ने कार्रवाई थी। हरेंद्र की हत्या होने के बाद स्क्रैप और सरिया तस्करी का सारा काम रवि काना ने संभाल लिया। हरेंद्र की मौत के बाद रवि काना ने पुलिस से सुरक्षा की मांग की, जिसके बाद सरकार ने रवि काना को पुलिस सुरक्षा दी।

सुरक्षा मिलने के बाद रवि ने इसका दुरुपयोग किया। रवि काना ने स्क्रैप माफिया और तस्करी के लिए पुलिस सुरक्षा का इस्तेमाल किया था। हालांकि, करीब 6 महीने पहले रवि काना की पुलिस सुरक्षा हटा ली गई। इसके बाद भी रवि काना की हरकतों ने सुधरने का नाम नहीं लिया।

कई महीनों से है फरार

बीती 19 जुलाई 2023 को स्क्रैप माफिया और सरिया तस्करी करने वाले रवि काना ने अपने 4 साथियों के साथ मिलकर नोएडा में एक युवती के साथ गैंगरेप किया था। गैंगरेप के बाद रवि ने करीब 6 महीने तक युवती को ब्लैकमेल किया। गैंगरेप मामले में रवि काना अभी फरार है लेकिन पुलिस इस मामले में सात आरोपियों को जेल भेज चुकी है। इसके साथ ही उसकी पत्नी मधु, सेक्रेटरी कविता झा समेत नौ आरोपी फरार हैं। इतने महीने बीतने के बावजूद पुलिस रवि काना को पकड़ने में असफल है। ऐसे में पुलिस विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठना भी लाजमी है कि आखिर इतनी हाइटेक होने के बावजूद पुलिस के हाथ अभी तक खाली क्यों हैं ?

गाजियाबाद : सिपाही पिता पर बेटी ने लगाएं गंभीर आरोप, मांगा अपनी मां का हिस्सा

महिला सुरक्षा का दावा करने वाली यूपी पुलिस के कुछ कर्मचारी आए दिन कुछ ना कुछ ऐसा कर देते हैं, जिसकी वजह से पूरे विभाग पर सवाल उठने लगते हैं। ताजा मामला गाजियाबाद जिले का है, जहां यूपी पुलिस में कार्यरत एक सिपाही पर उसकी बेटी ने संगीन आरोप लगाए हैं। बेटी का दावा है कि उसके पिता का दूसरी महिला से पिछले सात साल से चक्कर है, जिसे वह अपनी पत्नी बताते हैं। फिलहाल अभी मामले में किसी पुलिसकर्मी ने कुछ बोला नहीं है। पीड़िता ने मांग की है कि संपत्ति का अधिकार उसकी मां को दिया जाए और पूरा खर्चा दिलाया जाए।

ये है मामला

जानकारी के मुताबिक, गाजियाबाद जिले में तैनात एक सिपाही की बेटी का दावा है कि उसके पिता का दूसरी महिला से पिछले सात साल से चक्कर है, जिसे वह अपनी पत्नी बताते हैं। विरोध करने पर वह मारपीट करते हैं। इस मामले में पुलिस आयुक्त से शिकायत की गई, उनके आधार पर कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है।

शिकायतकर्ता ने बताया कि उसके पिता का घर में व्यवहार बुरा है, मां को शराब पीकर पीटते हैं। इसकी वजह एक महिला है, जोकि सात साल से उसके पिता की जिंदगी में है। इसका विरोध तीन साल पहले मां ने किया था, पुलिस से शिकायत की थी। पुलिस अधिकारियों ने समझाकर वापस भेज दिया था, लेकिन उनका व्यवहार नहीं बदला है।

पिता ने फिर दी धमकी

अब एक बार फिर से पीड़िता ने पुलिस से गुहार लगाई है क्योंकि अब उसके पिता ने धमकी दी है कि वो घर, मकान सब बेच देंगे और परिवार के लोगों को एक-एक रुपये के लिए तरसा देंगे।

अब यूपी के गोंडा में चली तबादला एक्सप्रेस, 48 पुलिसकर्मियों को दी गई थानों पर तैनाती

यूपी में नए साल की शुरुआत से ही पुलिस विभाग में लगातार तबादलों का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में बीती रात गोंडा जिले के पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने 48 पुलिस कर्मियों का तबादला किया है‌। इस तबादला लिस्ट के अंतर्गत पुलिस लाइन में तैनात रहे 48 पुलिस कर्मियों को थानों पर तैनाती दी गयी है। सभी को जल्द से जल्द नई जिम्मेदारी संभालने का आदेश जारी हुआ है।

लिस्ट में शामिल इनका नाम

जानकारी के मुताबिक, इस लिस्ट में मुख्य आरक्षी मनोज कुमार यादव को पेशी अपर पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। आरक्षी अंगद कुमार को पुलिस लाइन से कोतवाली नगर, महिला मुख्य आरक्षी संज्ञा भारती को कोतवाली नगर, मुख्य आरक्षी राजेश प्रताप यादव को कोतवाली नगर व अशोक यादव कोतवाली नगर में तैनाती दी गयी है‌।

बंका सिंह, महेश कुमार, सुमित्रा चौहान, विपिन बिहारी पटेल, नरेंद्र यादव, देवानंद वर्मा, दिलीप कुमार, सर्वेश कुमार और रवि प्रकाश यादव को कोतवाली देहात भेजा गया है। आरक्षी विनय कुमार व राकेश सिंह को इटियाथोक, चेतन पांडे व बिजली प्रसाद को खरगूपुर, मुख्य आरक्षी जयमाल, दीपेंद्र प्रताप सिंह, वीरेंद्र कुमार व विजयनाथ यादव को मनकापुर में तैनाती मिली है।

मुख्य आरक्षी उमानाथ यादव को क्षेत्राधिकार कार्यालय लाइन से क्षेत्राधिकारी कार्यालय नगर भेजा गया है। मुख्य आरक्षी प्रदीप कुमार व नितेश यादव को छपिया, हरिओम मद्धेशिया व राज नारायण यादव, सरोज कुमार रावत व प्रमोद कुमार को खोंडारे, दया यादव, सिंपल मौर्या व विजय बहादुर यादव को नवाबगंज तथा अरुण यादव, निखिल राठौर व शुभम मौर्य धानेपुर भेजा गया है।

इनका नाम भी शामिल

धर्मेंद्र यादव व अजय सिंह को तरबग, मंगल सिंह यादव व उपेंद्र कुमार को परसपुर तथा राजू प्रसाद को मोतीगंज भेजा गया है।नितेश कुमार व आदित्य पाल करनैलगंज भेजे गए हैं। सत्येंद्र कुमार व राकेश कुमार यादव कटरा बाजार, संजय कुमार सिंह, राम सुमंत प्रसाद, रणविजय मिश्रा व सुरेश यादव को वजीरगंज में तैनात किया गया है। मुख्य आरक्षी उमानाथ यादव को क्षेत्राधिकार कार्यालय लाइन से क्षेत्राधिकारी कार्यालय नगर भेजा गया है।

बरेली: दारोगा पर लगा महिला सिपाही को परेशान करने का आरोप, SSP ने किया सस्पेंड

उत्तर प्रदेश में कुछ पुलिसकर्मी लोगों की मदद को दिन-रात एक कर रहे हैं, लेकिन वहीं कुछ पुलिसकर्मी बाकियों की मेहनत पर पलीता लगा रहे हैं। ताजा मामला बरेली जिले का है, जहां एक सब इंस्पेक्टर पर महिला सिपाही के साथ दुर्व्यवहार और परेशान का आरोप लगा है। पीड़िता महिला सिपाही ने शिकायत की थी कि आरोपी दरोगा उसे अक्सर परेशान करता था।उसे आपत्तिजनक व्हाट्सऐप मैसेज किया करता था। इस मामले का संज्ञान जब जिले के एसएसपी ने लिया तो उन्होंने तत्काल प्रभाव से उसे सस्पेंड कर दिया।

सीधा एसएसपी से की शिकायत

जानकारी के मुताबिक, बरेली जिले में तैनात एक महिला सिपाही ने अपनी शिकायत में एसएसपी को बताया कि भमोरा खाने में तैनात एसआई चंद्रपाल सिंह ने उसके साथ दुर्व्यवहार कर रहा था। वो उसके फोन पर “अशोभनीय संदेश” भेज रहा था। जैसे ही एसएसपी ने मामले का संज्ञान लिया तो उन्होंने भमोरा थाने के एसएचओ को इस मामले की जांच करने का आदेश दिया था। इस जांच में सभी आरोप सही पाए गए हैं।

रिपोर्ट में हुआ खुलासा

एसएचओ की रिपोर्ट में कहा गया है कि चंद्रपाल सिंह ने व्हाट्सऐप पर कई आपत्तिजनक मैसेज किए थे। अपनी आधिकारिक जिम्मेदारियों के विपरीत काम करते हुए “पुलिस की छवि खराब की” है। इस रिपोर्ट के बाद एसएसपी ने शनिवार रात आरोपी सब-इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही एसएसपी ने साफ तौर पर कहा है कि इस तरह का अपराध कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

जिस थाने में तैनाती वहीं दर्ज हो गई FIR, युवक ने कोतवाली में किया था आत्मदाह, मामले में 4 पुलिसकर्मियों पर FIR दर्ज

गाजियाबाद से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया था. इस मामले में थाने में सुनवाई न होने पर युवक ने खुदकुशी करने की कोशिश की है. युवक ने अपने ऊपर ज्वलशील पदार्थ डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया है. घायल अवस्था में युवक को दिल्ली के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहां युवक की इलाज के दौरान उसकी कल मौत हो गई.  युवक को अपनी के साथ अश्लील हरकत छेड़छाड़ की शिकायत लेकर थाने पहुंचा था. जब इस मामले पर पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया तो पीड़ित ने ये कदम उठाया.

दरअसल थाना लोनी बॉर्डर इलाके में रहने वाले युवक अपनी पत्नी के साथ अश्लील हरकत छेड़छाड़ मारपीट की शिकायत लेकर थाना लोनी बॉर्डर पहुंचा था. जहां उसने पड़ोसी रामपाल और उसके भांजे रोबिन के द्वारा अपनी पत्नी के साथ छेड़छाड़ और मारपीट की शिकायत दर्ज कराई थी. मारपीट के दौरान पत्नी के गर्भ में पल रहे बच्चे के गर्भपात की भी शिकायत दी गई थी.  शिकायत दर्ज होने के बाद भी लोनी बॉर्डर पुलिसकर्मियों द्वारा उसे टहलाया जाता रहा. पुलिस उसे बार-बार आरोपियों के नाम बदलने और धाराएं बदलने के नाम पर घुमाती रही. इसी से परेशान होकर उसने थाने में पहुंचकर अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा ली थी.

युवक ने पुलिसकर्मियों पर पैसे लेकर शिकायत दर्ज न करने के भी गंभीर आरोप लगाए. पुलिस कर्मियों ने आग बुझाकर उसे दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में भर्ती कर दिया था. अस्पताल में उसकी मौत हो गई युवक के मरने के बाद गाजियाबाद में उसका मौत से पहले दिया हुआ बयान और आत्मदाह के बाद बनाया गया वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो रहा है.

कल युवक की मृत्यु और वीडियो वायरल होने के बाद अधिकारी हरकत में आए और थाना इंचार्ज रामसेवक सिंह चौकी इंचार्ज रमन मावी समेत सब इंस्पेक्टर सलीम सिपाही के खिलाफ थाने के ssi द्वारा कल मुकदमा दर्ज करवा कर चारों के सस्पेंशन की कार्रवाई के साथ विभागीय जांच शुरू कर दी है.

Kannauj: पुलिस मुठभेड़ में एक बदमाश ढेर तो वहीं दूसरा जख्मी, गोलीबारी में दो सिपाही भी घायल

यूपी में अपराधियों की धरपकड़ के लिए लगातार पुलिस की कार्रवाई जारी है। इसी क्रम में आज सुबह कन्नौज पुलिस और बदमाशों में मुठभेड़ की खबर सामने आ रही है। दरअसल, पुलिस ने मुठभेड़ में बीते हफ्ते लूट करके फरार हुए बदमाशों को घेर लिया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों को गोली लगी। इसमें एक की मौत हो गई, जबकि दूसरा जख्मी हो गया। इस दौरान दो सिपाही भी घायल हुए हैं।

ये है मामला

जानकारी के मुताबिक, आज सुबह कन्नौज जिले के मलिकपुर कस्बा में पुलिस की लुटेरों से मुठभेड़ हुई। पुलिस टीम को देखकर लुटेरों ने फायरिंग शुरू कर दी। ये मुठभेड़ उन बदमाशों के साथ हुई जिन्होंने बीते शुक्रवार को सर्राफा कारोबारी को कंधे में गोली मारकर 20 लाख के जेवर और नकदी से भरा झोला लूट लिया था। उपचार के दौरान अय्याज की इसी दिन रीजेंसी कानपुर में मौत हो गई थी। इन्हीं बदमाशों को पकड़ने में पुलिस लगी थी।

दो सिपाही भी घायल

जब पुलिस को खबर लगी तो पुलिस ने लुटेरों की घेराबंदी कर दी। इस दौरान पुलिस की ओर से की गई फायरिंग में गोली लगने से समधन गुरसहायगंज निवासी लुटेरे इजहार पुत्र जुम्मन की मौके पर मौत हो गई। वहीं समधन निवासी लुटेरा तालिब पुत्र पप्पू गोली लगने से घायल हो गया। लुटेरों की ओर से कई फायरिंग में सिपाही अमर सिंह और विनय सिंह भी घायल हुए है। पुलिस ने लुटेरों के कब्जे से लूट में प्रयुक्त हुई अपाचे बाइक और करीब 20 लाख का जेवर बरामद किया है।

जल्द शुरू होगा माघ मेला, प्रयागराज पुलिस ने पूरी की सुरक्षा व्यवस्था संभालने की तैयारी

कुछ ही दिनों में प्रयागराज जिले में आयोजित होने वाले माघ मेले की शुरुआत होने वाली है। इस मेले में शरीक होने के लिए दूर दूर से लोग आते हैं। ऐसे में यहां सुरक्षा व्यवस्था का कड़ा इंतजाम करना पड़ता है। इसी के चलते प्रयागराज पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था की कड़ी तैयारी कर ली है। इसके अंतर्गत मेले में सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किये जा रहे है। अत्याधुनिक और ड्रोन कैमरे से पूरे मेले में सुरक्षा की दृष्टि से निगरानी की जाएगी। इसके साथ ही चप्पे चप्पे पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा।

कुंभ मेले की तर्ज पर होगा आरंभ

जानकारी के मुताबिक, इस साल योगी सरकार ने पहले ही ये एलान कर दिया था कि माघ मेले का शुभारंभ कुंभ मेले के तर्ज पर ही किया जायेगा। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर हनुमान मंदिर से लेकर पांटून पुलों के एंट्री व एक्जिट प्वाइंट पर भी डीएफएमडी लगवाए जाएंगे। मेले में आतंकी घटनाओं से निपटने के लिए भी तैयारी की गयी है। मेला क्षेत्र में तैनात बहुत से पुलिसकर्मियों को हैंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर दिया जाएगा। ताकि वो आसानी से जांच कर सकें।

किए जा रहे पुख्ता इंतजाम

मामले की जानकारी देते हुए जिले के अफसरों ने बताया कि माघ मेले के लिए सुरक्षा के संबंध में इंतजाम किए जा रहे हैं। इसमें आधुनिक तकनीक के साथ उपकरणों का भी इस्तेमाल किया जाएगा। मुख्य पर्वों पर ड्रोन कैमरे से निगरानी की जायेगी। सुरक्षा व्यवस्था के मद्दनेजर जमीन से आसमान तक निगरानी करने की तैयारी है। हर जगह ड्रोन के जरिए निगरानी की जाएगी, ताकि माघ मेले की सुरक्षा व्यवस्था बनी रहे।

इसके साथ ही स्नानार्थियों की सुरक्षा को 800 जवानों की तैनाती जल पुलिस के नेतृत्व में इस बार माघ मेले में स्नानार्थियों की सुरक्षा को 800 जवानों ने मेले में मोर्चा संभाल लिया है और नदी में होने वाले हादसों को रोकने के लिए मुस्तैद हो गए हैं।

Ayodhya: कारसेवकों पर गोली ना चलाने की वजह से सस्पेंड हुए थे तत्कालीन SSP, अब परिवार को मिला प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण

22 जनवरी के दिन के लिए हर कोई काफी उत्साहित है. दरअसल, इस दिन सालों के इंतजार के बाद अयोध्या के विशाल मंदिर में रामलला को विराजमान किया जाएगा। वैसे तो हर हिंदू व्यक्ति इस दिन को लेकर काफी खुश है, लेकिन सबसे ज्यादा खुशी उन लोगों के घरों में दिखाई दे रही है, जो लोग 1992 में अयोध्या में मौजूद थे। इसी क्रम में आज तत्कालीन अयोध्या एसएसपी का परिवार काफी खुश है। दरअसल, भले ही तत्कालीन अयोध्या एसएसपी और जिले से सांसद रहे दिवगंत पूर्व एसएसपी डीबी रॉय इस वक्त दुनिया में नहीं हैं लेकिन उनके पुत्र पुनीत राय को प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण पहुंचा है। जिस वजह से उनके घर में खुशी का माहौल है।

हुए थे सस्पेंड

जानकारी के मुताबिक, तत्कालीन अयोध्या एसएसपी रहे डीबी राय के पुत्र पुनीत राय ने बताया कि भगवान श्रीराम के प्रति जो आस्था पिताजी की थी, उतनी ही आस्था आज हम लोगों के दिल में हैं। सन 1992 की अयोध्या कारसेवा में पिताजी ने निहत्थे कारसेवकों पर गोली नहीं चलवाई थी, जिसके कारण उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था। सस्पेंशन के बाद कोर्ट में सीबीआई चार्जशीट दाखिल नहीं कर पाई। ऐसे में 6 महीने बाद वो बहाल हो गए।

तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को इस्तीफा सौंपा, उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया गया। अंत में उन्हें कोर्ट की शरण लेनी पड़ी तब जाकर 1996 में इस्तीफा मंजूर हुआ लेकिन वेतन एवं पेंशन रोक दिया गया था। इसके बाद भी वो कभी झुके नहीं और उन्होंने अंत तक यही कहा कि मुझे इस बात का जरा सा भी दुख नहीं है कि कारसेवकों पर गोली नहीं चलाने की वजह से मुझे सस्पेंड किया गया।

खुश है परिवार

ऐसे में अब जब डीबी राय के परिवार को मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण पहुंचा है तो वो काफी खुश हैं, क्योंकि अभी तक जिले में किसी भी व्यक्ति को प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण नहीं मिला है। ऐसे में वो इस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

Lucknow: विवाद सुलझाने पहुंची पुलिस टीम पर जानलेवा हमला, वर्दी फाड़ने के बाद सिपाही को जमकर पीटा

जो पुलिस लोगों की सुरक्षा में सदैव तत्पर रहती है, आज के समय में उन्हीं पर कई जगहें हमलों की खबरें सामने आती रहती हैं। ताजा मामला लखनऊ जिले का है, जहां मकान मालिक और किरायदारों के बीच हुए झगड़े को सुलझाने के लिए पहुंची पुलिस पर ही लोगों ने हमला कर दिया। इस दौरान उन्होंने पुलिसकर्मियों की वर्दी फाड़ दी और सिपाही को मजकर पीटा। खबर मिलते ही अतिरिक्त पुलिस फोर्स वहां पहुंची, तब जाकर मामले को शांत कराते हुए आरोपी को पकड़ लिया गया। अभी कई आरोपी फरार है।

ये था मामला

जानकारी के मुताबिक, लखनऊ में शिवम, विजय ने देवपुर पारा निवासी राजकुमार के मकान में दुकान किराए पर ली थी। इस दुकान का तीन साल का एग्रीमेंट था। यह अक्तूबर 2024 में पूरा होना है। इसके बाद भी राजकुमार के लड़के करन दुकान खाली करने का दबाव बना रहे थे। इसी बीच पीड़ितों ने कोर्ट की भी मदद लेने की कोशिश की। इसी मामले में कुछ दिन पहले मलिहाबाद निवासी मोबाइल कारीगर शिवम गौतम, पारा निवासी डेयरी संचालक विजय सिंह ने आईजीआरएस में शिकायत की थी। इस शिकायत में कहा गया था कि देवपुर पारा निवासी राजकुमार रावत का बेटा करण उनकी दुकान को जबरन खाली करा रहा है।

पुलिसकर्मियों की हुई पिटाई

इसी शिकायत की वजह से पुलिस टीम विवादस्थल पर पहुंची। इस दौरान वहां शिवम, विजय संग करन, परिवार वाले झगड़ा कर रहे थे। उन्हें दरोगा और सिपाही ने रोकने का प्रयास किया तो करन रावत ने दरोगा पर हमला कर दिया। भाई अर्जुन ने झपटकर दरोगा राज की वर्दी फाड़ दी। सिपाही मोहित ने आरोपियों को रोकने का प्रयास किया। इसके साथ ही करन की बहन कंचन, बहनोई अनिल ने सिपाही से मारपीट की। फिलहाल पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जबकि अन्य आरोपी वहां से फरार हो गए। ऐसे में बाकियों की तलाश जारी है।