आगामी कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए गाजियाबाद पुलिस ने इस बार सुरक्षा इंतजाम बेहद पुख्ता कर दिए हैं। जिले भर में फैले करीब 80 किलोमीटर लंबे कांवड़ रूट पर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने इस बार एक नई रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। इस रूट को 123 बीटों में बांटा गया है और हर बीट पर पुलिसकर्मियों की स्थायी तैनाती की व्यवस्था की गई है।
पुलिस कमिश्नर ने दी जानकारी
पुलिस आयुक्त जे. रविंदर गौड ने जानकारी दी कि प्रत्येक बीट का दायरा लगभग 800 मीटर होगा, और वहां 24 घंटे एक सब-इंस्पेक्टर (दारोगा) के नेतृत्व में दो सिपाही लगातार मौजूद रहेंगे। इससे किसी भी स्थिति में पुलिस तुरंत प्रतिक्रिया दे सकेगी और लोगों को सहायता मिल सकेगी।
यात्रा के दौरान यातायात को नियंत्रित रखने के लिए मेरठ तिराहे पर एक ट्रैफिक कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है। इसके अलावा पीआरवी (Police Response Vehicle) टीमें भी कांवड़ रूट पर विभिन्न स्थानों पर तैनात की जाएंगी, ताकि आपात स्थिति में त्वरित सहायता पहुंचाई जा सके।
11 जुलाई से शुरू होगी ड्यूटी
ड्यूटी की शुरुआत 11 जुलाई से की जाएगी, जो यात्रा समाप्त होने तक लगातार चलेगी। भारी वाहनों का रूट डायवर्जन 11 जुलाई से लागू कर दिया जाएगा, जबकि हल्के वाहनों के लिए 17 जुलाई से बदलाव किए जाएंगे।
बीट व्यवस्था के तहत सीमित क्षेत्र की जिम्मेदारी होने से पुलिसकर्मी स्थानीय गतिविधियों पर बेहतर निगरानी रख सकेंगे और किसी भी आपराधिक या अव्यवस्थित स्थिति पर फौरन नियंत्रण पा सकेंगे।
यात्रा की संवेदनशीलता को देखते हुए यह बीट प्लान गाजियाबाद पुलिस के लिए एक प्रभावी मॉडल साबित हो सकता है।