प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पहली बार आर्मी डे परेड का आयोजन किया जाएगा। आर्मी-डे हर साल 15 जनवरी को मनाया जाता है। अब तक इसका आयोजन हमेशा दिल्ली में होता रहा है। पिछले साल पहली बार दिल्ली से बाहर बेंगलुरु में यह आयोजन हुआ था, जबकि इस बार लखनऊ की सूर्या कमान को यह जिम्मा मिला है। यह आयोजन निलमथा स्थित परेड ग्राउंड में होगा। इससे जुड़ी गतिविधियां एक नवंबर से शुरू हो जाएंगी। ऐसे में सेना और सेना और प्रशासनिक स्तर पर इसकी तैयारी तेज हो गई है।
परेड के लिए होंगे कई इंतजाम
10 से 16 जनवरी तक मेहमानों के लिए करीब 100 से 150 टैक्सियों की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए टैक्सी ऑपरेटरों और परिवहन संघ के साथ ही राज्य परिवहन एजेंसियों की भी मदद ली जाएगी।
13 और 15 जनवरी को परेड ग्राउंड और एसकेपी-1 पर तलाशी और सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात किया जाएगा।
पीडब्ल्यूडी, नगर निगम, एलडीए और लेसा की टीमें आयोजन स्थल और आसपास सफाई, सड़कों की मरम्मत, पेड़ों की छंटाई, स्ट्रीट लाइटों का इंतजाम करेंगी।
वीवीआईपी गेस्ट हाउस से मानेकशा चौक तक एमजी मार्ग की मरम्मत और सुंदरीकरण होगा।
स्मृतिका युद्ध स्मारक से सटी सड़क, एनके जधुनाथ चौक से जनरल बिपिन रावत तक करियप्पा रोड का भी मेनटेनेंस होगा।
बड़ी संख्या में शामिल होंगे मेहमान
आर्मी-डे की परेड के साथ चार से पांच दिन तक सांस्कृतिक आयोजन और कई अन्य गतिविधियां होंगी। इस दौरान कई सैन्य टुकड़ियों के साथ बड़ी संख्या में मेहमान भी शामिल होंगे। इसके लिए ब्रिगेडियर असित वाजपेयी की अगुआई में तैयारी हो रही है। वहीं, मंडलायुक्त कार्यालय में भी इसके लिए बैठक हुई। इसमें मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने नगर निगम अफसरों को नीलमथा ग्राउंड के आसपास सफाई करवाने के निर्देश दिए।