बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश में नवरात्र के दौरान शुरू हुए मिशन शक्ति-5 अभियान ने महिला सशक्तिकरण को एक नई ताकत दी है। इस अभियान के संदेश को ज़मीन पर उतारते हुए बुलंदशहर की स्याना कोतवाली में तैनात महिला पुलिसकर्मियों ने अपने साहस से साबित कर दिया कि अब महिलाएं सिर्फ सुरक्षा की ज़रूरत नहीं, बल्कि खुद सुरक्षा की गारंटी भी हैं।
चेकिंग के दौरान हुई कार्रवाई
शुक्रवार देर शाम स्याना-बुलंदशहर रोड पर चेकिंग कर रही महिला पुलिस टीम ने संदिग्ध बाइक सवार को रोकने का प्रयास किया। रुकने के बजाय वह बुलेट की गति से भागने लगा और पटरियों की ओर मुड़ गया। पीछा करने पर उसने अचानक पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। खतरे के बावजूद दरोगा अंजली सिंह, दरोगा अंकिता सिंह और कांस्टेबल मंजू रानी व नीलम ने हिम्मत नहीं हारी। आत्मरक्षा में महिला पुलिसकर्मियों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए बदमाश को पैर में गोली मारकर दबोच लिया।
घायल आरोपी की पहचान उमर मोहम्मद निवासी गाजियाबाद के रूप में हुई, जो 15 हजार का इनामी और कई लूट व गैंगस्टर मामलों में वांछित था। मौके से अवैध असलहा, कारतूस और चोरी की बाइक बरामद हुई। सीओ प्रखर पांडेय के अनुसार, उमर पर गैंगस्टर एक्ट समेत सात से अधिक मामले दर्ज हैं।
महिला सशक्तिकरण का है उदाहरण
यह मुठभेड़ न केवल अपराधियों के लिए चेतावनी है, बल्कि यह इस बात का भी सबूत है कि मिशन शक्ति के तहत प्रशिक्षित महिला पुलिस अब किसी भी खतरे का डटकर सामना कर सकती है। महिला पुलिसकर्मियों की बहादुरी ने नवरात्रि के शक्ति पर्व को सच्चा अर्थ दिया और साबित किया कि कानून की दुर्गा अब पूरी तरह तैयार है।