बीती 22 जनवरी के दिन ही लोगों का सदियों का इंतजार खत्म हुआ। दरअसल, 22 जनवरी के दिन अयोध्या के विशाल राम मंदिर में रामलला विराजमान हो गए। इस भव्य कार्यक्रम के बाद अब प्रदेश भर में 26 जनवरी को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। रिपोर्ट्स की मानें तो सिर्फ अयोध्या में ही 13 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। जिले भर के चप्पे-चप्पे पर कड़ी नजर रखी जा रही है। पुलिस फोर्स के साथ-साथ तमाम अन्य सिक्योरिटी एजेंसियों को भी अलर्ट पर रखा गया है।
सुरक्षा के किए गए कड़े इंतजाम
जानकारी के मुताबिक, अयोध्या में खालिस्तान समर्थक प्रतिबंधित संगठन SFJ के 3 सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। ये अलर्ट 26 जनवरी यानी कि गणतंत्र दिवस की वजह से जारी किया गया है। इसके अंतर्गत प्रदेश भर में तकरीबन 10 हजार सीसीटीवी कैमरों की मदद से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। प्रदेश भर के साथ-साथ सबसे ज्यादा सुरक्षा व्यवस्था अयोध्या की टाइट की गई है। इसके अंतर्गत रामनगरी में लगभग 13 हजार पुलिसकर्मियों का कड़ा पहरा लगाया गया है। खबरों की मानें तो डीजीपी मुख्यालय स्तर से 31 आईपीएस,44 एएसपी,140 सीओ,208 निरीक्षक,1196 उपनिरीक्षक अयोध्या में तैनात किये गए हैं। इसके साथ ही 5 हजार मुख्य आरक्षी व आरक्षी के अलावा 26 कंपनी पीएसी, 7 कंपनी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, एटीएस व एसटीएफ की टीम को भी अयोध्या में तैनाती दी गई है। अयोध्या में यलो व रेड जोन में 400 सीसीटीवी कैमरों को इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम से जोड़कर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए इंटेलिजेंस, सुरक्षा मुख्यालय, जीआरपी, एटीएस व एसटीएफ समेत अन्य प्रमुख शाखाओं के वरिष्ठ अधिकारी भी मुस्तैद किया गया है। एंटी माइन व एंटी ड्रोन सिस्टम समेत अन्य अत्याधुनिक उपकरणों की मदद कड़ी सुरक्षा तैयार किया गया है, ताकि मुसीबत के वक्त किसी चीज की कमी ना पड़े।
वाहनों पर भी रखी जाएगी नजर
डीजीपी दफ्तर की तरफ से सभी जिलों में चेकिंग बढ़ाए जाने के साथ ही रेलवे ट्रैक की सघन निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, अंबेडकरनगर, गोंडा व गोरखपुर से अयोध्या जाने वाले मार्गों पर 21 जनवरी की सुबह से पास लगे हुए तथा आवश्यक वस्तुओं के वाहनों को ही प्रवेश दिया जाएगा।