हाल ही में उत्तर प्रदेश में आयोजित हुई सिपाही भर्ती परीक्षा को सरकार ने रद्द कर दिया है। दावा किया जा रहा था, कि इस परीक्षा का पेपर पहले से ही लीक हो गया था। जब जांच की गई तो ये बात सही साबित हो गई। ऐसे में अब परीक्षा को रद्द कर दिया गया। अगर जांच की बात करें तो आशंका जताई जा रही है कि पेपर लीक करने की साजिश प्रश्न पत्रों की छपाई करने वाली प्रिंटिंग प्रेस में रची गयी थी। ऐसे मे अब इस मामले में जांच समिति ने और ज्यादा सख्ती बरतना शुरू कर दी है।
जताई जा रही ये आशंका
जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पेपर लीक होने के बाद पुलिस सिपाही भर्ती रद्द कर दी है। पेपर लीक मामले में लगातार जांच की जा रही है। इस जांच में ये बात सामने आई है कि, परीक्षा को लेकर किसी जिले से गड़बड़ी के सुराग नहीं मिले हैं। इससे आशंका जताई जा रही है कि इसकी साजिश प्रश्न पत्रों की छपाई करने वाली प्रिंटिंग प्रेस में रची गयी थी। वहां के कुछ कर्मचारियों ने पेपर की सेटिंग के दौरान प्रश्नों को नोट किया, जिसे बाद में अपने संपर्क में आए कुछ कोचिंग संस्थानों से लाखों रुपये लेकर सौंप दिया। अब एसटीएफ इसी दिशा में अपनी जांच आगे बढ़ाने की तैयारी में है।
दूसरे दिन लीक हुआ पेपर
आपको बता दें कि परीक्षा के लिए भर्ती बोर्ड ने 48,17,442 एडमिट कार्ड जारी किए थे। इनमें से 43,13,611 अभ्यर्थियों (89.54 प्रतिशत) परीक्षा में शामिल हुए थे। लेकिन परीक्षा के दूसरे दिन पेपर लीक की खबरें सामने आने लगीं। कई जगहों पर दावा किया गया कि परीक्षा का पेपर पहले से ही लीक हो गया था। ऐसे में जांच की गई और पेपर लीक की बात सच साबित हुई।