उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती होने का युवाओं के बीच जबरदस्त क्रेज है। हर साल लाखों अभ्यर्थी पुलिस विभाग की विभिन्न भर्तियों में शामिल होते हैं और सिपाही से लेकर उपनिरीक्षक तक की तैयारी करते हैं। यह आकर्षण सिर्फ नौकरी की सुरक्षा और सामाजिक प्रतिष्ठा के कारण ही नहीं, बल्कि विभाग में सुधार और पेशेवर प्रशिक्षण के चलते भी बढ़ा है। हालांकि, इन तमाम सकारात्मक पहलुओं के बावजूद एक नया ट्रेंड भी सामने आ रहा है।
रामपुर में तीन सिपाहियों ने दिया इस्तीफा
जानकारी के मुताबिक, कुछ युवा यूपी पुलिस की सेवा में आने के बाद यदि उन्हें किसी अन्य राज्य या विभाग में अपेक्षाकृत बेहतर अवसर मिलते हैं, तो वे विभाग से त्यागपत्र दे रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण रामपुर जनपद से सामने आया है, जहां पिछले कुछ महीनों में तीन सिपाहियों ने दूसरी नौकरियां मिलने पर पुलिस सेवा से इस्तीफा दे दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, त्यागपत्र देने वाले एक सिपाही को शिक्षक की नौकरी मिली है, जबकि दो अन्य ने दिल्ली पुलिस में चयन के बाद यूपी पुलिस को अलविदा कहा। यह घटनाक्रम दर्शाता है कि युवा बेहतर भविष्य और संतुलित कार्य-जीवन की तलाश में अब भी विकल्पों की ओर देख रहे हैं।
विभाग के लिए बड़ी चेतावनी
यह स्थिति विभाग के लिए एक चेतावनी भी है कि वह न केवल भर्ती पर ध्यान दे, बल्कि सर्विस कंडीशन, प्रमोशन नीति और कार्य-संतुलन को और बेहतर बनाकर इन युवाओं को लंबे समय तक अपने साथ जोड़े रखने की रणनीति बनाए।