यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ लगातार पुलिसकर्मियों को करप्शन खत्म करने की हिदायत देते हैं, लेकिन कुछ पुलिसकर्मी उनकी बातों को ही हवा में उड़ा रहे हैं। मामला आगरा जिले का है, जहां एक पुलिसकर्मी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज हुआ है। पुलिसकर्मी के खिलाफ कई दिन से जांच चल रही थी, इसी जांच में पुलिसकर्मी को दोषी पाया गया है। इसी के चलते अब उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। वर्तमान में पुलिसकर्मी प्रोन्नति पाकर एसआई बन चुका है और इटावा के पछायगांव थाने में तैनात है।
जांच में खुली पोल
जानकारी के मुताबिक, साल 2020 में आगरा पुलिस की एसओजी टीम में तैनात रहे चर्चित दारोगा महेश कुमार पाठक पर कमला नगर थाने में भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज हुआ है। अपर पुलिस महानिदेशक लोक शिकायत ने 31 अक्तूबर 2020 को मुख्य आरक्षी महेश कुमार पाठक के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की जांच के निर्देश दिए थे। जिसके बाद ये जांच विजिलेंस आगरा सेक्टर द्वारा कराई गई। इस जांच की जिम्मेदारी इंस्पेक्टर राज किशोर यादव के कंधों पर थी।
इंस्पेक्टर राज किशोर यादव की जांच में पाया गया कि महेश पाठक ने अपने विभिन्न आमदनी के स्रोतों से 66.91 लाख रुपये की आमदनी की। इस कमाई के बाद उनके द्वारा 2.54 करोड़ रुपये खर्च किए गए।उन्होंने अपनी आय से 1.87 करोड़ रुपये अधिक खर्च किये। जब जांच के बाद उनसे इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया। वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। इसी आधार पर उन्हें प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुए भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का मुकदमा दर्ज कराया गया है।
अपराधियों से रहा है नाता
आपको बता दें कि खबरें ये भी चल रहीं हैं कि, महेश पाठक क्रिकेट सट्टे के बुकियों से नजदीकी के चलते काफी सुर्खियों में चुके हैं।। आगरा से स्थानांतरण के बाद भी उसे बुकियों का करीबी बताया गया। इसी वजह से उसकी शिकायत हुई थी।