रायपुर में डीजीपी-आईजी कॉन्फ्रेंस का दूसरा दिन: पीएम मोदी की सुरक्षा में 2000 से ज्यादा जवान तैनात

Share This

रायपुर: नवा रायपुर आज देश का सबसे सुरक्षित ज़ोन बन चुका है। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट रायपुर में आयोजित 60वीं डीजीपी–आईजी कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व स्तर पर पहुंचा दिया गया है। शुक्रवार देर रात पीएम के रायपुर पहुंचते ही पूरे क्षेत्र में मल्टी-लेयर सिक्योरिटी सिस्टम सक्रिय कर दिया गया।

2000+ जवान मैदान में, हर लेयर पर स्पेशल यूनिट की तैनाती

अधिकारियों के मुताबिक, सम्मेलन स्थल और उससे जुड़े करीब 10 किलोमीटर के दायरे में 2000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। सुरक्षा में शामिल सभी एजेंसियों को एकीकृत कमांड के अंतर्गत रखा गया है, ताकि किसी भी स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके।

तैनात बलों में शामिल हैं:

* एसपीजी की विशेष सुरक्षा टीम

* एनएसजी के शार्प शूटर

* सीआरपीएफ के हाई-रिस्पॉन्स यूनिट

* छत्तीसगढ़ पुलिस की QRT और सिविल टीम

* बम डिस्पोज़ल स्क्वाड और डॉग स्क्वाड

* एयरपोर्ट सिक्योरिटी और एंटी-ड्रोन यूनिट

* इंटेलिजेंस ब्यूरो और स्थानीय LIU टीमें

ड्रोन, एंटी-ड्रोन और 24×7 कैमरा नेटवर्क

नवा रायपुर के आसमान पर ड्रोन लगातार उड़ान भर रहे हैं, जबकि एंटी-ड्रोन सिस्टम किसी भी अनधिकृत उड़ान को तुरंत निष्क्रिय कर सकते हैं। IIM परिसर, होटल क्षेत्र और रूट पर 300 से अधिक हाई-रिज़ॉल्यूशन कैमरे लगाए गए हैं। एक विशेष कंट्रोल रूम से इनकी 24 घंटे निगरानी हो रही है।

 पीएम छह में से चार अहम सत्रों में होंगे शामिल

तीन दिवसीय सम्मेलन में कुल आठ सत्र रखे गए हैं। आज पीएम नरेंद्र मोदी चार महत्वपूर्ण सत्रों में शामिल होकर डीजीपी और आईजी स्तर के अधिकारियों के साथ सीधे चर्चा करेंगे। बातचीत के मुख्य विषय होंगे—

• आंतरिक सुरक्षा का नया ढांचा

• आधुनिक पुलिसिंग और टेक्नोलॉजी

• साइबर क्राइम और डिजिटल थ्रेट

• नक्सलवाद, आतंकवाद और संगठित अपराध पर नई रणनीति

सम्मेलन को लेकर राज्य में अलर्ट मोड

रायपुर में ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया है। एयरपोर्ट रोड से लेकर IIM तक सभी मार्गों पर बैरिकेडिंग, पेट्रोलिंग टीम और मोबाइल चेकिंग प्वाइंट तैनात हैं। होटल और आसपास के संवेदनशील क्षेत्रों की गहन जांच की गई है।

छत्तीसगढ़ के लिए बड़ा मौका

यह पहली बार है जब राज्य इस स्तर के सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। आयोजन को लेकर राज्य प्रशासन, पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां संयुक्त रूप से काम कर रही हैं।

आज का दिन न केवल सुरक्षा दृष्टि से अहम है, बल्कि यह देश के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों और प्रधानमंत्री के सीधे संवाद का दिन भी है, जो आने वाले समय में राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति को नई दिशा देने वाला माना जा रहा है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *