Encounter
3 पुलिसकर्मियों की शहादत का लिया बदला... गोलियां बरसाने वाले दूसरे शिकारी को भी पुलिस ने किया ढ़ेर

मध्य प्रदेश के गुना में पुलिस और काले हिरण के शिकारियों के बीच शुक्रवार की देर रात मुठभेड़ हो गई है, जिसमें 3 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए पुलिसकर्मियों में SI राजकुमार जाटव, आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम शामिल हैं। बता दें कि अपने पुलिसकर्मियों की शहादत को जाया ना करते हुए पुलिसकर्मियों ने मुठभेड़ में एक शिकारी नौशाद को पहले ही ढ़ेर कर दिया था तो वहीं देर शाम तक दूसरे शिकारी शहजाद को भी पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इसकी पुष्टि कर दी, उन्होंने बताया कि दसूरा आरोपित कहीं पहाड़ के पास छिपा था, उसने आठ राउंड गोली पुलिस पर चलाई, जवाबी कार्रवाई में मारा गया। मुख्य आरोपित अभी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।
कैसे हुई थी मुठभेड़
जानकारी के अनुसार शुक्रवार की रात करीब 12.30 बजे आरोन थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि शहरोक गांव की पुलिया से आगे मौनवाड़ा के जंगल में शिकारियों द्वारा ब्लैक बग हिरण और मोर का शिकार किया गया है। इस पर थाने से एसआइ राजकुमार जाटव, प्रधान आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम मीना सहित सात लोग दो चारपहिया और एक बाइक से जंगल की ओर रवाना हुए। इस दौरान पुलिस ने चार मोटरसाइकिल से आए दो-तीन शिकारियों को पकड़ लिया। लेकिन तभी पीछे से आए शिकारियों के अन्य साथियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसमें तीन पुलिसकर्मियों में से सभी सात से आठ गोलियां लगने से मौके पर मौत हो गई, जबकि अन्य भाग निकले। सरकार की ओर से बलिदानी पुलिसकर्मियों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है।
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