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आगरा पुलिस में तैनात थानाध्यक्ष बहादुर सिंह ने निभाया भाई का फर्ज, गरीब बेटी की कराई शादी... घराती में शामिल हुए SSP और SP

उत्तर प्रदेश में तैनात खाकीधारी इन दिनों कई गरीब परिवारों की बेटीयों के हाथ पीले करवाकर डोली उठवाने का मानवीय कार्य कर चुके हैं। पैसे की कमी के कारण बेटियों का विवाह करने में असमर्थ परिवारों के लिए इन दिनों खाकीधारी किसी फरिशते की तरह आकर मानों सारी समस्याओं का अंत कर देते हैं। सूबे के कई ऐसे जिले हैं जहां पर पुलिसकर्मी कई बेटियों का विवाह कराकर इंसानित के फर्ज को निभा चुके हैं। ऐसा ही कुछ आगरा जिले में भी देखने को मिला। जहां बुलंदशहर के खुर्जा में रहने वाले 2012 बैच के सब इंस्पेक्टर बहादुर सिंह का नेक कार्य जिले में उनका सम्मान बढ़ाए हुए है। बता दें कि बहादुर सिंह कई थानों के थाना अध्यक्ष भी रह चुके है । बुलंदशहर जिले के बहादुर सिंह बचपन से ही दूसरों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहे हैं। उनका कहना है कि बुजर्गो का आशीर्वाद ही है कि आज हम इस लायक बन पाए कि किसी की भी समय रहते मदद कर सकते। दरअसल डौकी में रहने वाले एक परिवार की आर्थिक स्थिति काफी हद तक खराब थी। ऐसे में छोटी बेटी की शादी ना होने के कारण परिवार में माता काफी चिंतित रहती थी। बेटी के सर से मां का साया भी उठ चुका है। ऐसे में जब डौकी थानाध्यक्ष सब इंस्पेक्टर बहादुर सिंह को इसके बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने बेटी के पिता से बातचीत कर कुछ समय मांगा। इसके बाद उन्होंने थाने में स्टाफ के साथ मिटिग कर बेटी की शादी का जिम्मा उठाया। और धुमधाम से उसकी शादी रचाई। शादी में डीआईजी/एसएसपी सुधीर कुमार के साथ-साथ एसपी ,सीओ कई थानों के थानाध्यक्ष व गांव के ही तमाम लोगों ने अपनी मौजूदगी में बेटी को आशीर्वाद देकर उसके उज्जवल जीवन की कामना की।
बेटी के सर पर नहीं था मां का साया
आपको जानकारी देते हुए बता दें कि डौकी थाना क्षेत्र में रहने वाले श्रीकृष्ण कपड़े पर प्रेस का काम करते है। उनके 3 बच्चे है जिनमे 2 बेटी और 1 बेटा है। बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है, लेकिन श्रीकृष्ण छोटी बेटी की शादी को लेकर काफी ज्यादा परेशान रहने लगी। दरअसल श्रीकृष्ण की पत्नी का 5 साल पहले एक हादसे में देहांत हो गया था। जिसमें श्रीकृष्ण गम्भीर रूप से घायल हो गए थे। खुद के ही इलाज मे उनकी सारी जमा पूंजी लग चुकी है। जिसकी वजह से वह अपनी छोटी बेटी की शादी करने में भी बेहद असमर्थ थे। इस बात के बारे में जब डौकी थानाध्यक्ष को जानकारी मिली तो, उन्होंने बेटी के पिता श्रीकृष्ण से बातचीत की। सब इंस्पेक्टर बहादुर सिंह ने थोड़ा समय मांगा और थाने के सभी स्टाफ के साथ एक मीटिंग बुलाई। जिसमें उन्होंने बेटी की शादी करने का जिम्मा उठाया। आपको बता दें कि श्रीकृष्ण की बेटी साधना की शादी 20 मई को बहुत ही धूमधाम से वर्दीधारियों ने करवाई है, और आज बेटी अपने नए जीवन में बेहद ही खुद है। इस शादी ने डीआईजी/एसएसपी सुधीर कुमार के साथ-साथ एसपी , सीओ कई थानों के थानाध्यक्ष, ग्रामपंचायत सदस्य व जिले के कई बड़े बड़े गणमान्य लोग भी मौजूद रहे।
शादी में थाना डौकी की तरफ से बेटी को दिए गए उपहार
वर्दीधारियों ने शादी का पूरा खर्च अपने कंधों पर उठाया था। जिसमें उन्होंने बेटी को शादी में फर्नीचर, सौफासेट, बर्तन, कपड़े, अलमारी, फ्रिज, वाशिंग मशीन के साथ- साथ जरूरत का अन्य कई सारा सामान भी उपलब्ध कराया। इतना ही नहीं पुलिसकर्मियों ने मैरिजहोम का पूरा खर्चा भी उठाया । शादी के बाद श्रीकृष्ण ने कहा थानाध्यक्ष के साथ थाने के सभी लोगों ने मेरा सम्मान रखा है, मेरी बेटी की शादी की व्यवस्था बेटी के मुताबिक ही पूरी हुई है। अगर समाज मे इसी तरह के लोग हो जाय तो बेटियां बोझ नही लगेगी बल्कि अभिमान होगी। थाना प्रभारी बहादुर सिंह आगरा में बरहन, खंदौली , जगनेर में थानाध्यक्ष रह चुके है।
खाकी से डरे नहीं
सब इंस्पेक्टर बहादुर सिंह का मानना है कि खाकी से डरना नही है। क्योंकि खाकी में भी दिल है, इंसानियत है, मानवता है, सभी को एक दूसरे की मदद करनी चाहिए।
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