हल्द्वानी के बनभूलपुरा में गुरुवार शाम को अतिक्रमण हटाने को लेकर बवाल हुआ। उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए पुलिस टीम ने 350 राउंड से अधिक बार फायरिंग की। जिसके बाद लोग मौके से इधर उधर होने लगे। ये बवाल इस कदर बढ़ गया कि प्रशासन ने देर शाम उपद्रवियों के पैर में गोली मारने के आदेश जारी किए। इसका असर यूपी में दिखाई देने लगा। इसके अंतर्गत बरेली जिले के एसएसपी ने खुद फील्ड पर उतर हर हालात का जायजा लिया। उनके आदेश पर ही सेंकड़ों पुलिसकर्मियों को फील्ड पर सुरक्षा के लिए मुस्तैद किया गया है।
1400 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात
जानकारी के मुताबिक, हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में मलिक के बगीचे में अवैध मदरसा और धर्मस्थल ढहाने गई पुलिस और प्रशासन की टीम पर स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया। पथराव में सिटी मजिस्ट्रेट रिचा सिंह रामनगर कोतवाल समय 300 से अधिक पुलिसकर्मी और निगम कर्मी घायल हो गए।
इसी क्रम में बरेली जिले में आईएमसी (इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल प्रमुख) मौलाना तौकीर रजा ने शुक्रवार को इस्लामिया इंटर कॉलेज के मैदान में पहुंचकर गिरफ्तारी देने का ऐलान किया है। खबर थी कि इस दौरान काफी प्रदर्शन हो सकता है, ऐसे में शुक्रवार की देर शाम इस्लामिया मैदान की सुरक्षा व्यवस्था अभेद है।
इस दौरान वहां 1400 पुलिसकर्मी मैदान की घेराबंदी में तैनात किए गए हैं। छह एएसपी और 12 सीओ भी लगाए गए हैं। 50 इंस्पेक्टर और 150 दरोगा भी मुस्तैद रहेंगे। आपात स्थिति से निपटने के लिए चार कंपनी पीएसी और एक कंपनी आरएएफ की भी तैनाती की गई है। दंगा नियंत्रण का सामान व आंसू गैस संबंधी संसाधन पर्याप्त मात्रा में हैं। जिले के कस्बों व बड़े गांवों में वहां की पुलिस को निगरानी करने का निर्देश दिया गया है। वहां से कोई आया तो कार्रवाई होगी।
एसएसपी ने की निगरानी
एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान के नेतृत्व में पुलिस ने बृहस्पतिवार रात बिहारीपुर की मिश्रित आबादी वाले क्षेत्र में गश्त की। पुलिस, पीएसी व आरएएफ के साथ घुड़सवार पुलिस की टुकड़ी भी इसमें शामिल रही। अधिकारियों ने तंग गलियों में घूमकर लोगों से बात कर उन्हें सुरक्षा का अहसास कराया।
एसपी सिटी राहुल भाटी ने बताया कि कार्यक्रम की अनुमति नहीं ली गई है। उन्होंने साफ शब्दों में ये कहा कि, अगर कोई कानून के दायरे में रहकर अपनी बात रखेगा, तो उसे कुछ नहीं कहा जाएगा, लेकिन जो कानून के साथ खिलवाड़ करेगा, उसको बक्शा नहीं जाएगा।