मैनपुरी में पुलिस प्रशासन ने जनसुनवाई को नई दिशा देने की शुरुआत की है। शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक गणेश प्रसाद साहा ने एक अनोखी व्यवस्था का शुभारंभ किया, जिसमें फरियादी अब सीधे संबंधित थानेदार से वीडियो कांफ्रेंसिंग के ज़रिए अपनी बात कह सकेंगे। इस नवाचार का उद्देश्य पुलिसिंग को ज्यादा पारदर्शी, उत्तरदायी और संवेदनशील बनाना है।
ऐसे होगा काम
इस व्यवस्था के तहत सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक पुलिस कार्यालय पहुंचने वाले सभी फरियादियों की शिकायतों को पहले शिकायत प्रकोष्ठ में दर्ज किया जाएगा। इसके बाद उन्हें सीधे संबंधित थाने के प्रभारी अधिकारी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जोड़ दिया जाएगा, ताकि दोनों पक्षों के बीच संवाद स्थापित हो सके और समस्याओं का शीघ्र निस्तारण हो।
इस सेवा की शुरुआत के दौरान एक महिला अपनी बेटी की शादी टूटने और दहेज मांगने की शिकायत लेकर बेटे के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची। एसपी ने तत्परता दिखाते हुए महिला को बेवर थाने से वीडियो कॉल पर जोड़ा और संबंधित थाना प्रभारी को तुरंत उचित कार्रवाई के निर्देश दिए।
सिर्फ यही नहीं, एसपी साहा ने पूर्व सैनिकों और पुलिसकर्मियों की समस्याओं को प्राथमिकता देने के लिए सैनिक प्रकोष्ठ का भी शुभारंभ किया है। यह सेल सेवानिवृत्त सैनिकों और उनके परिवारों से जुड़ी शिकायतों को सुनकर त्वरित समाधान देगा।
उदाहरण बनेगी ये पहल
पुलिस अधीक्षक साहा की यह पहल न केवल जनता को पुलिस से जोड़ने का माध्यम बनेगी, बल्कि यह व्यवस्था थानों के स्तर पर पारदर्शिता और जवाबदेही भी सुनिश्चित करेगी। मैनपुरी पुलिस की यह पहल प्रदेश में जनसुनवाई की दिशा में एक प्रेरणादायक उदाहरण बनकर उभर रही है।