गोरखपुर। पीटीएस गोरखपुर में महिला प्रशिक्षु सिपाहियों के विरोध के बाद पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल हुआ है। प्रशिक्षण में अव्यवस्थाओं को लेकर हुए हंगामे के बाद शासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सेनानायक आनंद कुमार और प्लाटून कमांडर संजय राय को निलंबित कर दिया है। वहीं, इस पूरे घटनाक्रम के बाद पीटीएस गोरखपुर के डीआईजी एवं प्रधानाचार्य रोहन पी. कनय को प्रतीक्षारत किया गया है।
इस मामले के बाद हुई कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक, महिला सिपाहियों ने भोजन, पानी और अन्य मूलभूत सुविधाओं की कमी को लेकर विरोध जताया था। आरोप है कि शिकायतों के बाद भी स्थानीय अधिकारियों ने कोई समाधान नहीं किया। इसको लेकर प्रशिक्षुओं ने परिसर में ही हंगामा शुरू कर दिया, जिसकी सूचना मिलते ही डीजीपी राजीव कृष्ण ने कड़ा रुख अपनाया।
डीजीपी ने एडीजी पीएसी आर.के. स्वर्णकार को तत्काल गोरखपुर भेजा, जिन्होंने मौके पर पहुंचकर महिलाओं से बात की और उनकी समस्याएं सुनीं। इसके बाद जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई।
वर्ष 2015 बैच के प्रमोटेड आईपीएस आनंद कुमार को पर्यवेक्षण में लापरवाही और उत्तरदायित्व के निर्वहन में कमी के चलते निलंबित किया गया है। वहीं प्लाटून कमांडर संजय राय पर अभद्रता के आरोप लगे हैं, जिस पर उन्हें भी सस्पेंड कर दिया गया।
इनका भी हुआ तबादला
इस बीच, एएसपी अनिल कुमार-1 को पीटीएस गोरखपुर का प्रभारी प्रधानाचार्य नियुक्त किया गया है, जबकि कानपुर से एडिशनल एसपी निहारिका शर्मा को 26वीं वाहिनी पीएसी का नया प्रभारी सेनानायक बनाया गया है। पुलिस मुख्यालय की निगरानी में अब पूरे प्रशिक्षण केंद्र की व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है।