हरियाणा कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार को वीरवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। चंडीगढ़ के सेक्टर-25 स्थित श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया, जहां दोनों बेटियों ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान मौजूद हर किसी की आंखें नम थीं। पूरन कुमार की पत्नी, आईएएस अधिकारी अमनीत कुमार भावुक हो उठीं, जिन्हें परिजनों ने संभाला।
7 अक्टूबर को की थी सुसाइड
आईपीएस पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित अपने आवास पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। उनके सुसाइड नोट में हरियाणा के तत्कालीन डीजीपी शत्रुजीत कपूर सहित 15 वरिष्ठ अधिकारियों पर मानसिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए गए थे। इस घटना के बाद पूरे पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया था।
पूरन कुमार के शव का पोस्टमार्टम कई दिनों तक टलता रहा, क्योंकि परिवार आरोपित अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग पर अड़ा था। इसी बीच रोहतक में एएसआई संदीप कुमार की आत्महत्या ने इस प्रकरण को नया मोड़ दे दिया। संदीप कुमार ने आत्महत्या से पहले जारी अपने वीडियो और सुसाइड नोट में आईपीएस पूरन कुमार पर भ्रष्टाचार, दबाव और महिला पुलिसकर्मियों के शोषण जैसे गंभीर आरोप लगाए।
इन घटनाओं के बाद मामले ने और तूल पकड़ा, लेकिन नौ दिन बीत जाने के बाद परिवार पोस्टमार्टम के लिए तैयार हुआ। बुधवार को पीजीआई में पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी हुई और दोपहर करीब तीन बजे शव को उनके सेक्टर-24 स्थित सरकारी आवास लाया गया। यहां परिजनों, पुलिस अधिकारियों और सहयोगियों की मौजूदगी में अंतिम यात्रा निकाली गई।
चार बजे हुआ अंतिम संस्कार
करीब चार बजे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। गार्ड ऑफ ऑनर और सलामी के बीच वातावरण गमगीन था। परिजनों ने कहा कि पूरन कुमार हमेशा अपने ईमानदार स्वभाव और सख्त कार्यशैली के लिए याद किए जाएंगे।