अलीगढ़ में तैनात महिला कांस्टेबल हेमलता की मौत ने जिले में हलचल मचा दी है। मृतका के भाई उपेंद्र सिंह ने कासगंज कोतवाली में तहरीर देकर दो पुलिसकर्मियों एक दरोगा और एक सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। परिवार का आरोप है कि हेमलता को लगातार मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया, जिससे वह आत्महत्या के लिए मजबूर हुई।
ये था मामला
जानकारी के मुताबिक, हेमलता वर्ष 2015–16 में यूपी पुलिस में भर्ती हुई थी। कई थानों पर तैनाती के बाद उसका अंतिम ट्रांसफर रोरावर थाना में हुआ, जहां वह आईजीआरएस पोर्टल पर काम कर रही थी। परिवार का कहना है कि हेमलता हमेशा स्पष्ट थी कि वह पुलिस विभाग के किसी कर्मचारी से ही शादी करेगी।
कथित रूप से, हेमलता ने पहले उपनिरीक्षक संदीप कुमार से शादी की इच्छा जताई थी, लेकिन संदीप का ट्रांसफर कासगंज हो जाने के बाद उनका रिश्ता टूट गया। इसके बाद हेमलता की मुलाकात रोरावर थाने में तैनात सिपाही कुलवीर बाल्यान से हुई। दोनों के बीच प्रेम संबंध विकसित हुआ और हेमलता ने कई बार अपनी शादी की इच्छा जताई।
परिवार के अनुसार, दोनों आरोपी ने हेमलता पर शादी का दबाव बनाना शुरू किया और उसे मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक रूप से परेशान किया। फोन पर परिजनों को जान से मारने की धमकी देने जैसी घटनाओं ने हेमलता को इतना प्रभावित किया कि उसने अपनी जान देने का निर्णय लिया। आत्महत्या से पहले हेमलता ने अपने मोबाइल पर स्टेटस लिखा: “किसी को हर्ट नहीं करना चाहती हूँ, मुझे माफ़ कर देना।”
दोनों है फरार
इस घटना के बाद परिवार ने चचेरी बहन की शादी स्थगित कर दी और न्याय की मांग की। अलीगढ़ एसएसपी ने मामले की जांच के लिए विशेष टीम गठित की है। पुलिस आरोपी दरोगा और सिपाही की लोकेशन ट्रैक कर रही है और दोनों फरार बताए जा रहे हैं। इसके अलावा, पुलिस दोनों के मोबाइल की CDR और चैट हिस्ट्री की भी जांच कर रही है। हेमलता का मोबाइल भी कब्जे में लिया गया है।
पुलिस का कहना है कि मामले की जांच हर पहलू से की जा रही है और दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। परिवार न्याय की उम्मीद कर रहा है और पूरे जिले में सुरक्षा और निगरानी बढ़ा दी गई है।